बिहार

पिंजरे में कैद बार बालाओं का नृत्य, कहाँ गया बिहार का महिला सशक्तिकरण ?

पिंजरे में कैद बार बालाओं का नृत्य, कहाँ गया बिहार का महिला सशक्तिकरण ?
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आरा / Arrah: बिहार (Bihar) के आरा जिले (Arrah Discrict) में बार बालाओं का नृत्य पिंजरे में कैद करवाया गया। जिसमें कैद बार बालाआंे ने रात भर नृत्य किया।

आरा / Arrah: बिहार (Bihar) के आरा जिले (Arrah Discrict) में बार बालाओं का नृत्य पिंजरे में कैद करवाया गया। जिसमें कैद बार बार बालाओं (Bar Girls Dance In Bihar) ने रात भर नृत्य किया।

ऐसे में सवाल उठता है कि बिहार का महिला सशक्तिकरण कहां चला गया। जानकारों की माने तो यह आरा जिले भर का मामला नही हैं।

यह तो आये दिन बिहार के अमूमन सभी जिलों में देखने को मिलता है। शादी समारोह में होने वाले इस आयोजन पर रोक नही लगा पा रहा है। बार बालाओं का इस तरह शोषण समझ के परे है।

जानकारी के अनुसार बिहार के भोजपुर जिले (Bhojpur Jila) के कोइलवर में एक शादी समारोह के दौरान बार बालाओं को पिंजरे में कैद कर डांस करवाया गया।

लडकियां रात भर पिजरे में dance करती रही। वही पिंजरे के बाहर से लोग उन पर छीटाकसी करते रहे। बिहार जैसे राज्य में इस तरह का चलन आज के शिक्षित समाज के लिए एक कलंक के समान है।

वहीं कई बार तो देखा यहां तक गया है कि प्रदेश के छोटे बडे नेता भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहते हैं। लेकिन इसका कोई विरोध नही होता है।

पिंजरे में बंद रातभर बार बालाएं डांस करती हैं। वही कई बार बेहोष भी हो जाती हैं। लेकिन इस ओर किसी के द्वारा ध्यान नही दिया जाता हैं। कार्यक्रम में बार बालाओं का नृत्य बाहुबली का प्रतीक माना जाता है।

अगर इस सम्बंध में बार बालाओ से ऐसा करने के पीछे का कारण पूछा गया तो लोगांे का कहना है कि राज्य में भारी बेरोजगारी है। काम न मिलने से इस तरह का कार्य किया जाता है।

यह सब पेट के लिए है। अगर समय रहते सरकार इस प्रथा को बंद कर लोगो को काम उपलब्ध करवाए तो सभी का कल्याण होगा।

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

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