बिहार

IRCTC घोटाला मामले में लालू-राबड़ी और तेजस्वी पर आरोप तय: जज ने कहा-टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई, बिहार चुनाव के पहले RJD को बड़ा झटका

IRCTC घोटाला मामले में लालू-राबड़ी और तेजस्वी पर आरोप तय: जज ने कहा-टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई, बिहार चुनाव के पहले RJD को बड़ा झटका
x
दिल्ली राउज एवेन्यू कोर्ट में IRCTC घोटाला मामले में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के खिलाफ आरोप तय। जानिए केस की पूरी जानकारी और कोर्ट की कार्रवाई।

मुख्य समाचार हाइलाइट्स / News Highlights

  • IRCTC घोटाला में कोर्ट ने लालू, राबड़ी और तेजस्वी पर आरोप तय किए।
  • लालू परिवार को लाभ – कम कीमत में जमीन मिली, टेंडर घोटाला सामने आया।
  • CBI जांच – FIR दर्ज, आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी।
  • लैंड फॉर जॉब केस में भी जल्द चार्ज फ्रेम होंगे।
  • राजनीतिक और कानूनी असर – केस का भारतीय राजनीति में बड़ा प्रभाव।

IRCTC घोटाला में कोर्ट की सुनवाई / Court Hearing in IRCTC Scam 2025

दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में सोमवार को IRCTC घोटाला मामले की सुनवाई हुई। कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव
के खिलाफ आरोप तय कर दिए। कोर्ट ने साफ किया कि इस टेंडर घोटाले की पूरी योजना में लालू यादव की जानकारी और दखल शामिल थी। कोर्ट ने लालू यादव से पूछा कि क्या वे आरोप स्वीकार करते हैं, जिस पर उन्होंने सभी आरोपों को गलत बताया।

लैंड फॉर जॉब केस और आगामी सुनवाई / Land For Job Case & Upcoming Hearing

आज लैंड फॉर जॉब केस में भी सुनवाई होगी। इसमें चार्ज फ्रेम (आरोप तय) किए जाएंगे। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि इस केस में लालू या तेजस्वी यादव की मौजूदगी जरूरी नहीं है। पिछली सुनवाई 25 अगस्त 2025 को हुई थी, जिसमें कोर्ट ने सभी पक्षों की दलीलें और सबूतों की समीक्षा के बाद फैसला सुरक्षित रखा था। यह केस भी
भ्रष्टाचार और जमीन सौदे
से जुड़ा है।

लालू परिवार को कैसे मिला लाभ / How Lalu Family Benefited

कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि इस घोटाले में राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को कम कीमत में जमीन दी गई। इससे स्पष्ट होता है कि
लालू यादव
की जानकारी में टेंडर प्रक्रिया की योजना बनाई गई थी। यह मामला न केवल आर्थिक, बल्कि राजनीतिक लाभ से भी जुड़ा है।

IRCTC घोटाले का पूरा विवरण / Complete Details of IRCTC Scam

यह मामला 2004 से 2009 का है, जब
लालू प्रसाद यादव
रेल मंत्री थे। CBI के अनुसार IRCTC के रांची और पुरी स्थित दो होटलों का ठेका सुजाता होटल्स को गलत तरीके से दिया गया। जांच एजेंसी का दावा है कि इसके बदले में लालू परिवार को पटना में बेशकीमती जमीन
मिली। आरोपी लिस्ट में IRCTC के तत्कालीन ग्रुप जनरल मैनेजर वीके अस्थाना, आरके गोयल और सुजाता होटल्स के निदेशक विजय और विनय कोचर शामिल हैं।

CBI जांच और FIR / CBI Investigation and FIR

CBI के एडिशनल डायरेक्टर राकेश अस्थाना
ने बताया कि रेलवे के पुरी और रांची स्थित BNR होटल को IRCTC को ट्रांसफर किया गया। इन्हें लीज पर देने की योजना बनाई गई थी। टेंडर प्रक्रिया में हेराफेरी की गई और टेंडर विनय कोचर की कंपनी को दिया गया। 17 जुलाई 2017 को CBI ने लालू समेत 5 लोगों के खिलाफ
FIR
दर्ज की और आरोपियों के 12 ठिकानों पर छापेमारी की।

राजनीतिक और कानूनी असर / Political and Legal Impact

IRCTC घोटाला केवल आर्थिक मामला नहीं है, बल्कि इसका राजनीतिक प्रभाव भी गहरा है। लालू यादव और उनके परिवार की छवि और राजनीतिक करियर इस केस से प्रभावित हो सकता है। कोर्ट की सुनवाई और आरोप तय होने के बाद आने वाले दिनों में राजनीतिक हलचल तेज होगी।

FAQs – सवाल और जवाब

IRCTC घोटाला क्या है?

यह मामला 2004-2009 के दौरान IRCTC के टेंडर घोटाले से जुड़ा है। इसमें लालू यादव और उनके परिवार को फायदा पहुँचाने की कोशिश शामिल है।

लालू, राबड़ी और तेजस्वी पर क्या आरोप हैं?

इन पर आरोप है कि उन्होंने टेंडर प्रक्रिया में हेराफेरी की और निजी फर्म को फायदा पहुँचाया। राबड़ी और तेजस्वी को कम कीमत में जमीन मिली।

लैंड फॉर जॉब केस क्या है?

यह केस IRCTC घोटाले से अलग है। इसमें जमीन सौदों और भ्रष्टाचार से जुड़े आरोप शामिल हैं। कोर्ट में जल्द ही चार्ज फ्रेम होंगे।

CBI की जांच में अब तक क्या हुआ?

CBI ने FIR दर्ज की, आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की और सबूत इकट्ठा किए। कोर्ट में सुनवाई जारी है और आरोप तय किए जा रहे हैं।

अगली सुनवाई कब होगी?

लैंड फॉर जॉब मामले की अगली सुनवाई जल्द होगी। इसमें आरोप तय किए जाएंगे और कोर्ट में आगे की कार्यवाही जारी रहेगी।

Next Story