
Bihar Assembly Election 2025 Latest Update: बिहार में NDA की प्रचंड जीत, सबसे बड़ी पार्टी BJP बिग-B का रोल निभाएगी, क्या नीतीश ही सीएम होंगे?

- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में NDA की प्रचंड बढ़त, 206 सीटों पर बढ़त दर्ज।
- BJP पहली बार बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, JDU दूसरे स्थान पर।
- CM चेहरे को लेकर राजनीतिक हलचल तेज, कई विशेषज्ञ BJP के CM बनने की संभावना जता रहे हैं।
- सरकार में मंत्रालयों के बंटवारे से लेकर नीतिगत फैसलों तक BJP का दबदबा तय माना जा रहा है।
बिहार चुनाव 2025: NDA की ऐतिहासिक बढ़त, BJP बनी सबसे बड़ी पार्टी
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 ने राज्य की राजनीति में एक बड़ा मोड़ ला दिया है। दोपहर 1 बजे तक मिले आंकड़ों के अनुसार NDA 206 सीटों पर आगे चल रही है, जो पिछले कई वर्षों का सबसे बड़ा राजनीतिक प्रदर्शन माना जा रहा है। खास बात यह है कि पहली बार BJP बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है, जबकि JDU दूसरे नंबर पर है। इस चुनावी परिणाम ने गठबंधन की भावी राजनीति, मुख्यमंत्री पद और सत्ता संतुलन को लेकर नई बहसें छेड़ दी हैं।
BJP के खाते में अब तक 95 सीटों की बढ़त है, जबकि JDU 82 सीटों पर आगे है। NDA की अन्य सहयोगी पार्टियां 29 सीटों पर आगे चल रही हैं। यह आंकड़े केवल जीत का संकेत नहीं, बल्कि आने वाले दिनों में Bihar Political Power Structure कैसे बदलेगा, उसका साफ संकेत भी हैं।
BJP के सबसे बड़ी पार्टी बनने का महत्व
पिछले 25 वर्षों में यह तीसरा मौका है जब BJP NDA की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इससे पहले 2000 और 2020 में भी BJP नंबर वन पार्टी बनी थी, लेकिन तब हालात आज जैसे नहीं थे। इस बार BJP ने न केवल सीटों में बढ़त बनाई, बल्कि ग्राउंड-लेवल पर अपने मजबूत जनाधार का प्रदर्शन भी किया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह नतीजे बिहार में बीजेपी के लिए "लॉन्ग टर्म पावर स्ट्रक्चर" की शुरुआत हो सकते हैं।
CM कौन बनेगा? 3 में से 2 विशेषज्ञ बोले— BJP का मुख्यमंत्री
सबसे बड़ा सवाल यह है कि बिहार का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? इस सवाल पर विशेषज्ञों की राय बंटी दिखाई दे रही है। वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी और अरविंद मोहन का मानना है कि BJP अब CM चेहरा पेश कर सकती है, जबकि JDU के प्रमुख नीतीश कुमार संभवतः सक्रिय राजनीति से रिटायरमेंट की ओर बढ़ सकते हैं।
हालांकि, वरिष्ठ पत्रकार अरुण पांडे का मानना है कि नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे क्योंकि BJP कोई ऐसा कदम नहीं उठाना चाहेगी जिससे गठबंधन की छवि खराब हो। लेकिन साथ ही वे मानते हैं कि सरकार पर BJP का प्रभाव पहले से कई गुना बढ़ेगा।
BJP के नंबर-वन बनने के 5 बड़े असर
इस चुनाव में BJP के बिग-बी बनने के कई राजनीतिक असर स्पष्ट रूप से दिख रहे हैं। ये असर न केवल वर्तमान सरकार, बल्कि आने वाले वर्षों की नीति और सत्ता संरचना को भी प्रभावित करेंगे।
1. BJP दे सकती है नया मुख्यमंत्री
दो विशेषज्ञों का मानना है कि बिहार का अगला मुख्यमंत्री BJP का होगा। सीटों में बड़ा अंतर आने के बाद BJP पर दबाव होगा कि वह राज्य में अपनी भूमिका को और अधिक मजबूती से पेश करे।
2. JDU को एक डिप्टी CM, बड़े मंत्रालय BJP के पास
सत्ता समीकरणों के अनुसार, गृह, वित्त, स्वास्थ्य, उद्योग और राजस्व जैसे बड़े मंत्रालय BJP अपने पास रख सकती है। JDU को केवल एक डिप्टी CM पद मिलने की संभावना है।
3. नीतिगत फैसलों पर BJP का पूरा नियंत्रण
नई योजनाएँ बनाना, नई स्कीमें लॉन्च करना, बजट निर्धारण और राज्य की नई नीतियाँ तय करने में BJP की भूमिका सबसे अधिक रहने वाली है।
4. दिल्ली के साथ समन्वय और मजबूत होगा
विशेषज्ञ मानते हैं कि बिहार सरकार के कई फैसलों पर दिल्ली की सीधी छाप नजर आएगी। वक्फ बिल पर JDU का रुख पहले भी चर्चा में रहा था। ऐसे मुद्दों पर अब BJP का प्रभाव बढ़ेगा।
5. केंद्र में BJP की स्थिति और मजबूत होगी
केंद्र में BJP को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है और JDU उसकी प्रमुख सहयोगी है। बिहार में BJP के मजबूत होने से केंद्रीय राजनीति में भी उसका प्रभाव बढ़ेगा।
2000 से 2025: बिहार की राजनीति में सत्ता का समीकरण कैसे बदलता रहा?
बिहार की राजनीति में BJP और JDU के रिश्ते ने पिछले 20 वर्षों में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। कभी JDU सबसे बड़ी पार्टी बनी, कभी BJP। लेकिन सत्ता का समीकरण हर बार अलग कहानी कहता है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं:
साल 2000: BJP बड़ी पार्टी लेकिन CM नीतीश बने
2000 के चुनाव में RJD 124 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी थी, पर बहुमत किसी के पास नहीं था। NDA ने नीतीश कुमार को CM बनाया, पर बहुमत न जुटा पाने के कारण 7 दिन में सरकार गिर गई।
2005: JDU की वापसी, सत्ता पर पूरा नियंत्रण
2005 के दोबारा चुनाव में JDU 88 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने। BJP उनके साथ मजबूत सहयोगी के रूप में रही।
2010: NDA का स्वर्णिम दौर
इस चुनाव में NDA ने 206 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया। JDU और BJP दोनों की ताकत अपने चरम पर थी और राज्य में विकास की राजनीति ने जोर पकड़ा।
2015: महागठबंधन का प्रयोग और वापसी
2015 में नीतीश ने RJD के साथ गठबंधन किया। लेकिन 2017 में वे वापस NDA में लौट आए। यह बिहार राजनीति का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट माना गया।
2020: BJP मजबूत, JDU कमजोर
2020 में BJP ने 74 सीटें जीतीं, जबकि JDU केवल 43 सीटों पर सिमट गई। इसके बावजूद CM नीतीश ही बने, लेकिन सरकार में BJP का दबदबा साफ दिखा।
FAQs: बिहार चुनाव 2025 से जुड़े आम सवाल
Q. बिहार चुनाव 2025 में कौन आगे है?
NDA 206 सीटों पर आगे है और BJP सबसे बड़ी पार्टी बनी है।
Q. क्या BJP मुख्यमंत्री दे सकती है?
कई विशेषज्ञ मानते हैं कि इस बार BJP अपना CM चेहरा पेश कर सकती है, लेकिन अंतिम फैसला NDA लेगा।
Q. JDU की स्थिति कैसी है?
JDU 82 सीटों पर आगे है और उसे एक डिप्टी CM पद मिलने की संभावना है।
Q. बिहार की राजनीतिक दिशा कैसे बदलेगी?
BJP के मजबूत होने से नीति, मंत्रालय और सत्ता संतुलन में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
Rewa Riyasat News
2013 में स्थापित, RewaRiyasat.Com एक विश्वसनीय न्यूज़ पोर्टल है जो पाठकों को तेज़, सटीक और निष्पक्ष खबरें प्रदान करता है। हमारा उद्देश्य स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय घटनाओं तक की भरोसेमंद जानकारी पहुंचाना है।




