भोपाल

इंजीनियर ने पत्नी समेत जहर निगला फिर बेटे-बेटी को टाइल्स कटर से काट दिया, आर्थिक तंगी से परेशान था

Rewa Riyasat News
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Bhopal Suicide and Murder Case : आर्थिक तंगी से परेशान इंजीनियर पत्नी संग जहर पी लिया फिर बेटे-बेटी को कटर से काट दिया.

Bhopal Suicide and Murder Case : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से मर्डर और सुसाइड का एक रूह कंपा देने वाला मामला सामने आ रहा है. आर्थिक तंगी से परेशान एक इंजीनियर ने पत्नी संग जहर पी लिया, इसके बाद अपने बेटे और बेटी को टाइल्स कटर से काट डाला. घटना में इंजीनियर और बेटे की मौत हो गई है. जबकि पत्नी और बेटी की हालत गंभीर बताई जा रही है.

मामला भोपाल के मिसरोद थाना क्षेत्र के सहारा इस्टेट का है. यहां रहने वाले रवि ठाकरे (55) पुत्र लक्ष्मण राव ठाकरे ने अपनी पत्नी रंजना ठाकरे (50) के साथ जहर का सेवन कर लिया. फिर अपने बेटे चिराग ठाकरे (16) और बेटी गुंजन ठाकरे (14) को टाइल्स कटर से काट दिया.

मामले के सम्बन्ध में मिसरोद पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि 102 मल्टी सहारा इस्टेट में रहने वाले ठाकरे परिवार का कोई भी सदस्य शनिवार की सुबह 8.30 बजे तक नहीं जगा. इसे लेकर पड़ोसियों को संदेह हुआ. दरवाजा खटखटाया तो कोई हलचल नहीं हुई. खिड़की से झांका तो दंग रह गए. इसके बाद पुलिस को सूचित किया.

इंजीनियर और बेटे की मौत

रहवासियों की सूचना पर एसपी साईं कृष्णा, एएसपी राजेश भदौरिया, एसडीओपी अमित मिश्रा और मिसरोद थाना प्रभारी निरंजन शर्मा मौके पर पहुंचे. दरवाजा अंदर से लॉक था, इसलिए दरवाजा तोड़ा गया तो देखा कि दम्पति रवि एवं रंजना एक कमरे में बेहोशी की हालत में हैं. उनके मुह से झाग निकल रहा था. जबकि दूसरे कमरे में बेटा चिराग और बेटी गुंजन खून से लथपथ थें. पुलिस ने तत्काल चारों को इलाज के लिए अस्पताल भेजवाया, जहां डॉक्टरों ने इंजीनियर रवि और चिराग को मृत घोषित कर दिया. वहीं, गुंजन और रंजना की हालत भी गंभीर है.

पुलिस के अनुसार रवि ने पहले पत्नी के साथ जहर का सेवन किया होगा, इसके बाद सोते हुए बेटे और बेटी को टाइल्स कटर से काट दिया होगा. हांलाकि पूरी घटना का सच जांच के बाद ही पता हो सकेगा.

आर्थिक तंगी से डिप्रेशन में थी रंजना

रवि ठाकरे एक निजी कम्पनी में सिविल इंजीनियर था, लेकिन लॉकडाउन के दौरान उसकी नौकरी चली गई. वहीं रंजना एक ब्यूटी पार्लर संचालित करती थी, उसका भी व्यवसाय लॉकडाउन के चलते बंद हो गया. दोनों बच्चे पढ़ाई करते थें. पड़ोसियों के मुताबिक़ आर्थिक तंगी की वजह से रंजना डिप्रेशन का शिकार हो गई थी. उसका इलाज भी चल रहा था. उसके मायके वाले उसे अपने घर भी ले गए थें, लेकिन वह कुछ माह पहले वापस आ गई. उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. ठाकरे परिवार अक्सर छोटी छोटी बातों पर पड़ोसियों से उलझ जाता था. रंजना ने दूसरों को पत्थर मारना तक शुरू कर दिया था. शनिवार की सुबह जब परिवार का कोई भी सदस्य नहीं उठा तो आशंका हुई थी.

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