भोपाल

बैंकॉक से आया गांजा भोपाल में जब्त: बरामद हुआ पानी में उगने वाला गांजा, कीमत 72 करोड़; इंटरनेशनल गैंग का खुलासा

बैंकॉक से आया गांजा भोपाल में जब्त: बरामद हुआ पानी में उगने वाला गांजा, कीमत 72 करोड़; इंटरनेशनल गैंग का खुलासा
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डीआरआई ने भोपाल स्टेशन पर 'ऑपरेशन वीडआउट' के तहत पानी में उगने वाला 72 किलो विदेशी गांजा जब्त किया है। इसके साथ ही, बैंकाक से जुड़े एक बड़े इंटरनेशनल ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है।

भोपाल. राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने मादक पदार्थों के तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। डीआरआई की टीम ने भोपाल स्टेशन पर पानी में उगने वाले एक खास तरह के विदेशी गांजे की बड़ी खेप पकड़ी है। इस कार्रवाई से बैंकॉक से जुड़े एक और इंटरनेशनल स्मगलिंग सिंडिकेट का खुलासा हुआ है। 'ऑपरेशन वीडआउट' के तहत इस गिरोह से 72 किलो हाइड्रोपोनिक वीड (पानी में उगने वाला गांजा) जब्त किया गया है। इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 72 करोड़ रुपये बताई जा रही है।

गैंग का सरगना दिल्ली में गिरफ्तार

डीआरआई की टीम ने इस मामले में दिल्ली से गिरोह के सरगना को भी गिरफ्तार किया है। उसके पास से 1.02 करोड़ रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं। जांच में पता चला है कि गिरोह का मास्टरमाइंड सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके बेरोजगार और कॉलेज ड्रॉपआउट युवाओं को तस्करी के धंधे में धकेल रहा था। डीआरआई ने अब तक भोपाल से दो, बेंगलुरु से तीन और दिल्ली से एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। बाकी सदस्यों की जानकारी जुटाई जा रही है।

भोपाल के बाद बेंगलुरु और दिल्ली में भी छापेमारी

20 अगस्त की शाम, डीआरआई ने भोपाल में राजधानी एक्सप्रेस में दो यात्रियों को पकड़ा। वे बेंगलुरु से दिल्ली जा रहे थे। उनके पास से 24.186 किलो हाइड्रोपोनिक वीड जब्त किया गया। दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। इसी जांच के आधार पर डीआरआई की दूसरी टीम ने बेंगलुरु स्टेशन पर राजधानी एक्सप्रेस से दो और यात्रियों को पकड़ा, जिनसे 29.88 किलो हाइड्रोपोनिक वीड मिला। इसके बाद थाईलैंड से बेंगलुरु आए एक यात्री को भी एक होटल से पकड़ा गया, जिसके पास 17.958 किलो गांजा बरामद हुआ। इस बीच, दिल्ली यूनिट ने गिरोह के सरगना को दबोच लिया। सभी आरोपियों पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

तस्करी का अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन

डीआरआई सूत्रों के मुताबिक, यह गिरोह बैंकाक में बैठे एक अंतरराष्ट्रीय तस्कर के लिए काम कर रहा था। यह गैंग दुनिया भर से हाइड्रोपोनिक वीड पहले बैंकॉक मंगवाता था और फिर तस्करी के जरिए इसे भारत में बेचता था। दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा जैसे शहरों के पब और क्लब में इसकी मांग ज्यादा है, जहाँ इसे रईसजादों को बेचा जाता था।

गौरतलब है कि 16 अगस्त को भी डीआरआई ने भोपाल में एक मेफेड्रोन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था और वहां से 92 करोड़ के मादक पदार्थ जब्त किए थे। यह कार्रवाई बताती है कि मादक पदार्थों के तस्करों की नजर अब मध्य प्रदेश पर भी है।

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