अनूपपुर

मंत्री के गृहग्राम में 4 साल से बिना शिक्षक के चल रही हाईस्कूल : Anuppur News

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:45 AM GMT
मंत्री के गृहग्राम में 4 साल से बिना शिक्षक के चल रही हाईस्कूल : Anuppur News
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मंत्री के गृहग्राम में 4 साल से बिना शिक्षक के चल रही हाईस्कूल : Anuppur News अनूपपुर। जिले के नगर पालिका क्षेत्र भालूमाड़ा स्थित शासकीय

मंत्री के गृहग्राम में 4 साल से बिना शिक्षक के चल रही हाईस्कूल : Anuppur News

अनूपपुर(Anuppur News)जिले के नगर पालिका क्षेत्र भालूमाड़ा स्थित शासकीय माध्यमिक स्कूल को 2016-17 के दौरान हाईस्कूल में उन्नयन किया गया था लेकिन उन्नयन के 4 सालों के दौरान क भी शिक्षक पदस्थ नहीं किये गये। जिससे नाम मात्र के आंकड़ो दर्ज होकर रह गए।

प्रदेश का यह इकलौता स्कूल होगा जहां शिक्षक ही नहीं हैं। नाम तो शासकीय हाईस्कूल है लेकिन एक भी मापदंड पूरे नहीं होते। वहीं जिले में बैठे अधिकारियों अनभिज्ञ हैं। बताया गया है कि जबसे हाईस्कूल का उन्नयन हुआ है तबसे कक्षा 9-10 में प्रतिवर्ष छात्रों की बढ़ोत्तरी हुई है। लेकिन पढ़ाने वाले शिक्षक एक भी पदस्थ नहीं किये गये।

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लगभग दस माह से कोरोना के कारण स्कूल बंद है। इस अंतराल में 9-10 की कक्षाएं चालू करने के निर्देश दिये गये लेकिन शासकीय हाईस्कूल भालूमाड़ा में शिक्षक नहीं होने के कारण 9-10 की पढ़ाई पूरी तरह ठप है। बताया गया है कि कक्षा 9 में 40 छात्र-छात्राएं तथा 10वीं में 36 छात्र-छात्रा दर्ज हैं, जो गरीब परिवार से हैं।

मंत्री के गृहग्राम में 4 साल से बिना शिक्षक के चल रही हाईस्कूल : Anuppur News

मिडिल से हाईस्कूल तक दो शिक्षक

शासकीय स्कूल भालूमाड़ा के मिडिल स्कूल में 2 शिक्षक पदस्थ हैं। जिनके भरोसे मिडिल एवं हाईस्कूल संचालित है। जानकारी अनुसार कक्षा 6 से 10 तक कुल 5 कक्षाएं हैं और इनमें विभिन्न विषय हैं। लेकिन दो शिक्षक क्या पढ़ाते होंगे, यह बच्चे ही जानें। वहीं अभिभावकों का कहना है कि जब शिक्षक ही नहीं हैं तो परीक्षा परिणाम कैसे बेहतर होगा।

अतिथि शिक्षक तक नहीं रखे गए

बताया गया है कि मामले से मंत्री बिसाहूलाल सिंह को अवगत कराया गया तो उनके पिछले वर्ष दो शिक्षकों की बहाली कराई गई थी। लेकिन जैसे ही सत्र समाप्त हुआ दोनों शिक्षक अपने-अपने स्कूल वापस चले गये। वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी अतिथि शिक्षकों की भर्ती करने से मना करते हुए कहा कि यहां पद स्वीकृत नहीं है। इस संबंध में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास पीएन चतुर्वेदी का कहना है कि जानकारी हुई है, व्यवस्था कराई जाएगी।

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