यूपी झांसी की नेशनल प्लेयर ने कोच पर लगाए आरोप, कहा-मांगी आधी प्राइजमनी देने से मना किया तो हरवा दिया

झांसी की मलखंब नेशनल प्लेयर ने अपने दो कोच पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्लेयर दीपशिखा ने कहा कि खेलो इंडिया की प्राइजमनी का कोच द्वारा आधा हिस्सा मांगा गया किन्तु मना करने पर उन्हें हरवा दिया गया।

Update: 2022-12-26 10:35 GMT

झांसी की मलखंब नेशनल प्लेयर ने अपने दो कोच पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्लेयर दीपशिखा ने कहा कि खेलो इंडिया की प्राइजमनी का कोच द्वारा आधा हिस्सा मांगा गया किन्तु मना करने पर उन्हें हरवा दिया गया। मैच के दौरान कोच द्वारा ही रेफरी की भूमिका अदा की गई। हालांकि कोच द्वारा आरोपों को बेबुनियाद बताया गया है।

मां को फोन कर मांगा आधा हिस्सा

टोरिया के नरसिंहराव में रहने वाली दीपशिखा के मुताबिक वह पिछले दस सालों से मलखंब खेल रही हैं। गत 6 वर्षों से कोच रवि परिहार और अनिल पटेल द्वारा प्रैक्टिस कराई जा रही थी। दीपशिखा द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में आरोप लगाया गया कि हरियाणा के पंचकुला में आयोजित खेलो इंडिया के लिए 4 जून को टीम जानी थी। जिसमें उन्हें चुना गया था। इसके बाद कोच द्वारा उनकी मां को फोन कर कहा गया कि इसकी प्राइज मनी 5 लाख रुपए है। यदि आपकी बेटी जीतती है तो उसमें से आधा हिस्सा चाहिए। जिस पर मां ने कहा कि बेटी की मेहनत है तुम्हें पैसा क्यों दें। जिस पर खेलने के लिए उन्हें ले तो जाया गया किंतु प्रदर्शन सहीं तरीके से नहीं आंका गया और उन्हें हरवा दिया।

यह भी लगाए आरोप

दीपशिखा की मानें तो पंचकुला से लौटने के बाद लगभग 10-15 दिनों तक अभ्यास किया इसके बाद उन्होंने इसे छोड़ दिया। इसके बाद विपिन बिहारी कॉलेज में बीएससी फर्स्ट ईयर में प्रवेश ले लिया। इस दौरान सहेलियों के कहने पर उनके द्वारा अपने कॉलेज की ओर से बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में अंतर महाविद्यालयीन मलखंब प्रतियोगिता जो 22 दिसम्बर को था उसके लिए ट्रायल देने गईं। दीपशिखा ने आरोप लगाया कि इस दौरान उनके द्वारा अच्छा प्रदर्शन किया गया। जिसकी वीडियोग्राफी भी हुई। किन्तु वहां भी निर्णायक रवि परिहार और अनिल पटेल थे जिनके द्वारा उनका चयन नहीं किया गया।

वीडियो बनाकर किया पोस्ट

दीपशिखा कहती हैं कि 22 दिसम्बर को हुई इस घटना के बाद वह पूरी तरह से टूट गईं। उन्होंने आरोप लगाया कि कोच इतना मेंटल शोषण करते हैं कि कोई बच्चा यदि इसे झेल न पाए तो फांसी लगा ले। उनके साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ। वह मरने जा रही थीं पर पता नहीं क्या हुआ रात को 3 घंटे देरी से घर पहुंची। इस दौरान उन्होंने अपने सारे मेडल और मोमेंटो तक तोड़ डाले। वह रात भर रोती रहीं और अगले सुबह वीडियो बनाकर पोस्ट किए गए। वहीं दीपशिखा के पिता द्वारा भी डीएम को लेटर सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। दीपशिखा की मानें तो वह चाहती हैं कि उनका वीडियो खेल मंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचे ताकि ऐसे लोगों को सबक मिले और उनको निर्णायक की भूमिका से हटाया जाए।

इनका कहना है

इस संबंध में कोच रवि परिहार के अनुसार खिलाड़ी दीपशिखा ने जो आरोप लगाए हैं वह बेबुनियाद हैं। उनके लिए सभी खिलाड़ी एक जैसे हैं उनके द्वारा किसी के साथ भेदभाव नहीं किया गया है। वहीं उत्तरप्रदेश मलखंब एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष संजीव सरावगी का कहना है कि यह मामला अभी संज्ञान में आया है, इसकी जांच करा रहे हैं।

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