बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघिन की मौत, कारण स्पष्ट नहीं : UMARIYA NEWS

उमरिया। जिले में स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक चार वर्षीय बाघिन के मौत की जानकारी मिली है। लेकिन बाघिन की मौत कैसे हुई यह स्पष्ट नहीं है। लोगों ने आशंका जताई कि बाघिन की मौत आग से हुई है। क्योंकि जंगली क्षेत्र में भीषण आग लगी होने की जानकारी भी सामने आ चुकी है। जबकि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन के द्वारा बाघ के हमले से बाघिन की मौत होना बताया जा रहा है।

Update: 2021-04-02 00:09 GMT

उमरिया। जिले में स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक चार वर्षीय बाघिन के मौत की जानकारी मिली है। लेकिन बाघिन की मौत कैसे हुई यह स्पष्ट नहीं है। लोगों ने आशंका जताई कि बाघिन की मौत आग से हुई है। क्योंकि जंगली क्षेत्र में भीषण आग लगी होने की जानकारी भी सामने आ चुकी है। जबकि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन के द्वारा बाघ के हमले से बाघिन की मौत होना बताया जा रहा है।

इस संबंध में जानकारी देते पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ आलोक कुमार ने बताया कि बाघिन का शव बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मगधी जोन के कुसरवाह बीट में पाया गया है। बाघिन की मौत 3 से 4 दिन पूर्व होने का अनुमान लगाया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार बाघिन का शव पूरी तरह से सड़ चुका है, उससे दुर्गन्ध भी आ रही थी। पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ आलोक कुमार ने बताया है कि बाघ के साथ हुई फाइटिंग में बाघिन की मौत हो गई। लेकिन बाघिन की फाइटिंग किस बाघ से हुई है यह स्पष्ट नहीं हो सका है।

कहीं आग तो नहीं मौत की वजह?

एक आशंका यह भी उठ रही है कि बाघिन की कहीं आग से तो नहीं हुई। कारण कि पिछले कई दिनों से बांधवगढ़ के जंगल में भीषण आग लगी हुई थी। यही कारण है कि बाघिन की मौत आग से जल जाने के कारण भी हो सकती है। ग्रामीणों का कहना है कि मृत बाघिन तीन-चार दिन पहले जोर-जोर से चिल्ला रही थी। माना जा रहा है कि बाघिन आग से घिरी हुई थी जहां वह झुलस गई। अनुमान लगाया जा रहा है कि आग से झुलसने के कारण ही बाघिन की मौत हुई है। लेकिन प्रबंधन इस बात की पुष्टि करने की बजाय छुपाने में लगा हुआ है।

 

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