रोहित शर्मा ने लिया अचानक सन्यास? मचा हड़कंप...

रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की अटकलों को नकारते हुए कहा कि वह वनडे क्रिकेट में खेलना जारी रखेंगे। उन्होंने सिडनी टेस्ट से बाहर रहने के कारणों पर भी खुलकर बात की।;

Update: 2025-05-07 14:13 GMT

भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान और धाकड़ बल्लेबाज रोहित शर्मा ने बुधवार, 7 मई, 2025 की शाम को अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। यह घोषणा क्रिकेट जगत, खासकर भारतीय प्रशंसकों के लिए एक बड़े झटके के तौर पर आई है। रोहित ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक स्टोरी साझा कर अपने इस अहम फैसले की जानकारी दी। महत्वपूर्ण बात यह है कि वे टी20 प्रारूप से पहले ही संन्यास ले चुके हैं, लेकिन वनडे क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए खेलना जारी रखेंगे।

रोहित का इंस्टाग्राम पर भावुक संदेश

अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर साझा की गई स्टोरी में रोहित शर्मा ने लिखा, "सभी को नमस्कार, मैं आप सबको सूचित करना चाहता हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। लाल गेंद के क्रिकेट में देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए हमेशा गर्व का पल रहा है। इस प्यार और समर्थन के लिए आप सभी का धन्यवाद। मैं वनडे प्रारूप में देश के लिए खेलना जारी रखूंगा।"

कप्तानी पर संकट और हालिया प्रदर्शन बनी वजह?

रोहित शर्मा के संन्यास की घोषणा से ठीक पहले बुधवार शाम को ऐसी रिपोर्ट्स सामने आई थीं कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की चयन समिति उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ जून में शुरू होने वाली महत्वपूर्ण टेस्ट सीरीज के लिए कप्तानी से हटाने पर विचार कर रही है। इसके पीछे उनकी हालिया टेस्ट फॉर्म और टीम के प्रदर्शन को मुख्य कारण माना जा रहा था। रोहित पिछली कुछ टेस्ट श्रृंखलाओं में बल्ले से संघर्ष करते दिखे थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ उनका औसत केवल 15.16 और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह गिरकर 6.20 पर आ गया था। उनकी कप्तानी में टीम को घर में न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था और ऑस्ट्रेलिया में भी भारत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 1-3 से हार गया था, जिसके परिणामस्वरूप टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में भी असफल रही थी।

रोहित का टेस्ट करियर: एक नजर

'हिटमैन' के नाम से मशहूर रोहित शर्मा ने 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था। हालांकि, उन्हें टीम की प्लेइंग-11 में अपनी जगह पक्की करने में लगभग 2021 तक का समय लगा। साल 2022 में उन्हें भारतीय टेस्ट टीम की कमान सौंपी गई थी। रोहित ने भारत के लिए कुल 67 टेस्ट मैच खेले, जिनमें उन्होंने 40.57 की औसत से रन बनाए, जिसमें 12 शानदार शतक भी शामिल हैं। हालांकि, विदेशी धरती पर उनका औसत 31.01 का रहा। इंग्लैंड में उन्होंने 44.66 की प्रभावी औसत से रन बनाए और पिछले इंग्लैंड दौरे पर बतौर ओपनर एक यादगार शतक भी जड़ा था। लेकिन ऑस्ट्रेलिया (औसत 24.38) और दक्षिण अफ्रीका (औसत 16.63) में उनका बल्ला उम्मीद के मुताबिक नहीं चला।

चयनकर्ताओं का दृष्टिकोण और भविष्य की योजनाएं

बीसीसीआई के सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा था कि चयनकर्ता इंग्लैंड दौरे और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नए चक्र के लिए किसी युवा खिलाड़ी को टेस्ट टीम की कप्तानी सौंपना चाहते थे। एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि चयन समिति ने बीसीसीआई को सूचित कर दिया था कि रोहित अब टेस्ट कप्तान नहीं रहेंगे, क्योंकि उनकी मौजूदा लाल गेंद की फॉर्म उन्हें इस भूमिका के लिए उपयुक्त नहीं बनाती। यह तब हुआ जब मार्च में ऐसी खबरें थीं कि रोहित इंग्लैंड दौरे पर कप्तान बने रहेंगे और उन्होंने खुद भी पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क के साथ एक पॉडकास्ट में कप्तानी जारी रखने और इंग्लैंड में बुमराह, शमी और सिराज की अगुवाई वाले पेस अटैक का नेतृत्व करने की इच्छा जताई थी।

टीम इंडिया के लिए आगे की राह: नए ओपनर और कप्तान

रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद, भारतीय टीम प्रबंधन के सामने कई चुनौतियां और अवसर हैं। टीम अब यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल को बतौर स्थायी सलामी बल्लेबाज स्थापित करने पर विचार कर सकती है। इन दोनों खिलाड़ियों ने पूर्व में ओपनिंग करते हुए अच्छा प्रदर्शन किया है, खासकर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जब रोहित शुरुआती मैचों में ओपनिंग नहीं कर पाए थे। इसके अतिरिक्त, इंग्लैंड दौरे के लिए जल्द ही नए टेस्ट कप्तान के नाम की भी घोषणा की जाएगी।

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