MP News: शहडोल की युवती से भोपाल में गैंगरेप, परिजनों ने थाने में दर्ज कराई एफआईआर

MP News: शहडोल की युवती से भोपाल में गैंगरेप किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। युवती नौकरी की तलाश में भोपाल गई थी। जहां युवती को रेलवे स्टेशन पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया।

Update: 2023-01-25 10:15 GMT

शहडोल की युवती से भोपाल में गैंगरेप किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। युवती नौकरी की तलाश में भोपाल गई थी। जहां युवती को रेलवे स्टेशन पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया। उनके द्वारा युवती को अपने घर ले जाया गया जहां पर उससे गलत काम किया। वहीं एक अन्य आरोपी ने उसके साथ छेड़छाड़ भी की।

युवती की आंख में डाल दिया पाउडर

भोपाल नौकरी की तलाश में गई युवती से दो आरोपियों द्वारा गैंगरेप किया गया। युवती के मुताबिक वह बेरोजगार थी। वह कृष्णा नाम के युवक को जानती थी जिससे उसके द्वारा बात भी की जाती रही है। नौकरी के संबंध में जब युवती ने अपने पापा के मोबाइल से कृष्णा से बात की तो उससे कहा गया कि भोपाल आ जाओ काम मिल जाएगा। जिसके बाद वह अपने घर से बनसुकली बस स्टैण्ड के लिए निकली। शाम को ब्योहारी बस स्टैण्ड से चाट वाले की दुकान से मोबाइल लेकर उसके द्वारा कृष्णा को पुनः काल किया गया। वह युवती को बनसुकली तिराहे पर मिल गया। जिसके द्वारा उससे बाइक से भोपाल चलने के लिए कहा गया। बाइक से जाने से मना करने पर कृष्णा ने युवती को 500 रुपए दिए और वह भी भोपाल निकल गया।

आटो वाले ने दिया झांसा

युवती के मुताबिक जैसे ही वह भोपाल रेलवे स्टेशन पहुंची और उसने चाय वाले से फोन मांगकर दोस्त को काल किया जिसके बाद वह मिलने आया। नौकरी की बात करने पर उसने कहा कि अभी काम नहीं मिलेगा। इसके बाद वह चला गया। इतने में ही एक आटो वाला दो और लड़कों को लेकर आया। जिसके द्वारा युवती को नौकरी दिलाने का झांसा देकर पास में ही स्थित अपने घर में ले गया। जहां पर दोनों युवकों ने उसके साथ गलत काम को अंजाम दिया। किसी तरह वह उनके चंगुल से छूटकर दो पुलिस वालों के पास पहुंच गई तभी आरोपियों ने उसकी आंख में पावडर डाल दिया और भाग निकले। यह सब बातें युवती द्वारा एफआईआर में लिखवाई गई हैं।

पुलिसकर्मियों ने 500 रुपए देकर शहडोल भेज दिया

मामला 12 जनवरी का बताया गया है। जिसकी एफआईआर 19 जनवरी को दर्ज करवाई गई है। एफआईआर में यह भी लिखवाया गया है कि आरोपियों के चंगुल से छूटने के बाद ज वह पुलिसकर्मियों के पास पहुंची तो उसे 500 रुपए देकर शहडोल भेज दिया गया। जहां उसने अपने माता-पिता को सारी घटना बताई इसके बाद एफआईआर दर्ज कराई गई। आगे की जांच के लिए सीधी थाना पुलिस ने केस डायरी भोपाल के मंगलवारा थाना पुलिस को भेजी। फिलहाल आरोपियों की पहचान नहीं हो सकी है। इसके साथ ही पुलिसकर्मियों की भी पहचान नहीं की जा सकी है। भोपाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। मंगलवारा थाना पुलिस के मुताबिक पीड़िता के बयान अभी नहीं लिए गए हैं। आगे की जांच, आरोपियों और घटनास्थल की पहचान के लिए पीड़िता को बुलाया जाएगा। इसके बाद ही आरोपियों की पहचान हो सकेगी।

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