Satna News : चित्रकूट वेदांत आश्रम के महंत जगद्गुरु वेदांती महाराज का निधन

सतना। वेदांत आश्रम के महंत जगद्गुरु श्री योगदानन्दद्वाराचार्य प्रेमरामयणं पीठाधीश्वर महाराज का शनिवार की रात निधन हो गया। यह सूचना जैसे ही चित्रकूट में उनके अनुयायियों को हुई चारो तरफ शोक की लहर फैल गई। बताया गया है कि महाराज जी का कुछ दिनों से स्वास्थ्य खराब था जहां उनका इलाज जबलपुर के निजी अस्पताल में चल रहा था। इसी दौरान हृदय गति रुकने से निधन हो गया।

Update: 2021-04-12 09:15 GMT

सतना। वेदांत आश्रम के महंत जगद्गुरु श्री योगदानन्दद्वाराचार्य प्रेमरामयणं पीठाधीश्वर महाराज का शनिवार की रात निधन हो गया। यह सूचना जैसे ही चित्रकूट में उनके अनुयायियों को हुई चारो तरफ शोक की लहर फैल गई। बताया गया है कि महाराज जी का कुछ दिनों से स्वास्थ्य खराब था जहां उनका इलाज जबलपुर के निजी अस्पताल में चल रहा था। इसी दौरान हृदय गति रुकने से निधन हो गया।

वेदांती आश्रम चित्रकूट के सचिव रामलखन तिवारी ने बताया कि महाराज को सर्दी जुखाम की शिकायत के बाद सतना में बीते तीन दिन पूर्व भर्ती किया गया था जिसके बाद कटनी में उनके अनुयायियों की संख्या अधिक होने के कारण उनके अनुयायियों ने कटनी में इलाज के लिए उन्हें बुलवाया लेकिन अस्पतालों में बेड की व्यवस्था नहीं होने पर उन्हें जबलपुर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया जहां शनिवार रात को हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया। उन्होंने बताया कि संत समाज के नियमानुसार व महाराज की अंतिम इच्छानुरूप रविवार सुबह चित्रकूट स्थिति आश्रम में ही उन्हें विधि विधान से उनके स्वजनों की उपस्थिति में समाधि दे दी गई।

बताया गया है कि चित्रकूट के राम घाट स्थित वेदांती आश्रम में प्रेमरामयणं पीठाधीश्वर थे। उनका निधन 56 वर्ष की आयु में हुआ है। महाराज ने अपने भक्तों को हमेशा से जो संदेश दिया है उसके अनुसार. श्रद्धा ज्ञान देती है, नम्रता मान देती है, योग्यता स्थान देती है। और तीनों मिल जाएं तो व्यक्ति को हर जगह सम्मान देती हैं।

उनका कहना था कि जब परमात्मा अपनी रजा से कुछ देता है तो वो हमारी सोच से परे होता है। हमें हमेशा उसकी रजा में ही रहना चाहिए। क्या पता मालिक हमे पूरा समुद्र देना चाहता हो और हम हाथ में चम्मच लेकर खड़े हो। इस घटना की जानकारी जैसे ही चित्रकूट में संत जनों को हुई तो पूरे संत समाज में शोक की फैल गई।

Similar News