एमपी सतना के कंचनपुर में संचालित हो रही थी अवैध शराब दुकान, सड़क पर उतरे ग्रामीण तो आबकारी विभाग ने यह की कार्रवाई

MP News: मध्यप्रदेश के सतना जिला अंतर्गत मैहर के कंचनपुर में अवैध शराब दुकान का संचालन किया जा रहा था। जिसका विरोध करते हुए ग्रामीण सड़क पर उतर आए।

Update: 2023-05-25 08:53 GMT

मध्यप्रदेश के सतना जिला अंतर्गत मैहर के कंचनपुर में अवैध शराब दुकान का संचालन किया जा रहा था। जिसका विरोध करते हुए ग्रामीण सड़क पर उतर आए। ग्रामीणों ने दुकान के सामने तंबू गाड़ दिया। जिस पर शराब ठेकेदार के गुर्गे दुकान के शटर में ताला लगाकर भाग निकले। ग्रामीणों का धरना मौके पर जारी रहा। जिसके बाद आबकारी विभाग की टीम मौके पर पहुंची और अवैध शराब दुकान पर कार्रवाई की गई।

अवैध रूप से बेच रहे थे शराब

जानकारी के मुताबिक कंचनपुर में शराब की अवैध रूप से बिक्री की जा रही थी। ठेकेदार और उसके गुर्गे एक दुकान में शराब रखकर इसको बेच रहे थे। जिसका विरोध ग्रामीणों द्वारा किया जा रहा था। मामले में सरपंच ने जनभावनाओं से अवगत कराते हुए कलेक्टर को एक शिकायती पत्र देकर अवैध शराब दुकान को हटवाने की गुजारिश की थी। किंतु सरपंच के आग्रह पर भी कोई एक्शन नहीं लिया गया। ठेकेदार और उसके गुर्गे अवैध रूप से शराब बिक्री में जुटे हुए थे।

ग्रामीणों ने गाड़ दिया तम्बू

अवैध रूप से संचालित शराब दुकान का ग्रामीणों ने बुधवार को जमकर विरोध किया। वह सड़क पर उतर आए। जिसमें महिला, पुरुष, बच्चे व बुजुर्ग भी शामिल थे। सभी ने एकजुटकता दिखाई और शराब दुकान के सामने तम्बू गाड़कर धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों के तेवर देख शराब ठेकेदार और उसके गुर्गों ने शटर में ताला मारा और वहां से भाग खड़े हुए। किंतु ग्रामीणों का धरना जारी रहा। आखिरकार प्रशासन को ग्रामीणों की सुध लेनी ही पड़ी।

आबकारी विभाग ने तुड़वाया ताला, शराब की जब्त

मौके पर आबकारी विभाग का उड़नदस्ता और मैहर वृत्त की संयुक्त टीम पहुंची। कंचनपुर में अवैध शराब दुकान पर टीम ने ताला जड़ा हुआ पाया। जिस पर ग्रामीणों की मौजूदगी में शटर का ताला तोड़ा गया इसके बाद दुकान के अंदर दाखिल हुई। दुकान में भारी मात्रा में अग्रेजी शराब और बियर पाई गई जिसे टीम ने जब्त कर लिया है। इस मामले में आबकारी एक्ट की धारा 34(2) के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। टीम ने यहां दो आधारकार्ड भी पाए हैं जिसमें राजकुमार सिंह और विशाल सिंह चौहान के नाम लिखे हैं। टीम का मानना है कि अवैध दुकान में काम कर रहे लोगों के यह आधार कार्ड हो सकते हैं। आबकारी अमले की मानें तो कंचनपुर में अवैध रूप से शराब दुकान का संचालन किया जा रहा था, इसके लिए कोई लायसेंस जारी नहीं किया गया है।

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