खुलासाः कई दिनो तक रेप करने के बाद डॉक्टर ने की थी अपने असिस्टेंट की हत्या, क्लीनिक के पास दफनाया था शव : SATNA NEWS
सतना (SATNA NEWS) । डॉक्टर की क्लीनिक में काम करने वाली युवती की हत्या का सनसनी खेज मामला सामने आया है। जिसमें पुलिस ने डॉक्टर की क्लीनिक के पास एक गड्रढे़ से युवती का शव बरामद कर लिया है। पुलिस हत्या मामले में आरोपी डेंटिस्ट डॉ. आशुतोष त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया है। डॉक्टर ने प्रेम जाल में युवती को फंसाकर उसका शारीरिक शोषण करता रहा। युवती ने शादी का दबाव बनाया, तो वह गला दबाकर उसे मौत की नींद सुला दिया। किसी को शक ना हो, इसलिए क्लीनिक के पास गड्ढा खुदवाकर शव को दफना दिया। बताया जा रहा है कि डॉक्टर ने युवती के शव के पास एक कुत्ते का शव भी दफनाया था। जिससे किसी को शक न हो।
सतना (SATNA NEWS) । डॉक्टर की क्लीनिक में काम करने वाली युवती की हत्या का सनसनी खेज मामला सामने आया है। जिसमें पुलिस ने डॉक्टर की क्लीनिक के पास एक गड्रढे़ से युवती का शव बरामद कर लिया है। पुलिस हत्या मामले में आरोपी डेंटिस्ट डॉ. आशुतोष त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया है।
शादी की बात पर भड़का था डॉक्टर
डॉक्टर ने प्रेम जाल में युवती को फंसाकर उसका शारीरिक शोषण करता रहा। युवती ने शादी का दबाव बनाया, तो वह गला दबाकर उसे मौत की नींद सुला दिया। किसी को शक ना हो, इसलिए क्लीनिक के पास गड्ढा खुदवाकर शव को दफना दिया। बताया जा रहा है कि डॉक्टर ने युवती के शव के पास एक कुत्ते का शव भी दफनाया था। जिससे किसी को शक न हो।
एलएलबी की छात्रा थी मृतिका
पुलिस के मुताबिक विभा केवट 24 वर्ष निवासी मल्लाहन टोला धवारी एलएलबी की छात्रा थी। वह शहर में संचालित डॉ. आशुतोष त्रिपाठी के क्लीनिक पर बतौर असिस्टेंट काम करती थी। इसी बीच डॉक्टर ने छात्रा को शादी का झांसा देकर प्रेम जाल में फंसा लिया। कई दिनों तक उसका शारीरिक शोषण करता रहा। जब भी विभा शादी की बात कहती, तो आशुतोष टाल देता था।
परिजनों को डॉक्टर देता रहा झूठी जानकारी
डॉक्टर की क्लीनिक में काम करने वाले युवती 14 दिसंबर 2020 को जब घर नही पहुची तो परिजन बेटी को फोन किये, फोन न लगने पर डॉक्टर से उन्होने पूछताछ की तो डॉक्टर ने परिजनों को बताया कि उनके बेटी की नौकरी लग गई है, लेकिन कहां लगी, इसकी जानकारी नहीं दी। इसी तरह वह करीब डेढ़ महीने तक उन्हें झूठी जानकारी देता रहा। इसके बाद भी जब बेटी से बात नहीं हुई, तो परिजन सिटी कोतवाली में 1 फरवरी को बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराई।
आखिरी कॉल डॉक्टर का था
थाना में दर्ज गुमशुदगी की जांच में पुलिस ने विभा के कॉल डिटेल निकाली, तो आखिरी कॉल डॉ. आशुतोष त्रिपाठी के ही मोबाइल नम्बर की मिली। शंका के आधार पर पुलिस ने आशुतोष को हिरासत में लेकर सख्ती जब पूछताछ की तो उसने घटना की पूरी कहानी बंया की। उसने पुलिस को बताया कि 14 दिसंबर को ही विभा की हत्या कर दी थी। आरोपी ने बताया कि लाश को ठिकाने लगाने के लिए वारदात के बाद शव क्लीनिक के ही पास सुलभ शौचालय के बाजू में खाली पड़ी जमीन में गड्ढा खुदवाकर दफन कर दी। डॉक्टर के बयान के आधार पर सतना सीएसपी विजय प्रताप सिंह और टीआई कोतवाली अर्चना द्विवेदी जवानों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होने गड्ढा खुदवाकर लाश बरामद की।
दो दिन क्लीनिक में छिपा कर रखा था शव
हत्या मामले का खुलासा करते हुये पुलिस ने मीडिया को जानकारी देते हुये बताया कि आरोपी ने असिस्टेंट की हत्या उसके ही दुपट्टे से गला घोंट कर की थी। उसे डर था कि दुर्गंध के कारण लोगों को घटना का पता ना चल जाए। दो दिन तक आरोपी ने शव को क्लीनिक में ही छिपा कर रखे हुये था। सच छिपाने के लिए उसने एक मरे हुए कुत्ते का भी इंतजाम किया। इसके बाद मजदूरों की मदद से गड्ढा खुदवाया। नमक की बोरियां मंगवाईं। इसके बाद शव को दफना दिया। उसके ऊपर मिट्टी डाली। इसके बाद मरे हुए कुत्ते को भी दफनाया, ताकि दुर्गंध आने पर अगर कोई देखने पहुंचे, तो उसे युवती का शव होने का संदेह न हो।