Rewa News: संजय गांधी अस्पताल बना चोरों का अड्डा, एक रात में 6 मोबाइल चोरी

रीवा के संजय गांधी अस्पताल और गांधी स्मृति चिकित्सालय में एक रात में आधा दर्जन मोबाइल चोरी। वार्ड में मौजूद सुरक्षाकर्मी रहे बेखबर। पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर सुरक्षा की समीक्षा की।;

Update: 2025-11-04 04:03 GMT
  • रीवा के संजय गांधी अस्पताल और गांधी स्मृति चिकित्सालय में एक रात में आधा दर्जन मोबाइल चोरी
  • घटना के समय वार्ड में सुरक्षाकर्मी ड्यूटी पर थे, फिर भी बदमाशों ने चकमा दिया
  • चोरी बच्चा वार्ड और गायनी विभाग में हुई, अटेंडर दहशत में
  • अमहिया पुलिस ने अस्पताल जाकर सुरक्षाकर्मियों की क्लास लगाई, संदिग्धों पर निगरानी के निर्देश

रीवा में अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर फिर सवाल, चोरों ने की बड़ी वारदात

रीवा: संजय गांधी अस्पताल और गांधी स्मृति चिकित्सालय में चोरी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। रविवार की रात चोरों ने अस्पताल परिसर में एक साथ 6 अटेंडरों के मोबाइल फोन पार कर दिए। वारदात के वक्त वार्ड में सुरक्षाकर्मी भी ड्यूटी पर मौजूद थे, लेकिन चोरों को किसी का खौफ नहीं था। घटना के बाद अटेंडरों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने अस्पताल में पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की।


गायनी और बच्चा वार्ड से मोबाइल चोरी, अटेंडर सोते रहे

घटना गांधी स्मृति चिकित्सालय के गायनी और बच्चा वार्ड की है। मरीजों के साथ आए परिजन (अटेंडर) रविवार की रात अस्पताल के बरामदे में सोए हुए थे। इसी दौरान कुछ अज्ञात बदमाशों ने वार्ड में घुसकर करीब आधा दर्जन मोबाइल फोन चोरी कर लिए। सुबह जब एक-एक कर अटेंडरों ने मोबाइल गायब होने की जानकारी दी तो पूरे वार्ड में हड़कंप मच गया।


रात में एक्टिव थे चोर, वार्ड में ड्यूटी पर थे गार्ड

हैरानी की बात यह है कि चोरी के वक्त अस्पताल के वार्ड गार्ड मौजूद थे। बावजूद इसके किसी ने भी संदिग्धों को वार्ड में घुसते या भागते नहीं देखा। मरीजों और अटेंडरों का कहना है कि अस्पताल में रात के समय सुरक्षा के नाम पर केवल खानापूर्ति होती है। रात के समय नशे में धुत लोग या संदिग्ध व्यक्ति वार्ड के बाहर घूमते रहते हैं और सुरक्षाकर्मी सोते रहते हैं।


पुलिस पहुंची अस्पताल, सुरक्षाकर्मियों की लगाई क्लास

घटना के बाद सोमवार को अमहिया थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंचे। उन्होंने अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया और ड्यूटी कर रहे सुरक्षाकर्मियों की बैठक लेकर उन्हें फटकार लगाई। थाना प्रभारी ने कहा कि रात में संदिग्ध लोगों की निगरानी बढ़ाई जाए और यदि कोई नशेड़ी या अनजान व्यक्ति घूमता दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचना दी जाए। उन्होंने कहा कि चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त गश्त व्यवस्था लागू की जाएगी।


अस्पतालों में लगातार बढ़ रही चोरी की वारदातें

रीवा के संजय गांधी अस्पताल और गांधी स्मृति चिकित्सालय में पिछले कुछ महीनों से चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। अस्पताल के आउटडोर, पैथोलॉजी, ब्लड बैंक, बच्चा वार्ड और गायनी विभाग में सबसे ज्यादा चोरियां हो रही हैं। अक्टूबर महीने में ही करीब 13 मोबाइल चोरी होने की शिकायत दर्ज की गई थी। कई लोग अपने पैसों और मोबाइल की चोरी के बाद रिपोर्ट दर्ज ही नहीं करवाते, जिससे चोरों के हौसले बुलंद हैं।


पुलिस की जांच जारी, CCTV फुटेज खंगाले जा रहे

थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल के CCTV फुटेज की जांच की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इससे चोरी करने वाले आरोपियों की पहचान हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही चोरों को पकड़ लिया जाएगा। साथ ही, अस्पताल प्रबंधन से कहा गया है कि सुरक्षा गार्डों की संख्या बढ़ाई जाए और हर वार्ड में CCTV की स्थिति सुधारी जाए।


अटेंडरों में दहशत, बोले – अब फोन साथ रखकर भी डर लगता है

मोबाइल चोरी की घटनाओं के बाद मरीजों के परिजनों में दहशत है। एक अटेंडर ने बताया – “हम मरीजों के साथ पूरे दिन अस्पताल में रहते हैं। रात में मोबाइल तक सुरक्षित नहीं रहता। गार्डों को बार-बार बुलाने पर भी कोई ध्यान नहीं देता।” अटेंडरों का कहना है कि अब अस्पताल में रहना भी असुरक्षित महसूस होता है।


रीवा के सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल

यह घटना रीवा के सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलती है। संजय गांधी अस्पताल विंध्य क्षेत्र का सबसे बड़ा सरकारी मेडिकल संस्थान है, जहां हजारों मरीज रोजाना इलाज के लिए आते हैं। फिर भी यहां चोरी, दलाली और लापरवाही की घटनाएं लगातार हो रही हैं। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से सख्त निगरानी और रात्रिकालीन सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की मांग की है।


FAQ: रीवा अस्पताल चोरी प्रकरण से जुड़े सवाल

1. चोरी की घटना कब और कहां हुई?

घटना रविवार की रात संजय गांधी अस्पताल के गायनी और बच्चा वार्ड में हुई, जहां छह अटेंडरों के मोबाइल चोरी हुए।

2. क्या वार्ड में गार्ड मौजूद थे?

हाँ, उस समय वार्ड में सुरक्षाकर्मी ड्यूटी पर थे, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं देखा। पुलिस ने उन्हें फटकार लगाई है।

3. पुलिस ने क्या कार्रवाई की?

पुलिस ने CCTV फुटेज खंगालना शुरू किया है और सुरक्षाकर्मियों को रात्रिकालीन निगरानी के निर्देश दिए हैं।

4. अस्पताल में पहले भी ऐसी घटनाएं हुई हैं?

हाँ, अक्टूबर 2025 में ही 13 मोबाइल चोरी की शिकायतें दर्ज की गई थीं। कई लोग रिपोर्ट ही नहीं करवाते।


📍 रिपोर्टर: रीवा रियासत न्यूज़ डेस्क
📅 अपडेट: 4 नवंबर 2025
श्रेणी: Rewa Crime & Health News

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