रीवा WCD अधिकारी पर रिश्वत का आरोप: आगनबाड़ी सहायिका को ज्वाइन कराने मांगा 50 हजार, लोकायुक्त ने पकड़ा
रीवा महिला बाल विकास विभाग (WCD) के अधिकारी शेष नारायण मिश्रा पर आंगनवाड़ी सहायिका नियुक्ति में रिश्वत मांगने का आरोप, लोकायुक्त ने कार्यालय में किया पूछताछ।;
रीवा में महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी शेष नारायण मिश्रा पर रिश्वत मांगने का आरोप सामने आया है। शिकायतकर्ता सिरमौर तहसील के सगरा निवासी राहुल सेन ने लोकायुक्त रीवा में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया कि उनकी पत्नी सोनम का चयन आंगनबाड़ी सहायिका पद पर हुआ है, लेकिन नियुक्ति के एवज में 50 हजार रुपए की मांग की गई।
शिकायत और लोकायुक्त की कार्रवाई
शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त रीवा की टीम महिला बाल विकास विभाग के कार्यालय पहुंची और परियोजना अधिकारी शेष नारायण मिश्रा से पूछताछ शुरू की। आरोपी को कार्यालय में देर शाम तक रोका गया। जांच में यह पाया गया कि अधिकारी ने सहायिका नियुक्ति के लिए रिश्वत मांगना स्वीकार किया। इस आधार पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) की धारा 7 के तहत अपराध दर्ज किया गया।
परियोजना अधिकारी का प्रभार और प्रोफाइल
शेष नारायण मिश्रा जिले की दो परियोजनाओं के प्रभारी हैं — सिरमौर और रीवा ग्रामीण-1। शहर के प्रभावशाली परिवार से ताल्लुक होने के कारण उनके पास राजनीतिक समर्थन भी है। कई वर्षों से विभागीय कार्यों में उनकी सक्रियता रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार अधिकारी का व्यवहार विवादास्पद रहा है।
रिश्वत मांगने का घटनाक्रम
शिकायतकर्ता राहुल सेन तय समय और स्थान पर पैसे देने पहुंचे, लेकिन शेष नारायण मिश्रा ने उनकी भनक लगा ली और पैसे लेने से इंकार कर दिया। उन्होंने शिकायतकर्ता से अभद्र व्यवहार किया और उन्हें कार्यालय से बाहर निकालने की कोशिश की। इसी दौरान सिविल ड्रेस में मौजूद लोकायुक्त के अधिकारी मौके पर पहुंचे और परियोजना अधिकारी को धर दबोचा। हालांकि रिश्वत की रकम लेते हुए उन्हें नहीं पकड़ा जा सका, पर शिकायत पहले ही दर्ज हो चुकी थी।
कानूनी कार्रवाई और जांच
लोकायुक्त की टीम ने शिकायत की पुष्टि होने के बाद शेष नारायण मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया। जांच में विभागीय रिकॉर्ड और दस्तावेज़ों की समीक्षा की जा रही है। एसपी लोकायुक्त रीवा सुनील पाटीदार ने कहा कि आरोपी को विवेचना में लिया गया है और जांच जल्द पूरी कर ली जाएगी। इस मामले ने रीवा और सिरमौर के स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बना दिया है।
FAQ
Q1: शिकायत किसने दर्ज कराई थी?
A1: शिकायत सिरमौर तहसील के सगरा निवासी राहुल सेन ने लोकायुक्त रीवा में दर्ज कराई थी।
Q2: आरोपी का नाम और पद क्या है?
A2: आरोपी का नाम शेष नारायण मिश्रा है और वह महिला एवं बाल विकास विभाग में परियोजना अधिकारी हैं।
Q3: आरोप क्या है?
A3: आरोप है कि उन्होंने आंगनबाड़ी सहायिका पद पर नियुक्ति के लिए 50 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी।
Q4: कानूनी कार्रवाई क्या हुई?
A4: लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।