रीवा: टीआरएस कॉलेज की छात्राओं पर आपत्तिजनक गाना, गायक सुधीर पांडे के खिलाफ शिकायत दर्ज, पुलिस जांच में जुटी
रीवा में गायक सुधीर पांडे के खिलाफ TRS कॉलेज की छात्राओं पर आपत्तिजनक गाने को लेकर शिकायत दर्ज, छात्र संगठनों ने सख्त कार्रवाई की मांग की।;
रीवा, मध्य प्रदेश: सोशल मीडिया पर गायक सुधीर पांडे का एक गाना तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने रीवा में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। इस गाने में टीआरएस कॉलेज की छात्राओं को निशाना बनाते हुए बेहद आपत्तिजनक और अपमानजनक बोल का इस्तेमाल किया गया है, जिसमें कहा गया है कि वे पढ़ाई में अच्छी नहीं हैं, बल्कि "36 लड़कों को फंसाने में माहिर" हैं । इस गाने को लेकर छात्र संगठनों में भारी आक्रोश है और उन्होंने गायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
छात्र संगठनों ने दर्ज कराई शिकायत
इस आपत्तिजनक गाने के सामने आने के बाद विभिन्न छात्र संगठनों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। छात्रों का तर्क है कि गाने के बोल न केवल टीआरएस कॉलेज जैसी प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्था, बल्कि पूरे महिला छात्र समुदाय की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं और उन्हें बदनाम करते हैं। छात्रों ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे गाने जानबूझकर गलत सूचना फैलाते हैं, छात्रों और शिक्षण संस्थानों की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाते हैं, समाज में एक नकारात्मक छवि बनाते हैं, और छात्र समुदाय की गरिमा के लिए हानिकारक हैं । उनका मानना है कि यह छात्रों के मनोबल और सामाजिक स्थिति पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है ।
तत्काल कार्रवाई की मांग
एएसएपी (ASAP) संगठन ने मांग की है कि आपत्तिजनक गाना गाने और प्रसारित करने वाले व्यक्ति के खिलाफ उचित धाराओं के तहत तत्काल मामला दर्ज किया जाए । उन्होंने यह भी मांग की है कि गायक पूरे छात्र समुदाय, टीआरएस कॉलेज और समाज से सार्वजनिक माफी मांगे ।
गायक का पुराना विवादित इतिहास
एसएफ रीवा के जिला छात्र संघ अध्यक्ष अमन सिंह बघेल ने बताया कि गायक सुधीर पांडे का "सस्ती लोकप्रियता" हासिल करने के लिए विवादित गाने जारी करने का पुराना इतिहास रहा है। उन्होंने पहले के एक उदाहरण का भी जिक्र किया, जब गायक ने सैनिकों के बारे में एक आपत्तिजनक गाना जारी किया था.
डीएसपी हिमाली पाठक ने शिकायत मिलने की पुष्टि की है और बताया है कि वायरल गाने में कॉलेज की छात्राओं के प्रति आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल के संबंध में जांच जारी है। छात्र उम्मीद कर रहे हैं कि रीवा पुलिस इस मामले को प्राथमिकता देगी और तत्काल कार्रवाई करेगी। यह घटना समाज में जिम्मेदारीपूर्ण व्यवहार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सीमाओं पर एक गंभीर बहस छेड़ती है।