रीवा में कुत्ते के हमले से ट्रक चालक की मौत
रीवा टोल प्लाजा पर आवारा कुत्ते के हमले में घायल ट्रक चालक का इलाज के दौरान 18वें दिन निधन, इलाके में दहशत का माहौल।;
Contents
- टोल प्लाजा पर कुत्ते का हमला
- ट्रक चालक कमलेश पटेल की मौत
- नरेंद्र नगर में पहले भी मौत
- कुत्ते के काटने के खतरे
- एसजीएमएच डॉक्टर की सलाह
- FAQ
टोल प्लाजा पर कुत्ते का हमला
रीवा के सोहागी पहाड़ स्थित टोल प्लाजा पर 4 सितंबर की सुबह करीब 4 बजे एक भयावह घटना हुई। सोनौरा निवासी ट्रक चालक कमलेश पटेल (45) जब अपने ट्रक का वजन करवाने के लिए नीचे उतरे, तो अचानक एक आवारा कुत्ते ने उन पर हमला कर दिया। कुत्ते ने सीधे उनके चेहरे पर वार किया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
ट्रक चालक कमलेश पटेल की मौत
घटना के तुरंत बाद कमलेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें एंटी रैबीज की तीन डोज दी गई और लगातार इलाज किया गया। 18 दिनों तक इलाज के बाद सोमवार को उनकी मौत हो गई। परिजनों में गहरा शोक है। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। टोल प्लाजा क्षेत्र में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या से लोगों में दहशत का माहौल है।
नरेंद्र नगर में पहले भी हुई मौत
रीवा शहर के नरेंद्र नगर मोहल्ले में भी 16 जून को आवारा कुत्ते के हमले का शिकार हुए बच्चे की मौत हो चुकी है। उसे काटने के बाद एंटी रैबीज इंजेक्शन दिए गए थे, लेकिन बच्चे की हालत बिगड़ती गई और 6 जुलाई को उसकी मौत हो गई।
कुत्ते के काटने के खतरे
डॉ राहुल मिश्रा, अधीक्षक एसजीएमएच के अनुसार, कुत्ते का हमला यदि सिर या चेहरे के नजदीक होता है तो खतरा और बढ़ जाता है। ऐसे मामलों में जहर सीधे ब्रेन तक पहुंचता है, जिससे जान बचाना मुश्किल हो जाता है।
एसजीएमएच डॉक्टर की सलाह
डॉक्टरों ने सभी से सावधानी बरतने और आवारा कुत्तों से दूरी बनाने की सलाह दी है। किसी भी काटने या खरोंच लगने पर तुरंत अस्पताल जाकर एंटी रैबीज दवा लगवाना जरूरी है।
FAQ
Q1: कमलेश पटेल की मौत कैसे हुई?
A1: टोल प्लाजा पर आवारा कुत्ते के हमले में गंभीर चोट लगने के बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हुई।
Q2: आवारा कुत्तों से सुरक्षा के लिए क्या करना चाहिए?
A2: किसी भी काटने या खरोंच पर तुरंत अस्पताल जाकर एंटी रैबीज दवा लगवाएं और कुत्तों से दूरी बनाए रखें।
Q3: रीवा में आवारा कुत्तों की समस्या क्यों बढ़ रही है?
A3: शहर और टोल प्लाजा क्षेत्रों में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे हादसों का खतरा भी बढ़ गया है।