रीवा संभाग में 'साइकिल मंगलवार': संभागायुक्त का फरमान, अधिकारी-कर्मचारी अब हर मंगलवार साइकिल से आएंगे ऑफिस

रीवा संभाग में पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य जागरूकता के लिए एक नई पहल शुरू हुई है. अब हर मंगलवार को अधिकारी और कर्मचारी साइकिल या पैदल ही ऑफिस जाएंगे, लग्जरी वाहन पार्किंग में रहेंगे.;

Update: 2025-08-02 06:26 GMT

रीवा संभाग में 'साइकिल मंगलवार' की नई पहल: रीवा शहर में अब मंगलवार का दिन एक नई पहचान लेकर आएगा. इस दिन अधिकारियों के लग्जरी वाहन ऑफिसों में नजर नहीं आएंगे, बल्कि उनकी जगह साइकिलों की कतारें दिखेंगी. ऐसा इसलिए होगा क्योंकि संभागायुक्त ने एक निर्देश जारी किया है कि हर मंगलवार को सभी अधिकारी चार पहिया और दो पहिया वाहनों का उपयोग नहीं करेंगे, बल्कि साइकिल पर सवार होकर या पैदल ही अपने कार्यालय आएंगे. यह पहल शहरी प्रदूषण को कम करने और एक स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है.

पर्यावरण, स्वास्थ्य और ईंधन बचाने पर जोर

संभागायुक्त ने इस नवाचार का दावा करते हुए कहा है कि इसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, ईंधन की बचत और स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देना है. वाहनों का कम उपयोग करने से शहरी प्रदूषण में कमी आएगी, जो शहर के लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होगा. इसके अलावा, साइकिल चलाने या पैदल चलने से अधिकारियों और कर्मचारियों का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा. यह पहल एक सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश है, जिसमें न केवल सरकारी कर्मचारी, बल्कि आम नागरिक भी जुड़कर शहर को और अधिक ईको-फ्रेंडली बना सकते हैं.

संभागायुक्त का निर्देश: सभी विभागों ने जारी किए आदेश

संभागायुक्त ने गत दिवस हुई टीएल (Time Limit) बैठक में सभी विभाग प्रमुखों को अपने कार्यालयों में यह व्यवस्था बनाने का निर्देश जारी किया था. इस निर्देश का पालन करते हुए कई विभागों ने आदेश जारी कर दिए हैं. सबसे पहला आदेश शिक्षा विभाग ने जारी किया है. लोक शिक्षण के संयुक्त संचालक ने संभाग के सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला परियोजना समन्वयक को इस संबंध में एक पत्र जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि वे अपने अधीनस्थ सभी अधिकारी-कर्मचारियों को सूचित करें कि वे मंगलवार को चार पहिया और दो पहिया वाहनों की जगह साइकिल से या फिर पैदल ऑफिस आएं.

पैदल या साइकिल से आना अनिवार्य

इस नई व्यवस्था के तहत, मंगलवार के दिन सभी अधिकारी-कर्मचारियों को ऑफिस पहुंचने के लिए सिर्फ दो विकल्प होंगे: या तो साइकिल का उपयोग करें या फिर पैदल चलकर आएं. इस दिन किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को अपने निजी या सरकारी दोपहिया या चार पहिया वाहन का उपयोग करने की अनुमति नहीं होगी. यह पहल अधिकारियों को एक मिसाल कायम करने के लिए प्रोत्साहित करेगी, ताकि आम नागरिक भी इससे प्रेरणा ले सकें. संभागायुक्त ने अधिकारियों से यह भी कहा है कि जब वे खुद साइकिल का उपयोग शुरू करेंगे, तो आम नागरिक भी इसमें जुड़ेंगे और अपने शहर को ईको-फ्रेंडली बनाने में मददगार साबित होंगे.

संभाग के अन्य जिलों में भी लागू होगा नियम

यह पहल केवल रीवा शहर तक सीमित नहीं है, बल्कि रीवा संभाग के सभी जिलों में भी लागू होगी. लोक शिक्षण के संयुक्त संचालक द्वारा जारी पत्र में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला परियोजना समन्वयक को अपने-अपने अधीनस्थ कार्यालयों में इस नियम को लागू करना होगा. यह एक एकीकृत पहल है जो पूरे संभाग में पर्यावरण और स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देगी.

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