रीवा के 7 नवआरक्षक बने 'साइबर सुपर कॉप्स'! राष्ट्रीय साइबर जागरूकता क्विज में शानदार प्रदर्शन
रीवा पुलिस प्रशिक्षण शाला के 7 नवआरक्षकों ने राज्य स्तरीय साइबर अवेयरनेस क्विज में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। डीजीपी कैलाश मकवाना ने सभी विजेताओं को 2,000 रुपये नकद इनाम देने की घोषणा की।;
- रीवा पुलिस प्रशिक्षण शाला के 432 नवआरक्षकों ने साइबर अवेयरनेस क्विज में हिस्सा लिया।
- 7 प्रशिक्षुओं ने टॉप 25 में जगह बनाकर ‘साइबर सुपर कॉप्स’ का खिताब हासिल किया।
- डीजीपी कैलाश मकवाना ने विजेताओं को 2,000 रुपये नकद इनाम देने की घोषणा की।
- कार्यक्रम राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के तहत आयोजित किया गया था।
रीवा (मध्यप्रदेश) – केंद्रीय गृह मंत्रालय के साइबर अपराध समन्वय केंद्र के तहत अक्टूबर 2025 में आयोजित राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के अवसर पर मध्यप्रदेश पुलिस मुख्यालय की प्रशिक्षण शाखा द्वारा राज्य स्तरीय ऑनलाइन साइबर अवेयरनेस क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में रीवा पुलिस प्रशिक्षण शाला के 432 नवआरक्षकों ने हिस्सा लिया और उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
रीवा के 7 नवआरक्षक बने ‘साइबर सुपर कॉप्स’
प्रतियोगिता के परिणामों में रीवा पुलिस प्रशिक्षण शाला के सात प्रशिक्षु टॉप-25 की सूची में शामिल हुए हैं। इन सभी को ‘साइबर सुपर कॉप्स’ के रूप में चयनित किया गया है। डीजीपी कैलाश मकवाना ने प्रत्येक चयनित प्रशिक्षु को 2,000 रुपये नकद इनाम देने की घोषणा की है। यह पहल पुलिस बल में साइबर अपराधों की रोकथाम के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
टॉप 25 में शामिल रीवा के नवआरक्षक
रीवा के इन सात प्रशिक्षुओं ने राज्यभर के प्रतिभागियों के बीच शानदार प्रदर्शन किया। रघुनंदन परमार ने प्रथम स्थान, अजय देवले ने द्वितीय स्थान, अंकित टेकाम ने पांचवां, चित्रांश कुमार भास्कर ने छठा, शिवम सिंह ने सत्रहवां, रविंद्र अहिरवार ने इक्कीसवां और विक्रम सोलंकी ने बाइसवां स्थान प्राप्त किया। इन सभी ने 99 से 100 प्रतिशत अंकों के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
पुलिस अधिकारियों ने दी बधाई
इनकी इस उपलब्धि पर डीजीपी कैलाश मकवाना, एडीजी प्रशिक्षण राजाबाबू सिंह तथा पीटीएस रीवा के पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार जैन ने सभी प्रशिक्षुओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल साइबर अपराध के प्रति जागरूकता बढ़ाती है, बल्कि नई पीढ़ी के आरक्षकों में तकनीकी समझ और जिम्मेदारी की भावना भी पैदा करती है।
साइबर अवेयरनेस क्विज का उद्देश्य
यह क्विज प्रतियोगिता साइबर अपराधों से निपटने की क्षमता बढ़ाने और पुलिस बल में डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए आयोजित की गई थी। इसमें ऑनलाइन धोखाधड़ी, साइबर ठगी, डेटा सुरक्षा, डिजिटल फॉरेंसिक और सोशल मीडिया सुरक्षा से संबंधित प्रश्न शामिल थे। प्रतियोगिता के माध्यम से पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत नवआरक्षकों को साइबर सुरक्षा के आधुनिक मानकों की जानकारी दी गई।
रीवा पुलिस प्रशिक्षण शाला ने बढ़ाया जिले का मान
रीवा पुलिस प्रशिक्षण शाला के प्रशिक्षुओं का यह प्रदर्शन जिले के लिए गर्व की बात है। प्रशिक्षण शाला के पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र जैन ने कहा कि यह उपलब्धि सभी प्रशिक्षकों और शिक्षकों के परिश्रम का परिणाम है। उन्होंने बताया कि साइबर अपराध अब कानून-व्यवस्था की सबसे बड़ी चुनौती बन चुके हैं, ऐसे में साइबर जागरूकता ही इसका सबसे प्रभावी समाधान है।