रीवा में शुरू होगा प्रदेश का दूसरा मदर मिल्क बैंक, नवजातों को मिलेगी राहत
रीवा के श्यामशाह मेडिकल कॉलेज से जुड़ा गांधी स्मारक चिकित्सालय बनेगा प्रदेश का दूसरा मदर मिल्क बैंक, नवजातों को मां का दूध उपलब्ध कराने की तैयारी पूरी।;
Contents / सामग्री
- रीवा में मदर मिल्क बैंक की शुरुआत
- क्यों जरूरी है मदर मिल्क बैंक?
- गांधी स्मारक चिकित्सालय की तैयारी
- इंदौर के बाद अब रीवा को मिली सुविधा
- नवजात बच्चों के लिए फायदे
- FAQ
रीवा में मदर मिल्क बैंक की शुरुआत
रीवा के श्यामशाह मेडिकल कॉलेज से संबद्ध गांधी स्मारक चिकित्सालय में प्रदेश का दूसरा मदर मिल्क बैंक स्थापित होने जा रहा है। यह बैंक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के सहयोग से खोला जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार मशीनों का ऑर्डर पहले ही दे दिया गया है और इंस्टॉलेशन का काम लगभग पूरा हो चुका है। उम्मीद है कि इसे जल्द ही आम लोगों के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
क्यों जरूरी है मदर मिल्क बैंक?
हर साल हजारों बच्चे अस्पताल में भर्ती होते हैं, जिनमें से कई को मां का दूध समय पर नहीं मिल पाता। डॉक्टरों के अनुसार, ऐसे नवजात शिशुओं में कुपोषण और संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। मदर मिल्क बैंक इस समस्या का समाधान देगा। यहां माताओं से दूध दान लिया जाएगा और इसे सुरक्षित तापमान पर स्टोर करके उन बच्चों को दिया जाएगा जिन्हें मां का दूध उपलब्ध नहीं हो पाता।
गांधी स्मारक चिकित्सालय की तैयारी
गांधी स्मारक चिकित्सालय के बाल्य एवं शिशु विभाग के एचओडी डॉ. नरेश बजाज ने बताया कि मदर मिल्क बैंक शुरू होने से नवजात बच्चों को काफी राहत मिलेगी। यहां दान में मिला दूध चिकित्सकीय मानकों के अनुसार जांचा जाएगा और फिर जरूरतमंद बच्चों तक पहुंचाया जाएगा। इस कदम से नवजात मृत्यु दर और कुपोषण के मामलों में कमी आने की उम्मीद है।
इंदौर के बाद अब रीवा को मिली सुविधा
प्रदेश का पहला मदर मिल्क बैंक इंदौर में खोला गया था। अब रीवा को यह सुविधा मिलने जा रही है। यह मध्यप्रदेश का दूसरा मदर मिल्क बैंक होगा। इससे विंध्य क्षेत्र के हजारों बच्चों को फायदा पहुंचेगा। माताएं यहां स्वेच्छा से दूध दान कर सकेंगी और अस्पताल की टीम इसे सही प्रक्रिया के तहत जरूरतमंदों तक पहुंचाएगी।
नवजात बच्चों के लिए फायदे
मदर मिल्क बैंक से उन बच्चों को जीवनदायी मदद मिलेगी, जिनकी माताएं किसी कारणवश स्तनपान नहीं करा पातीं। मां का दूध बच्चों के लिए सबसे सुरक्षित और पोषण से भरपूर होता है। इससे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और बीमारियों का खतरा कम होता है। डॉक्टरों का कहना है कि इस सुविधा से नवजात शिशुओं में सेहत बेहतर होगी और उनकी विकास यात्रा मजबूत बनेगी।
FAQ
Q1: रीवा में मदर मिल्क बैंक कब शुरू होगा?
A1: मशीनों की इंस्टॉलेशन लगभग पूरी हो चुकी है, इसे जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा।
Q2: मदर मिल्क बैंक से किन बच्चों को फायदा होगा?
A2: ऐसे नवजात जिन्हें मां का दूध उपलब्ध नहीं हो पाता, उन्हें यहां से दान में मिला दूध दिया जाएगा।
Q3: यह प्रदेश का कौन-सा मदर मिल्क बैंक है?
A3: रीवा का मदर मिल्क बैंक इंदौर के बाद मध्यप्रदेश का दूसरा होगा।