Rewa News: CMO हेमंत त्रिपाठी हटाए गए, नियम विरुद्ध नियुक्ति का मामला
मऊगंज जिले में मनगवां और नईगढ़ी नगर परिषद के CMO हेमंत त्रिपाठी को नियम विरुद्ध नियुक्ति के आरोपों के बाद तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया। विभागीय जांच में अनियमितताएं पाई गईं।;
रीवा समाचार
🔴 Highlights – CMO Removal Case
- नगर परिषद् मनगवां और नईगढ़ी के CMO हेमंत त्रिपाठी पद से हटाए गए
- विभागीय जांच में नियुक्ति को नियम विरुद्ध पाया गया
- नईगढ़ी में पार्षदों द्वारा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी चर्चा में
- प्रशासन ने दोनों नगर परिषदों के लिए नए प्रभार अधिकारियों की नियुक्ति की
मऊगंज। जिले की नगर परिषद मनगवां और नईगढ़ी में पिछले कई दिनों से जारी विवादों, शिकायतों और राजनीतिक तनातनी के बीच प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए दोनों नगर परिषदों में तैनात मुख्य नगर पालिका अधिकारी (CMO) हेमंत त्रिपाठी को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटा दिया है। विभागीय जांच में उनकी नियुक्ति को नगरीय प्रशासन के नियमों के विपरीत पाया गया, जिसके बाद नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग भोपाल ने आदेश जारी कर कार्रवाई की पुष्टि कर दी।
यह कदम दोनों नगर परिषदों में लंबे समय से चली आ रही अस्थिरता, आंतरिक खींचतान और प्रशासनिक शिकायतों के बीच लिया गया। ग्रामीणों, पार्षदों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार यह आरोप लगाया जा रहा था कि दोनों परिषदें सही ढंग से काम नहीं कर पा रही थीं और सीएमओ की तैनाती नियमों के विपरीत थी, जिससे कई निर्णयों पर सवाल उठ रहे थे।
जांच में उजागर हुई नियम विरुद्ध नियुक्ति
सूत्रों के अनुसार हेमंत त्रिपाठी मूल रूप से नगर निगम रीवा के नियमित कर्मचारी हैं और वर्तमान में वे सहायक परियोजना अधिकारी (पीओ – डूडा) के पद पर कार्यरत थे। इसके बावजूद उन्हें मनगवां और नईगढ़ी दोनों नगर परिषदों में सीएमओ का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था।
जनप्रतिनिधियों द्वारा यह सवाल बार-बार उठाया जा रहा था कि त्रिपाठी सीएमओ के फीडर कैडर में नहीं आते, फिर भी उन्हें अतिरिक्त प्रभार कैसे दिया गया? इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विभागीय जांच कराई गई, जिसमें पाया गया कि उनकी तैनाती विधिक और प्रशासनिक नियमों के अनुरूप नहीं थी।
मनगवा विधायक नरेंद्र प्रजापति ने इस पूरे प्रकरण को लेकर नगरीय प्रशासन विभाग से लिखित शिकायत की थी। शिकायत के बाद हुई जांच में अनियमितता की पुष्टि होने पर भोपाल से कार्रवाई के आदेश जारी किए गए।
नईगढ़ी परिषद में विवाद चरम पर, अविश्वास प्रस्ताव तक पहुंचा मामला
नईगढ़ी नगर परिषद में स्थिति तब और गंभीर हो गई जब परिषद के 12 पार्षदों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया। पार्षदों का आरोप था कि सीएमओ त्रिपाठी परिषद के संचालन में पक्षपाती रवैया अपना रहे थे और अध्यक्ष के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर रहे थे।
पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि सीएमओ लगातार दबाव बनाकर अध्यक्ष के चैंबर में बैठक बुलाने पर जोर दे रहे थे। इस मुद्दे को लेकर पार्षदों ने सामूहिक रूप से कलेक्टर मऊगंज को शिकायत सौंपी और कहा कि व्यक्तिगत खींचतान का असर सीधे नगर परिषद के विकास कार्यों पर पड़ रहा है।
मनगवां में भी लंबे समय से चल रही थीं शिकायतें
मनगवां नगर परिषद में भी कई दिनों से आंतरिक विवाद और प्रशासनिक अक्षमता की शिकायतें मिल रही थीं। स्थानीय लोगों और कर्मचारियों का आरोप था कि परिषद में निर्णय लेने की प्रक्रिया प्रभावित हो रही थी और कई कार्य महीनों से अटके हुए थे। इन सब आरोपों के बीच जब जांच में नियुक्ति को ही अवैध पाया गया, तो प्रशासन ने बिना देरी किए कार्रवाई कर दी।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई: दोनों नगर परिषदों को नए प्रभार
नगरीय प्रशासन विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत आदेश जारी किए। नईगढ़ी नगर परिषद में हेमंत त्रिपाठी का प्रभार हटाकर नगर परिषद कोटर की सीएमओ पूजा द्विवेदी को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। पूजा द्विवेदी अपनी कार्यकुशलता और निष्पक्ष कार्यप्रणाली के लिए जानी जाती हैं और प्रशासन उम्मीद कर रहा है कि नईगढ़ी में स्थिरता वापस लौटेगी।
वहीं मनगवां नगर परिषद में हेमंत त्रिपाठी का प्रभार वापस लेते हुए नगर निगम रीवा की सहायक आयुक्त शीतल भलावी को अस्थायी रूप से जिम्मेदारी दी गई है। शीतल भलावी को इस क्षेत्र में अनुभव है और उनसे उम्मीद है कि परिषद में चल रही अव्यवस्थाओं को जल्द नियंत्रित किया जाएगा।
राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चा तेज
हेमंत त्रिपाठी के हटाए जाने के फैसले ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल बढ़ा दी है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, पार्षद और स्थानीय संगठनों की प्रतिक्रियाएं लगातार सामने आ रही हैं। कई लोग इस कार्रवाई को आवश्यक और उचित बता रहे हैं, जबकि कुछ का कहना है कि नगर परिषदों में स्थिरता लाने के लिए अभी और सुधारों की जरूरत है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि पिछले कई महीनों से नगर परिषदों में फैसले समय पर नहीं हो रहे थे, जिससे विकास कार्यों में बाधा आ रही थी। अब नए अधिकारी आने के बाद स्थिति में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
FAQs – Mauganj CMO Removal Case
हेमंत त्रिपाठी को क्यों हटाया गया?
विभागीय जांच में पाया गया कि उनकी नियुक्ति नगरीय प्रशासन के नियमों के विपरीत थी।
त्रिपाठी किस विभाग के कर्मचारी हैं?
वे नगर निगम रीवा के कर्मचारी हैं और पीओ डूडा के पद पर कार्यरत थे।
नईगढ़ी में विवाद क्यों बढ़ा?
अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव और सीएमओ पर पक्षपात के आरोपों के कारण स्थिति गंभीर हुई।
नए प्रभार किसे दिए गए?
नईगढ़ी में पूजा द्विवेदी और मनगवां में शीतल भलावी को प्रभार दिया गया है।