न्यायाधीश को धमकी भरा पत्र भेजने वाला गिरफ्तार: रीवा की महिला जज से मांगी थी 5 अरब की फिरौती, आरोपी ने दुश्मन को फंसाने भेजी थी धमकी; प्रयागराज में पकड़ा गया
रीवा जिले के त्योंथर न्यायालय की न्यायाधीश को डाक से धमकी भरा पत्र मिला। आरोपी ने जिंदा रहने की एवज में 5 अरब की फिरौती मांगी थी। पुलिस ने जांच कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।;
रीवा जिले के त्योंथर न्यायालय की न्यायाधीश मोहिनी भदौरिया को डाक के माध्यम से धमकी भरा पत्र मिला। पत्र में लिखा गया था कि जिंदा रहना है तो 5 अरब रुपए देने होंगे। पत्र में आरोपी ने खुद को डकैत हनुमान का साथी बताया। पत्र मिलते ही न्यायाधीश ने पुलिस को सूचना दी और थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी को प्रयागराज से गिरफ्तार कर त्योंथर न्यायालय में पेश किया।
पुलिस की सक्रिय कार्रवाई
शिकायत मिलते ही रीवा पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की। शुरुआत में पत्र में प्रयागराज निवासी संदीप सिंह का नाम लिखा था। पुलिस टीम प्रयागराज पहुंची और संदीप सिंह से पूछताछ की। जांच के दौरान पता चला कि धमकी भरा पत्र वास्तव में किसी और ने लिखा है। डाक विभाग और सीसीटीवी फुटेज की जांच से सुराग मिले कि यह पत्र देवराज सिंह नामक युवक ने भेजा था।
रंजिश में लिखा गया धमकी भरा पत्र
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी देवराज सिंह का संदीप सिंह से कुछ दिन पहले विवाद हुआ था। उसी विवाद के चलते उसने संदीप को फंसाने के लिए उसके नाम से धमकी भरा पत्र लिखा और न्यायाधीश को भेज दिया। आरोपी ने प्रयागराज के RMS डाकघर से यह पत्र रजिस्ट्री कराया था। सीसीटीवी फुटेज में उसकी मौजूदगी की पुष्टि हुई।
आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने सबूत इकट्ठा कर देवराज सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने संदीप सिंह को फंसाने के लिए यह कदम उठाया था। पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश कर दिया है। इस घटना से स्पष्ट है कि पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल की।
FAQ
प्रश्न 1: न्यायाधीश को किस प्रकार धमकी दी गई?
उत्तर: न्यायाधीश को डाक के जरिए एक पत्र भेजा गया, जिसमें 5 अरब की फिरौती मांगी गई थी।
प्रश्न 2: आरोपी कौन है?
उत्तर: आरोपी देवराज सिंह है, जिसने रंजिश के चलते संदीप सिंह को फंसाने के लिए यह पत्र भेजा था।
प्रश्न 3: आरोपी को कब गिरफ्तार किया गया?
उत्तर: आरोपी को पुलिस ने 2 सितम्बर की घटना के बाद जांच पूरी कर 28 सितम्बर के आसपास गिरफ्तार किया।