रीवा के जेपी स्कूलों में फीस वृद्धि पर अभिभावकों का बड़ा विरोध: 'मनमानी' के खिलाफ सड़कों पर उतरने की तैयारी

जय ज्योति और सरदार पटेल स्कूल में अचानक फीस वृद्धि से अभिभावक नाराज़, विरोध प्रदर्शन के साथ आंदोलन की चेतावनी दी गई है।;

Update: 2025-08-02 12:41 GMT

रीवा जिले के नववस्था क्षेत्र में जयप्रकाश एसोसिएट द्वारा संचालित जय ज्योति स्कूल जेपी नगर और सरदार पटेल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में अप्रत्याशित फीस वृद्धि ने अभिभावकों में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। अभिभावकों ने इसे स्कूलों की मनमानी बताते हुए जोरदार विरोध प्रदर्शन किया है और चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

फीस वृद्धि का चौंकाने वाला गणित

अभिभावकों के अनुसार, जय ज्योति स्कूल जेपी नगर में फीस में कई गुना वृद्धि की गई है। कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों की मासिक फीस ₹1200 से बढ़ाकर सीधे ₹2960 कर दी गई है, जिसमें ₹500 कंप्यूटर फीस अलग से है, जिससे कुल मासिक शुल्क ₹3460 तक पहुंच गया है। इसी तरह, कक्षा 6 से 8 तक की फीस ₹3525, कक्षा 9 से 10 तक की फीस ₹3625, और कक्षा 11 व 12 के छात्रों की फीस ₹3750 कर दी गई है। वहीं, सरदार पटेल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में भी मासिक फीस ₹150 से बढ़ाकर ₹600 कर दी गई है।

सत्र के बीच में वृद्धि और सरकारी नियमों का उल्लंघन

अभिभावकों का सबसे बड़ा आरोप यह है कि यह फीस वृद्धि स्कूल सत्र शुरू होने के दो महीने बाद की गई है और उन्हें इसकी कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी। उनका कहना है कि यह मध्यमवर्गीय परिवारों की कमर तोड़ने जैसा है और कई परिवारों को बच्चों की शिक्षा जारी रखने के लिए कर्ज लेने पर मजबूर होना पड़ेगा। अभिभावकों ने यह भी बताया कि सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार निजी स्कूलों की फीस में 10% से अधिक की बढ़ोतरी नहीं की जानी चाहिए, जबकि इन स्कूलों ने इस नियम का सरासर उल्लंघन किया है।

'शिक्षा पर डाका' और अन्य अनिवार्य शुल्क

अभिभावकों ने इस फीस वृद्धि को "शिक्षा पर डाका" करार दिया है। उन्होंने डेवलपर चार्ज, स्मार्ट क्लास के शुल्क, और ड्रेस व किताबों की अनिवार्यता को भी शिक्षा पर अनावश्यक बोझ बताया है। उनका कहना है कि यह सब बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के नाम पर अभिभावकों से अधिक पैसे वसूलने का तरीका है।

अभिभावकों की मांग और आगे की रणनीति

आक्रोशित अभिभावकों ने जय ज्योति स्कूल के प्राचार्य को ज्ञापन सौंपकर पुरानी फीस बहाल करने की मांग की है। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो वे जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर को भी ज्ञापन देंगे और उनसे त्वरित कार्रवाई की मांग करेंगे। अभिभावकों ने यह भी कहा है कि यदि इन सभी प्रयासों के बाद भी कोई समाधान नहीं निकलता है, तो वे न्यायालय का दरवाजा खटखटाने और बड़े पैमाने पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। इस मुद्दे पर रीवा में शिक्षा के अधिकार और निजी स्कूलों की मनमानी फीस वसूली पर एक नई बहस छिड़ गई है।

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