रीवा शहर में संचालित अवैध अहाते पर निगम का ताला, निगमायुक्त की मौजूदगी में हुई कार्रवाई; पुलिस और आबकारी विभाग की भूमिका पर सवाल
रीवा में प्रदेश सरकार के प्रतिबंध के बावजूद अवैध अहाते धड़ल्ले से चल रहे थे. नगर निगम ने एक अवैध अहाते को सील किया, जिससे आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं.;
प्रदेश सरकार ने भले ही अहातों (शराब पीने की खुली जगह) पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया हो, लेकिन रीवा शहर में अभी भी खुलेआम इनका संचालन जारी है. ऐसे ही एक अवैध अहाते पर शनिवार को नगर निगम की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उसे सील कर दिया. यह कार्रवाई ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में की गई, जहां ट्रांसपोर्ट व्यवसाय के नाम पर लीज पर ली गई जमीन का दुरुपयोग कर टीनशेड लगाकर शराब परोसी जा रही थी. इस कार्रवाई ने एक बार फिर आबकारी विभाग और संबंधित थाने की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि जिस जिम्मेदारी को उन्हें निभाना था, वह अब नगर निगम को करनी पड़ रही है.
निगमायुक्त की मौजूदगी में सील हुआ अवैध अहाता
नगर निगम आयुक्त सौरभ सोनवड़े खुद इस कार्रवाई के दौरान मौके पर मौजूद रहे. उन्होंने अपनी टीम की निगरानी में अवैध अहाते को सील करवाया. आयुक्त सोनवड़े ने बताया कि जिस भूखंड पर यह अहाता चल रहा था, उसे ट्रांसपोर्ट कारोबार के लिए लीज पर लिया गया था. लेकिन, नियमों का उल्लंघन करते हुए बिना किसी अनुमति के वहां अवैध रूप से शराब परोसने का काम किया जा रहा था. उन्होंने साफ किया कि ना तो वहां शराब की दुकान की अनुमति थी और ना ही अहाते के संचालन की. इसलिए, इस अहाते को सील कर दिया गया है. इसके साथ ही, संबंधित भूखंड की लीज निरस्तीकरण की कार्रवाई भी शुरू की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसा अवैध कार्य दोबारा न हो सके.
आबकारी विभाग पर उठे सवाल
रीवा में अवैध अहाते पर नगर निगम की इस कार्रवाई से आबकारी विभाग और स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. प्रदेश सरकार ने पहले ही अहातों पर प्रतिबंध लगा दिया था, ऐसे में इनका खुलेआम संचालन होना सीधे तौर पर प्रशासन की ढिलाई को दर्शाता है. यह आबकारी विभाग की जिम्मेदारी थी कि वह ऐसे अवैध अहातों की पहचान करे और उन पर समय रहते कार्रवाई करे. लेकिन, जब नगर निगम को यह कदम उठाना पड़ा, तो इससे साफ है कि कहीं न कहीं जिम्मेदारी निभाने में कमी रही है. नागरिकों का मानना है कि यदि आबकारी विभाग अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से निभाता तो ऐसी अवैध गतिविधियां शायद इतनी आसानी से नहीं चल पातीं.