रीवा में पहला ‘रेवा टू रूस फिल्म फेस्टो 2025’: सोनू सूद रीवा आएंगे, राजकपूर की 101वीं जयंती पर विशेष श्रद्धांजलि का आयोजन
रीवा में 12 से 14 दिसंबर तक ‘रेवा फिल्म्स फेस्टो 2025’ आयोजित होगा। बॉलीवुड स्टार सोनू सूद, फिल्मकार, निर्देशक और म्यूजिक आर्टिस्ट शामिल होंगे। राजकपूर की 101वीं जयंती पर विशेष समारोह।;
- रीवा में 12 से 14 दिसंबर तक ‘रेवा फिल्म्स फेस्टो 2025’ का आयोजन
- बॉलीवुड और साउथ फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता सोनू सूद होंगे विशेष अतिथि
- फेस्ट का थीम — ‘द ग्रेट शोमैन राजकपूर एंड द गोल्डन एज ऑफ इंडियन सिनेमा’
- 14 दिसंबर को राजकपूर की 101वीं जयंती पर होगा विशेष श्रद्धांजलि समारोह
- यंग क्रिएटर्स, फिल्म मेकर्स, निर्देशक और संगीतकारों की राष्ट्रीय स्तर की भागीदारी
रीवा। विंध्य की सांस्कृतिक धरती 12 से 14 दिसंबर के बीच एक ऐसे आयोजन की मेज़बानी करने जा रही है, जिसकी प्रतीक्षा यहां के फिल्म प्रेमी और कलाकार वर्षों से कर रहे थे। ‘रेवा फिल्म्स फेस्टो 2025’ पहली बार अपने भव्य स्वरूप में आयोजित किया जा रहा है, और इस महाआयोजन में बॉलीवुड और साउथ सिनेमा के सुपरस्टार सोनू सूद विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। यह पहला अवसर होगा जब सोनू सूद विंध्य की धरती में कदम रखेंगे।
कोरोना महामारी के कठिन दौर में जब देशभर में लोग संकट में थे, तब सोनू सूद ने मदद के नए मानक स्थापित किए थे। उसी समय उन्होंने विंध्य और रीवा के लोगों का धन्यवाद करते हुए रीवा आने का वादा किया था। वह वादा अब 2025 में पूरा हो रहा है—जो न केवल एक कलाकार का आगमन है, बल्कि हजारों दिलों की भावनाओं का सम्मान भी है।
फेस्टो का थीम: ‘द ग्रेट शोमैन राजकपूर एंड द गोल्डन एज ऑफ इंडियन सिनेमा’
यह फिल्म फेस्टिवल सिर्फ एक मनोरंजन आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा के स्वर्णिम अध्याय को पुनः उद्घाटित करने का एक प्रयास है। फेस्टो का केंद्रीय थीम ‘द ग्रेट शोमैन राजकपूर’ को समर्पित है, जो भारतीय फिल्मों में भावनाओं, सामाजिक यथार्थ और मानवीय अभिव्यक्ति के शाश्वत प्रतीक रहे।
14 दिसंबर को राजकपूर की 101वीं जयंती के अवसर पर विशेष श्रद्धांजलि समारोह आयोजित होगा, जिसमें भारत और विदेश के प्रसिद्ध निर्देशक, संगीतकार, फिल्म इतिहास विशेषज्ञ और कलाकार शामिल होंगे।
साहित्य, संगीत, डांस और फिल्म लाइफ — सब एक मंच पर
- क्लासिक और समकालीन फिल्मों की स्क्रीनिंग
- डांस और म्यूजिक परफॉर्मेंस
- वर्कशॉप्स — सिनेमा लेखन, निर्देशन, अभिनय और फिल्म एडिटिंग पर
- ‘यंग क्रिएटर्स कॉर्नर’ — युवा प्रतिभाओं को मंच
- रेवा फिल्म अवॉर्ड्स 2025 — नए कलाकारों, निर्देशकों और फिल्म प्रोजेक्ट्स का सम्मान
- विंध्य और रूस: सिनेमा-सांस्कृतिक रिश्तों पर पैनल चर्चा
फेस्टो की आत्मा: कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम
रीवा की पहचान, कला और संस्कृति में कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम एक भावनात्मक विरासत के रूप में स्थापित है। इसका भूमिपूजन रणधीर कपूर ने स्वयं किया था, और 2018 के लोकार्पण में कई बॉलीवुड हस्तियां रीवा आई थीं।
अब यह ऑडिटोरियम फिर से जगमगाएगा—इस बार सोनू सूद की उपस्थिति और विंध्य के सांस्कृतिक उत्सव के कारण।
सोनू सूद के आगमन का भावनात्मक महत्व
जब देश में महामारी का संकट था, यात्रियों, श्रमिकों और अनगिनत परिवारों के लिए सोनू सूद एक उम्मीद बनकर उभरे। रीवा के लोगों ने डिजिटल माध्यमों पर उनसे संपर्क किया था। सोनू ने तब कहा था —
“रीवा की धरती पर कभी जरूर आऊंगा।”
अब वह दिन आ रहा है, और यह विंध्य के लिए इमोशनल और इंस्पिरेशनल दोनों पल होगा।
डिप्टी CM राजेंद्र शुक्ल: “यह विंध्य की रचनात्मक पहचान का उत्सव है”
डिप्टी मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा —
“रेवा फिल्म्स फेस्टो विंध्य की कला, संस्कृति और सृजनशीलता को राष्ट्रीय और वैश्विक मंच पर स्थापित करेगा।”
विंध्य फिल्म संस्कृति का ऐतिहासिक संबंध
रीवा रियासत सदियों से कला, संगीत और मंच संस्कृति की भूमि रही है। यहां:
- तानसेन संगीत परंपरा
- काव्य और लोकगीत
- बाघेल नृत्य और परंपरा
- मंदिर संस्कृति और छायाचित्र कला
ये सभी भारतीय कला इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
‘रेवा फिल्म अवॉर्ड्स 2025’ — युवाओं को मिलेगा राष्ट्रीय मंच
यह फेस्ट युवा फिल्ममेकर, स्क्रिप्ट राइटर, शॉर्ट फिल्म कलाकारों और संगीतकारों को पहचान देने जा रहा है।