रीवा: फर्जी अनुकंपा नियुक्तियों की जांच लटकी, दो महीने बाद भी रिपोर्ट नहीं
रीवा में फर्जी अनुकंपा नियुक्तियों की जांच दो माह से लंबित, समिति की रिपोर्ट नहीं | Rewa fake compassionate jobs probe delayed, no report yet;
रीवा: जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में हुए फर्जी अनुकंपा नियुक्तियों का मामला अधर में लटक गया है। संभागायुक्त ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया था, जिसे 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया गया था, लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद भी जांच पूरी नहीं हो सकी है।
संभागायुक्त ने 13 जून 2025 को एक आदेश जारी कर पिछले तीन वर्षों में हुई अनुकंपा नियुक्तियों की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति बनाई थी। समिति में एसडीएम हुजूर, जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन और संभागीय लेखाधिकारी शामिल थे। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया था कि फर्जी तरीके से की गई नियुक्तियों की पहचान कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाए।
हालांकि, दो महीने का समय बीतने के बाद भी समिति ने जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं किया है। सूत्रों के अनुसार, यह संदेह भी जताया जा रहा है कि इस देरी का मकसद फर्जीवाड़ा करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को बचाना है। संभागायुक्त ने पिछले एक वर्ष में हुई 6 मामलों की जांच के आदेश दिए थे, जिनमें फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अनुकंपा नियुक्तियां की गई थीं। जांच में हो रही देरी से सवाल उठ रहे हैं कि आखिर जिम्मेदार अधिकारी किस नियम के तहत कार्रवाई करेंगे।