रीवा में BJP MLA सिद्धार्थ तिवारी ने दिग्विजय सिंह को 'मौलाना' कहा, पूर्व सीएम के जवाब ने सियासी गलियारे में हलचल मचा दी

रीवा में हुए कार्यक्रम में त्योंथर से भाजपा विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने मंच से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को 'मौलाना' कहा, सोशल मीडिया पर दोनों नेताओं के बयान वायरल।;

Update: 2025-09-21 13:33 GMT

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सिद्धार्थ तिवारी ने मंच से कहा 'मौलाना' 

रीवा के एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भाजपा विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के पोते, सिद्धार्थ तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को मंच से 'मौलाना' कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह को अपने परिवार के संस्कारों के अनुसार चलना चाहिए। सिद्धार्थ ने यह भी जोड़ा कि कांग्रेस की नीयत और चरित्र को वह सबसे अच्छी तरह समझते हैं। उन्होंने याद दिलाया कि दिग्विजय सिंह पहले आतंकवादी ओसामा को 'ओसामा जी' कहकर बुलाते थे, जो उनके दृष्टिकोण पर सवाल उठाता है। इस बयान ने रीवा और मध्यप्रदेश की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है।

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का जवाब – सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया

सिद्धार्थ तिवारी के बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सिद्धार्थ को अपने पुत्र समान बताते हुए कहा कि उनके लिए वह हमेशा परिवार जैसे हैं। वहीं, सिद्धार्थ ने टिप्पणी करते हुए कहा कि वरिष्ठ नेता होने के नाते दिग्विजय सिंह को 'मौलाना' शब्द से कोई आपत्ति नहीं होगी। इस बयान ने सोशल मीडिया पर राजनीतिक बहस को तेज कर दिया है।

रीवा और विधानसभा का ऐतिहासिक संदर्भ – सिद्धार्थ तिवारी और दिग्विजय सिंह का संबंध

सिद्धार्थ तिवारी के दादा, श्रीनिवास तिवारी, दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्री कार्यकाल (1993-2003) के दौरान विधानसभा अध्यक्ष थे। उन्हें 'सफेद शेर' के नाम से जाना जाता था। दिग्विजय सिंह जब विंध्य क्षेत्र के दौरे पर जाते थे, तो वे कहते थे कि "मैं मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री हूं, लेकिन विंध्य का मुख्यमंत्री नहीं हूं, यहाँ के सीएम दादा श्रीनिवास तिवारी हैं।" 

दिग्विजय के कार्यकाल में सड़कें और विकास पर टिप्पणी

भाजपा नेताओं ने अक्सर दिग्विजय सिंह के कार्यकाल की आलोचना की है। दो महीने पहले भाजपा विधायक प्रीतम लोधी ने कहा कि दिग्विजय सिंह के समय सड़कों की हालत 'ओम पुरी जैसी' थी, जबकि वर्तमान सरकार ने उन्हें 'श्रीदेवी जैसी' कर दिया है। 

दिग्विजय सिंह का कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संदेश – युवाओं को जोड़ने की अपील

करीब तीन महीने पहले ग्वालियर दौरे के दौरान, दिग्विजय सिंह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि युवाओं को कांग्रेस से जोड़ो। उन्होंने अचानक टिप्पणी की, 'कांग्रेस से जोड़ो, दिग्विजय सिंह जाए भाड़ में।' यह बयान कुछ कार्यकर्ताओं के लिए समझना मुश्किल था, लेकिन यह दर्शाता है कि दिग्विजय सिंह अपने अंदाज और वक्तव्य के कारण हमेशा सुर्खियों में रहते हैं।

रीवा और मध्यप्रदेश में राजनीतिक प्रभाव – आगामी चुनावों पर असर

सिद्धार्थ तिवारी और दिग्विजय सिंह के बीच यह विवाद रीवा और मध्यप्रदेश की राजनीति में हलचल पैदा कर रहा है। स्थानीय मीडिया और सोशल मीडिया पर दोनों नेताओं के बयान तेजी से वायरल हो रहे हैं। जनता और कार्यकर्ता इस बहस पर अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं, जिससे आगामी विधानसभा चुनावों में राजनीतिक रणनीतियों पर असर पड़ सकता है। यह घटना BJP और Congress के बीच राजनीतिक टकराव को और बढ़ा रही है।

FAQ – रीवा राजनीतिक विवाद

Q1: सिद्धार्थ तिवारी ने दिग्विजय सिंह को क्यों 'मौलाना' कहा?

उन्होंने यह टिप्पणी रीवा के एक कार्यक्रम में दी और कहा कि दिग्विजय सिंह को अपने परिवार के संस्कारों के अनुसार चलना चाहिए।

Q2: दिग्विजय सिंह ने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी?

उन्होंने सोशल मीडिया पर सिद्धार्थ तिवारी को अपने पुत्र समान बताया।

Q3: श्रीनिवास तिवारी और दिग्विजय सिंह का क्या संबंध था?

श्रीनिवास तिवारी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्री कार्यकाल में विधानसभा अध्यक्ष थे।

Q4: भाजपा नेताओं ने दिग्विजय सिंह के कार्यकाल की किन चीजों की आलोचना की?

उन्होंने सड़कों की स्थिति और विकास कार्यों की धीमी गति पर टिप्पणी की।

Q5: दिग्विजय सिंह युवाओं के लिए क्या संदेश देते हैं?

वे कहते हैं कि युवाओं को कांग्रेस से जोड़ो और सक्रिय राजनीति में शामिल करें।


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