रीवा में नवजात को एयरलिफ्ट किया: मासूम के दिल में छेद, इलाज के लिए एयर एम्बुलेंस से मुंबई भेजा; डिप्टी सीएम के निर्देश पर तुरंत कार्रवाई
रीवा में एक माह के मासूम के दिल में छेद मिला। RBSK और PM श्री योजना की मदद से बच्चे को एयर एम्बुलेंस से मुंबई SRCC हॉस्पिटल रेफर किया गया। इलाज जारी।;
🔴 एयर एम्बुलेंस से मुंबई SRCC हॉस्पिटल रेफर
🔴 RBSK और पीएम श्री योजना ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
🔴 उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला के निर्देश पर तुरंत कार्रवाई
Rewa Health Miracle | एक माह के मासूम की जान बचाने में सरकारी योजनाओं की बड़ी भूमिका, मुंबई के लिए एयरलिफ्ट किया
रीवा जिले में जन्मे एक एक माह के नवजात को अचानक गंभीर स्वास्थ्य समस्या ने घेर लिया, जिससे उसके जीवन पर बड़ा खतरा मंडराने लगा। परिवार इलाज के लिए भटक रहा था, लेकिन अंततः राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) और मध्य प्रदेश सरकार की PM Shri योजना मासूम के लिए जीवनदायिनी साबित हुईं।
उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला के निर्देश पर रीवा के कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल से मासूम बच्चे को एयर एंबुलेंस के माध्यम से मुंबई के SRCC चिल्ड्रन हॉस्पिटल रेफर किया गया। चिकित्सकों का कहना है कि बच्चे के दिल में जन्मजात छेद था और उसकी हालत तेजी से बिगड़ रही थी, ऐसे में तत्काल उच्च स्तरीय उपचार आवश्यक था।
Parents Story | परिजनों ने कब महसूस की बच्चे की स्थिति?
रीवा जिले के रायपुर ब्लॉक निवासी शशि भूषण तिवारी और उनकी पत्नी प्रियंका पाठक को एक माह पूर्व पुत्र सुख प्राप्त हुआ था। बच्चे का जन्म सामान्य रहा, लेकिन कुछ दिनों बाद परिजनों को उसकी सांस लेने में कठिनाई और शरीर का रंग बदलता हुआ दिखा।
पहले स्थानीय निजी अस्पताल में जांच कराई गई जहां निमोनिया की आशंका जताई गई, लेकिन इलाज के बाद भी उसकी स्थिति में बेहतर सुधार नहीं आया। परिजन चिंतित थे और उसे बेहतर उपचार के लिए चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. शब्द सिंह के पास ले गए।
Medical Diagnosis | कार्डियक इको में सामने आया बड़ा सच
डॉ. शब्द सिंह ने नवजात की स्थिति देखकर तत्काल कार्डियक इको कराने की सलाह दी। रिपोर्ट जब हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. केडी सिंह ने जांची, तब पता चला कि मासूम के दिल में गंभीर छेद है और उसकी हालत लगातार बिगड़ सकती है।
छोटे से नवजात के लिए यह स्थिति बेहद खतरनाक थी। चिकित्सकों ने तत्काल उच्च स्तरीय संस्थान में भर्ती कराने की सलाह दी। लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के लिए यह संभव नहीं था।
RBSK & PM SHRI Scheme | सरकारी योजनाएं बनीं जीवन रक्षक
बच्चे के बेहतर इलाज के लिए परिजन कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल पहुंचे और सिविल सर्जन डॉ. प्रतिभा मिश्रा को स्थिति बताई। उन्होंने मामले की गंभीरता समझते हुए तुरंत बच्चे को उपचार के लिए भर्ती कराया और RBSK शाखा के शीघ्र हस्तक्षेप प्रबंधक विष्णु प्रताप सिंह को सूचना दी।
RBSK टीम ने बिना समय गंवाए पंजीयन, दस्तावेज़ और रेफरल से संबंधित कार्रवाइयां पूरी कीं। इसके साथ ही मुंबई के SRCC हॉस्पिटल की डॉक्टर डॉ. प्रिया प्रधान से संपर्क किया गया, जिन्होंने तत्काल भर्ती के लिए सहमति दे दी।
Air Ambulance Transfer | रीवा एयरपोर्ट से मुंबई तक एयर लिफ्ट
मामले की गंभीरता को देखते हुए, MP के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने विशेष निर्देश जारी किए। इसके बाद रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल, CMHO रीवा और श्यामशाह मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मिलकर रेफर की प्रक्रिया तेजी से शुरू कराई।
रविवार सुबह करीब 9 बजे रीवा एयरपोर्ट से एयर एम्बुलेंस में मासूम को मुंबई एयरलिफ्ट कर SRCC हायर सेंटर चाइल्ड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां विशेषज्ञ टीम द्वारा तुरंत उपचार शुरू कर दिया गया।
Child's Current Condition | नवजात की स्थिति
SGMH रीवा के अधीक्षक डॉ. राहुल मिश्रा के अनुसार नवजात का शरीर नीला पड़ रहा था, ऑक्सीजन स्तर लगातार कम हो रहा था और उसकी सांसें तेज चल रही थीं। यदि उसे समय पर एयरलिफ्ट नहीं किया जाता तो स्थिति बेहद गंभीर हो सकती थी।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत बच्चे के उपचार और सर्जरी की प्रक्रिया निःशुल्क कराई जा रही है। मेडिकल टीम को उम्मीद है कि ऑपरेशन के बाद बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हो जाएगा।
FAQs | अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. बच्चे को एयर एम्बुलेंस से क्यों रेफर किया गया?
क्योंकि दिल में छेद के कारण उसकी स्थिति बेहद गंभीर थी और उच्च स्तरीय उपचार तत्काल आवश्यक था।
2. RBSK योजना का बच्चे के उपचार में क्या योगदान रहा?
RBSK टीम ने पंजीयन, रेफरल और विशेष अस्पताल से कनेक्शन बनाकर पूरा उपचार प्रक्रिया तेजी से शुरू कराई।
3. बच्चे का इलाज किस अस्पताल में चल रहा है?
मुंबई के प्रतिष्ठित SRCC हायर सेंटर चाइल्ड हॉस्पिटल में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा उपचार जारी है।
4. क्या इलाज निःशुल्क कराया जा रहा है?
हाँ, आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत बच्चे का सर्जिकल उपचार मुफ्त में किया जा रहा है।
5. बच्चे के स्वस्थ होने की कितनी संभावना है?
डॉक्टरों के अनुसार ऑपरेशन सफल होने पर बच्चा पूरी तरह ठीक हो सकता है।