मऊगंज: तालाब में डूबे दो छात्र, स्कूल से लौटते वक्त हुआ हादसा

मऊगंज के गढ़वा गांव में स्कूल से लौटते समय तालाब में नहाने गए दो सातवीं के छात्रों की डूबने से मौत, पुलिस जांच में जुटी। गांव में पसरा मातम।;

Update: 2025-08-06 10:11 GMT

मऊगंज। नवगठित मऊगंज जिले के नईगढ़ थाना क्षेत्र में उस वक्त मातम पसर गया, जब स्कूल से लौटते समय तालाब में नहाने गए दो मासूम छात्रों की गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई। इस हृदय विदारक घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है, और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

स्कूल से लौटते समय हुआ हादसा

यह दुखद घटना नईगढ़ थाना क्षेत्र के गढ़वा लखन कोरियान और गढ़वा रामदेव सिंह गांव के दो सातवीं कक्षा के छात्रों – प्रियांशु विश्वकर्मा और शिबू जायसवाल के साथ हुई। दोनों छात्र शासकीय माध्यमिक शाला मुड़ला में पढ़ते थे और गहरे दोस्त थे। स्कूल से छुट्टी होने के बाद जब वे घर लौट रहे थे, तो रास्ते में एक तालाब को देखकर उसमें नहाने के लिए उतर गए। उन्हें तालाब की गहराई और पानी के बहाव का अंदाजा नहीं था। कुछ ही देर में दोनों गहरे पानी में डूब गए और बाहर नहीं निकल पाए।

पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से निकाले शव

बच्चों के डूबने की खबर जैसे ही गांव में फैली, अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। नईगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के सहयोग से काफी मशक्कत के बाद दोनों बच्चों के शवों को तालाब से बाहर निकाला। इसके बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। पुलिस ने फिलहाल एक दुर्घटना मानकर केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच में जुटी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही घटना में किसी भी लापरवाही की पुष्टि हो सकेगी।

गांव में पसरा मातम

इस हादसे के बाद दोनों परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके घरों में मातम छा गया है। ग्रामीणों ने बताया कि दोनों बच्चे पढ़ाई में बहुत होनहार और आज्ञाकारी थे, और स्कूल में भी उनके शिक्षक उन्हें काफी पसंद करते थे।

बच्चों की सुरक्षा पर उठे सवाल, प्रशासन पर जिम्मेदारी

यह घटना एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। अक्सर बच्चे अकेले स्कूल आते-जाते हैं और रास्ते में खेलते या तालाबों में नहाने जैसी गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि गांवों में स्थित तालाबों और नहरों की घेराबंदी कर उन्हें चिन्हित किया जाए ताकि इस तरह के हादसों को रोका जा सके। साथ ही, स्कूलों में बच्चों को जल सुरक्षा के बारे में जागरूक करना भी अत्यंत आवश्यक है। इस मामले ने अभिभावकों की जिम्मेदारी भी बढ़ा दी है कि वे अपने बच्चों को अकेले न भेजें और उन्हें जलजनित दुर्घटनाओं से बचने के बारे में सख्ती से समझाएं।

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