गोड़हर के जितेंद्र त्रिपाठी ने रोशन किया गांव का नाम, बने असिस्टेंट प्रोफेसर

छोटे से गांव गोड़हर के बेटे जितेंद्र कुमार त्रिपाठी ने MPPSC परीक्षा में सफलता पाई और असिस्टेंट प्रोफेसर बने, पूरे गांव में खुशी की लहर;

Update: 2025-10-10 11:32 GMT

मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव गोड़हर के लिए यह किसी उत्सव से कम नहीं है। गांव के होनहार बेटे जितेंद्र कुमार त्रिपाठी ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता का परचम लहराते हुए असिस्टेंट प्रोफेसर (समाजशास्त्र) के पद पर अपनी जगह बनाई है। इस खबर के आते ही पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है और हर कोई जितेंद्र की इस शानदार उपलब्धि पर गौरवान्वित महसूस कर रहा है।

गोड़हर स्थित "उर्मलिया हाउस" के निवासी जितेंद्र कुमार त्रिपाठी, जो कि पुष्पेंद्र उर्मलिया के अनुज हैं, अपनी लगन और अथक परिश्रम के लिए जाने जाते हैं। उनकी इस सफलता ने यह साबित कर दिया है कि यदि दृढ़ निश्चय और सच्ची लगन हो तो छोटे से छोटे गांव से भी निकलकर बड़े से बड़े मुकाम हासिल किए जा सकते हैं। जितेंद्र की इस कामयाबी से न केवल उनके परिवार का सिर गर्व से ऊंचा हुआ है, बल्कि उन्होंने पूरे गोड़हर गांव को एक नई पहचान दिलाई है।

जितेंद्र कुमार त्रिपाठी की इस उल्लेखनीय सफलता पर उनके परिवार, मित्रों और समस्त ग्रामवासियों में हर्षोल्लास का माहौल है। उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। सभी ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि जितेंद्र की यह उपलब्धि गांव के अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगी।

यह चयन केवल एक व्यक्तिगत सफलता नहीं है, बल्कि यह उस ग्रामीण प्रतिभा का प्रमाण है जो सही अवसर मिलने पर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी चमक बिखेर सकती है। जितेंद्र कुमार त्रिपाठी की यह यात्रा दर्शाती है कि मेहनत और शिक्षा के माध्यम से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। पूरा गोड़हर ग्राम आज अपने इस बेटे की सफलता का जश्न मना रहा है।

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