कोरोना का खतरा : न हाथ मिलाएं न गले मिल, आंगनबाड़ी केन्द्र से लेकर विवि तक बंद : REWA NEWS

REWA : राष्ट्रीय आपदा कोरोना वायरस को लेकर चारों तरफ खौफ का वातावरण है। हर स्तर पर बचाव के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी की वजह से शिक्षा

Update: 2021-02-16 06:14 GMT

REWA : राष्ट्रीय आपदा कोरोना वायरस को लेकर चारों तरफ खौफ का वातावरण है। हर स्तर पर बचाव के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी की वजह से शिक्षा संस्थान बंद कर दिए गए हैं। आंगनबाड़ी से लेकर विवि तक बंद कर दिए गए हैं। बच्चों की लास नहीं लगेगी केवल सरकारी और प्रायवेट शिक्षकों को ही इससे छूट नहीं है उन्हें स्कूल जाना होगा। बाकी सब कुछ बंद रहेगा। Corona threat: neither shake hands nor embrace, closed from anganwadi center to university: REWA NEWS

ये करने का दावा स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है विदेश से आने वाले हर व्यक्ति का सबसे पहले उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा, जब तक उसके सेंपल की जांच रिपोर्ट नहीं आ जायेगी तब तक उसे डॉटरो की निगरानी में रखा जायेगा। इसके लिए स्वास्थ्य महकमे ने गोविंदगढ़ लाक के डिहिया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को कोरोन टाइम सेंटर बनाया गया है, जहां आने वाले मरीज के रहने, खाने एवं इलाज की समुचित व्यवस्था रहेगी। जांच रिपोर्ट यदि पॉजिटिव आती है, तब उस मरीज को संजय गांधी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जायेगा।

8 हजार मास्क हैं उपलध संक्रामक बीमारी के नोडल अधिकारी डॉ अक्षय श्रीवास्तव का दावा है कि जिले में 8 हजार एन-95 मास्क की उपलधता है वहीं नान टच थर्मामीटर 20 और टाईबैग सूट भी 20 की संया में उपलध हैं। सभी को मास्क लगाने की आवश्यकता नहीं हर किसी को मॉस्क पहनने की आवश्यकता नहीं है। यदि कोई व्यक्ति अपने मुंह में डबल फोल्ड कपड़ा भी बंाधकर रखता है, इससे ाी संक्रमण से बचा जा सकता है। अब मांगी जा रही स्टाक की जानकारी कोरोना वायरस के लिए मास्क की भारी कालाबाजारी के बाद अब मेडिकल स्टोर के संचालकों ने ड्रग इंस्पेटर को दिए निर्देश दिए हैं कि सभी दवा दुकानदारों से तीन दिन के अंदर थ्री लेयर मॉस्क, एन-95 मॉस्क, सेनेटाइजर एवं आवश्यक दवाइयां की उपलधता संबंधी दस्तावेज उपलध कराएं।

सजा का है प्रावधान कोरोना वायरस से बचाव हेतु आवश्यक सामग्रियों की कालाबाजारी करने पर जुर्माने के साथ 7 साल तक की सजा हो सकती है वहीं 6 महीने के लिए नजरबंद भी किया जा सकता है। नहीं चेक किये जा रहे गेट पास कोरोना वायरस को लेकर सरकार गंभीर है, वहीं स्कूल, कालेजों एवं थियेटर आदि जहां भी भीड़-भाड़ एकत्र होने की संभावनायें देखने को मिल रही हैं, उन संस्थानों को बंद करने के निर्देश दिये जा रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य महकमा बड़ी लापरवाही बरत रहा है जो जानलेवा साबित हो सकती है। संजय गांधी अस्पताल के बच्चा वार्ड एवं गायनी वार्ड में मरीज के परिजनों की भीड़ संक्रमण फैलाने की संभावना को बल प्रदान कर रही है।

अस्पताल की गैलरी में सैकड़ों की संया में मरीज के परिजन आराम फरमा रहे होते हैं,लेकिन अस्पताल की सुरक्षा में लगे कर्मचारियों द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अस्पताल के सुरक्षा कर्मी गेट पास तक चेक नहंी कर रहे जिसके चलते अस्पताल में प्रतिदिन हजारों की भीड़ बेवजह बनी रहती है। उार प्रदेश में शिक्षकों की भी छुट्टी पड़ोसी राज्य उार प्रदेश में शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को भी कोरोना वायरस के चलते अवकाश देने के निर्देश जारी किए हैं। केवल उन शिक्षकों को ही बुलाने के आदेश हैं जहां मूल्यांकन कार्य अथवा परीक्षा का कार्य चल रहा है। इसके अतिरिक्त अन्य शिक्षकों को विद्यालय न बुलाया जाने के निर्देश हैं। शिक्षकों का कहना है कि या केवल उार प्रदेश के ही अधिकारी शिक्षकों के प्रति संवेदनशील हैं, मध्य प्रदेश के नहीं इससे असंतोष की भावना फैल रही है। मप्र के अधिकारियों ने शिक्षकों को बुलाने के मामले में प्रायवेट स्कूलों को स्वविवेक पर छोड़ दिया है।

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