PANNA : बीमार नाती के इलाज के लिए वृद्ध किसान ने बैंक से 49 हजार रुपये निकाले, घर पहुंचकर देखा तो 20 हजार मिले

पन्ना। लंबे समय से बीमार नाती का इलाज करवाने के लिए एक किसान ने जिला सहकारी बैंक से 49 हजार रुपये निकाले लेकिन वह धोखाधड़ी का शिकार हो गया और घर पहुंचने पर देखा तो उसके थैली में मात्र 20 हजार रुपये मिले। पीड़ित किसान का कहना है कि उसका नाती काफी समय से बीमार चल रहा है जिसका वह इलाज करवाना चाहता है। इस वर्ष गेहूं की अच्छी फसल हुई थी जिससे वह अपने नाती का इलाज करवा सकता था व कुछ लोगों का कर्ज भी चुकाना है। रुपये गायब होने से वह व उसका परिवार मानसिक रूप से परेशान है।

Update: 2021-05-31 09:32 GMT

पन्ना। लंबे समय से बीमार नाती का इलाज करवाने के लिए एक किसान ने जिला सहकारी बैंक से 49 हजार रुपये निकाले लेकिन वह धोखाधड़ी का शिकार हो गया और घर पहुंचने पर देखा तो उसके थैली में मात्र 20 हजार रुपये मिले। पीड़ित किसान का कहना है कि उसका नाती काफी समय से बीमार चल रहा है जिसका वह इलाज करवाना चाहता है। इस वर्ष गेहूं की अच्छी फसल हुई थी जिससे वह अपने नाती का इलाज करवा सकता था व कुछ लोगों का कर्ज भी चुकाना है। रुपये गायब होने से वह व उसका परिवार मानसिक रूप से परेशान है।

किसान हुआ धोखाधड़ी का शिकार

शहर के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित की मुख्य शाखा से गेहूं उपार्जन के रुपये निकालने आया किसान धोखाधड़ी का शिकार हो गया है। परेशान किसान द्वारा थाना कोतवाली में शिकायती आवेदन सौंपकर मामले की जांच कर रुपये वापिस दिलवाने की मांग की गई है। शिकायती आवेदन के अनुसार कंगलिया अहिरवार पिता पलटुआ अहिरवार उम्र लगभग 65 वर्ष निवासी ग्राम झरकुआ थाना अमानगंज ने अपने खेत में उपजा गेहूं मध्यप्रदेश शासन की समर्थन मूल्य योजना के खरीदी केंद्र में बिक्रीकिया था। जिसका भुगतान होने पर वह जिला सहकारी बैंक की मुख्य शाखा पन्ना में पहुंचकर अपने खाते से 49000 रुपए निकाले थे और अपने थैले में रखकर अपने गांव चला गया जहां देखने पर थैले में केवल 20000 रुपए मिले शेष रकम गायब थी जिसके बाद से वृद्घ किसान काफी परेशान हो गया और बैंक पहुंचकर कर्मचारियों व मैनेजर से रुपये वापिस दिलवाने की फरियाद की है जहां बैंक के अधिकारियों-कर्मचारियों ने उसकी बात को अनसुना कर दिया।

रुपये बैंक में ही छूटे

पीड़ित किसान पन्ना कोतवाली पहुंचकर लिखित शिकायती आवेदन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई है। पुलिस के समक्ष सीसीटीवी फुटेज भी दिखाए जाने की जानकारी सामने आई है। पीड़ित का कहना है कि यह फोटो आज के नहीं किसी और दिन के लगते हैं। पुलिस यदि गहनता से जांच करेगी तो मेरे रूपए जरूर वापिस मिल जाएंगे क्योंकि मुझे पूरा विश्वास है कि पैसे बैंक में ही छूटे हैं। कोतवाली निरीक्षक अरुण कुमार सोनी ने मामले की जांच उपरांत कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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