यमुना का जलस्तर बढ़ा: 205 मीटर के पार, निचले इलाकों में अलर्ट, खाली कराने की तैयारी

दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. चेतावनी का स्तर पार करने के बाद निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने की अपील की गई है.;

Update: 2025-08-08 07:38 GMT

Yamuna Water

यमुना का जलस्तर 205 मीटर के पार: दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर बढ़ गया है. गुरुवार सुबह 5 बजे नदी ने 204.5 मीटर के 'चेतावनी' (Warning) निशान को पार कर लिया और शाम तक 205 मीटर तक पहुंच गया. रात 8 बजे जलस्तर 205.05 मीटर पर था. सरकारी एजेंसियों ने नदी किनारे और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा है. अधिकारियों ने बताया कि अगर जलस्तर 206 मीटर के निशान को पार करता है, तो लोगों को वहां से खाली कराकर टेंट में शिफ्ट करने का काम शुरू किया जाएगा.

ITO बैराज के सभी गेट खुले, 2023 जैसे हालात की आशंका नहीं

2023 की तरह क्या फिर आएगी बाढ़? दिल्ली के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण (I&FC) मंत्री परवेश वर्मा ने स्थिति का जायजा लिया और कहा कि इस बार 2023 जैसी बाढ़ की संभावना नहीं है. उन्होंने बताया कि यमुना का जलस्तर आमतौर पर इस मौसम में बढ़ता है, और इस बार विभाग पूरी तरह से अलर्ट है. सबसे बड़ा अंतर यह है कि ITO बैराज के सभी गेट खुले हैं, जिससे पानी का बहाव बिना किसी रुकावट के जारी है. वर्मा ने लोगों को भरोसा दिलाया कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और प्रशासन हर कदम पर नजर बनाए हुए है.

बाढ़ से निपटने की तैयारी: नागरिक सुरक्षा वालंटियर्स तैनात

सरकार ने बाढ़ से निपटने की तैयारी भी शुरू कर दी है. राजस्व सचिव और नागरिक सुरक्षा निदेशक ने एक आदेश जारी कर सभी जिला मजिस्ट्रेटों को 'बाढ़ कार्य योजना 2025' के तहत हर जिले में 65 नागरिक सुरक्षा वालंटियर्स तैनात करने का निर्देश दिया है. ये वालंटियर्स 31 अक्टूबर 2025 तक तैनात रहेंगे. इसके अलावा, जलस्तर 206 मीटर तक पहुंचने पर पुराने रेलवे ब्रिज पर यातायात भी रोक दिया जाएगा. अधिकारियों ने लाउडस्पीकर के जरिए लगातार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी है.

हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने से बढ़ा जलस्तर

यमुना का जलस्तर क्यों बढ़ रहा है? यमुना का जलस्तर बढ़ने का मुख्य कारण हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ा जाना है. बुधवार को भारी बारिश और ऊपरी इलाकों में बाढ़ के कारण हथिनीकुंड बैराज से 61,729 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे यमुना का जलस्तर अचानक बढ़ गया. केंद्रीय जल आयोग (CWC) ने शुक्रवार सुबह 10 बजे तक जलस्तर के 205.25 मीटर तक पहुंचने का अनुमान जताया है, जो 'खतरे के निशान' 205.33 मीटर के करीब है.

मंत्री ने किया निरीक्षण

दिल्ली के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री परवेश वर्मा ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि इस सीजन में यमुना का जलस्तर बढ़ना सामान्य है, लेकिन इस बार ITO बैराज के सभी गेट खुले हैं, जिससे पानी का बहाव बाधित नहीं हो रहा और स्थिति नियंत्रण में है।

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