Statue Of Equality: पीएम ने किया रामानुजाचार्य की विशाल मूर्ति का अनावरण, स्टैचू ऑफ़ यूनिटी दिया नाम
Statue of Equality: हैदराबाद में दुनिया की दूरसी सबसे बड़ी सिटिंग स्टैचू 'आचार्य रामानुजाचार्य' की प्रतिमा बनाई गई है जो 216 फ़ीट ऊंची है और इसे बनाने में 100 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं
Statue of Equality: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी बैठी हुई प्रतिमा' स्टैचू ऑफ़ यूनिटी' का अनावरण किया। यह प्रतिमा आचार्य अमनुजचार्य की है जो हैदराबाद के हूजिंदल स्थापित की गई है और इसे स्टेचू ऑफ़ यूनिटी का नाम दिया गया है। इस विशाल प्रतिमा का अकार 216 फ़ीट ऊंचा यह और इसकी चौड़ाई 138 फ़ीट है। इस बनाने में 100 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं और मंदिर बनाने का पूरा प्रोजेक्ट 1400 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं.
मंदिर में आचार्य रामानुजाचार्य की एक छोटी प्रतिमा भी है जिसे 120 किलो सोने से बनाया गया है। इस प्रतिमा को मंदिर के अंदर स्थापित किया गया है। इसी के साथ 108 मंदिरों का निर्माण हुआ है। यह मंदिर बहुत भव्य है जिसे वेद-पुराणों के आधार पर तैयार किया गया है।
18 महीने का समय लगा
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी को शास्त्रों के तहत बनाया गया है स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी को बनाने में 18 महीने का समय लगा है, इसके लिए मूर्तिकारों ने कई डिज़ाइन तैयार किए और उनकी स्कैनिंग करने के बाद सबसे बेस्ट मूर्ति को विशाल रूप दिया गया। इस प्रतिमा की ऊंचाई 108 फ़ीट है, जबकि प्रतिमा में लगे त्रिदण्डम की उंचाई 138 फ़ीट है। टोटल प्रतिमा की हाइट 216 फ़ीट है। आचार्य रामानुजाचार्य की प्रतिमा में 5 कमल पंखुडिया, 27 पद्म पीठम, 36 हाथी, और प्रतिमा तक पहुंचने के लिए 108 सीढिया बनाई गई हैं।
संत रामानुजाचार्य के लिए 108 मंदिरों का निर्माण किया गया है, जिसमे शानदार नक्काशी और कारीगरी की गई है, एक म्यूजिकल फाउंटेन भी बना है, इसके अलावा स्वामी रामानुजाचार्य की 120 किलो की सोने की प्रतिमा भी बनाई गई है जिसे मंदिर के अंदर पूजा करने के लिए स्थापित किया गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट में 1400 करोड़ रुपए अभी तक खर्च हुए हैं, जबकि 100 करोड़ सिर्फ मूर्ति बनाने में लगे हैं।
डेढ़ लाख किलो घी से हुआ यज्ञ
पीएम मोदी ने शनिवार को आचार्य रामानुजाचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया और इसी के साथ मंदिर में डेढ़ लाख किलो देशी घी से यज्ञ हुआ।