IAS में नहीं हुआ चयन तो वैज्ञानिक बन गई शीतल

शीतल लहरपुरे (Sheetal Laharpure) का चयन ISRO में हुआ है.

Update: 2022-03-11 07:52 GMT

Rewa Riyasat, भोपाल: हर माँ-पिता का सपना होता है की उसकी औलाद उनका नाम रोशन करे. ऐसे में अपने बेटे- बेटियों की पढाई के लिए वो बड़ी से बड़ी सुविधा देते है. आपको ऐसे ही एक बेटी के बारे में बताने जा रहे है जो मध्यप्रदेश की बैतूल की है. आपको बता दे की बैतूल की शीतल लहरपुरे (Sheetal Laharpure) का चयन ISRO में हुआ है. शीतल के बैज्ञानिक बनने में पूरे प्रदेश में ख़ुशी की लहर है. शीतल लहरपुरे का ISRO में चयन इंजीनियर के पद पर हुआ है.

शीतल ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) बेंगलुरु में वैज्ञानिक अभियंता एसी इलेक्ट्रॉनिक्स के बतौर ड्यूटी शुरू कर दी है. आपको बता दे की शीतल एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती है. शीतल के पिता किसान और हार्डवेयर व्यवसायी है. उनका नाम लखन लहरपुरे की पुत्री है. शीतल ने प्राथमिक माध्यमिक एवं हाई स्कूल तक की शिक्षा सरस्वती शिशु विद्या मंदिर आठनेर में हिंदी माध्यम से की थी. 



शीतल ने पिछले साल भारत सरकार के उपक्रम ईसीआईएल में टेक्निकल ऑफिसर के पद पर कार्यरत रहते हुए ISRO बेंगलुरु में वैज्ञानिक अभियंता एसी इलेक्ट्रॉनिक्स के पद पर अप्लाई किया था. जानकारी के मुताबिक शीतल IAS का एग्जाम दिया था. लेकिन इस  एग्जाम में पास होने के लिए मात्र 5 अंको से वो रह गई थी. 

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