पुणे एयरपोर्ट पर 'बर्ड स्ट्राइक' से विमान की इमरजेंसी लैंडिंग, विशेषज्ञों ने उठाए सवाल
पुणे से भुवनेश्वर जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान को 'बर्ड स्ट्राइक' के कारण बीच में ही रोकना पड़ा. विमानन विशेषज्ञों ने एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं.;
Air india flight
पुणे एयरपोर्ट पर 'बर्ड स्ट्राइक' से मचा हड़कंप: पुणे एयरपोर्ट पर बुधवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. पुणे से भुवनेश्वर जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट टेक-ऑफ के लिए रनवे पर दौड़ रही थी, तभी अचानक एक पक्षी उससे टकरा गया, जिसके बाद पायलट को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर विमान को रोकना पड़ा. इस घटना के बाद विमानन विशेषज्ञों ने एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं. विमान में 140 यात्री सवार थे.
क्या है 'बर्ड स्ट्राइक'? क्यों होती है ऐसी घटनाएं?
'बर्ड स्ट्राइक' का मतलब है, जब कोई उड़ता हुआ पक्षी विमान के इंजन या किसी अन्य हिस्से से टकरा जाता है. इससे विमान को गंभीर नुकसान हो सकता है. विमानन विशेषज्ञों के मुताबिक, मानसून के मौसम में ऐसी घटनाएं ज्यादा होती हैं, क्योंकि यह पक्षियों के प्रजनन का समय होता है. पुणे एयरपोर्ट के पूर्व निदेशक दीपक शास्त्री ने बताया कि रनवे पर पक्षियों को भगाने के लिए एलपीजी गैस से चलने वाली और टाइमर से सेट की हुई बंदूकें लगाई जाती हैं. इनकी तेज आवाज से पक्षी डरकर भाग जाते हैं.
विशेषज्ञों ने उठाई एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर अंगुली
विशेषज्ञों का मानना है कि बुधवार की घटना शायद इन सुरक्षा उपकरणों के ठीक से काम न करने की वजह से हुई हो. पुणे एयरपोर्ट पर रनवे और एयर ट्रैफिक कंट्रोल की जिम्मेदारी भारतीय वायुसेना (IAF) संभालती है. शास्त्री का कहना है कि भले ही रनवे की जिम्मेदारी वायुसेना की हो, लेकिन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) को भी व्यवस्थाओं का निरीक्षण करना चाहिए.
इसके अलावा, एयरपोर्ट के आसपास कूड़ा-करकट का ढेर भी पक्षियों को आकर्षित करता है, जिससे 'बर्ड स्ट्राइक' का खतरा बढ़ जाता है. पुणे के सांसद और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि पुणे महानगरपालिका (PMC) इस समस्या पर काम कर रही है. पक्षी विशेषज्ञ सतीश पांडे ने भी इस बात पर जोर दिया कि एयरपोर्ट को पक्षियों से निपटने के लिए विशेषज्ञ (Ornithologist) की मदद लेनी चाहिए.
कचरा प्रबंधन और पक्षियों का खतरा
एयरपोर्ट के आसपास अव्यवस्थित तरीके से कचरा फेंके जाने को भी बर्ड स्ट्राइक का बड़ा कारण माना जाता है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री और पुणे सांसद मुरलीधर मोहोल ने कहा कि पुणे नगर निगम कचरा प्रबंधन योजना पर काम कर रहा है और जल्द सुधार देखने को मिलेगा।
विशेषज्ञों की सलाह
पक्षी विशेषज्ञ सतीश पांडे का कहना है कि एयरपोर्ट अथॉरिटी के पास बर्ड स्ट्राइक से निपटने के लिए कोई ऑर्निथोलॉजिस्ट है या नहीं, यह स्पष्ट नहीं है। उनके अनुसार, पक्षियों के व्यवहार और एविएशन पर उनके प्रभाव का अध्ययन बेहद तकनीकी और विशेषज्ञता वाला विषय है, जिसे गंभीरता से लेने की ज़रूरत है।
पायलट्स की चेतावनी
पायलट अरपित मंशानी ने बताया कि बर्ड स्ट्राइक की स्थिति में विमान कई तरह की संभावित समस्याओं का सामना कर सकता है। हालांकि, एक इंजन खराब होने पर भी विमान उड़ान जारी रख सकता है, लेकिन खतरे की गंभीरता का अंदाज़ा लगाना मुश्किल होता है।