केदारनाथ के पास गौरीकुंड में हेलिकॉप्टर क्रैश: पायलट और बच्चे समेत 5 की मौत; उत्तराखंड में हाल में चौथा बड़ा विमान हादसा

उत्तराखंड में केदारनाथ के पास गौरीकुंड में रविवार सुबह एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। इस दर्दनाक हादसे में पायलट और एक बच्चे समेत 5 लोगों की मौत हो गई है। विमान में कुल 7 लोग सवार थे। खराब मौसम को हादसे की शुरुआती वजह बताया जा रहा है। यह उत्तराखंड में हाल के दिनों में चौथा बड़ा विमान हादसा है, जिससे सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।;

Update: 2025-06-15 04:04 GMT

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के दौरान एक और बड़ा और दुखद विमान हादसा हो गया है। केदारनाथ धाम के पास गौरीकुंड में रविवार, 15 जून, 2025 की सुबह करीब 5:20 बजे श्रद्धालुओं को ले जा रहा एक निजी हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दर्दनाक हादसे में पायलट और एक बच्चे समेत 5 लोगों की मौत हो गई है। हेलिकॉप्टर में कुल 7 लोग सवार थे, जिनमें से दो अन्य की स्थिति के बारे में अभी जानकारी जुटाई जा रही है। यह हेलिकॉप्टर निजी कंपनी आर्यन एविएशन का था और श्रद्धालुओं को केदारनाथ मंदिर से वापस गौरीकुंड के लिए ला रहा था।

खराब मौसम बना हादसे की वजह, बचाव कार्य जारी

शुरुआती जानकारी में खराब मौसम और कम दृश्यता को इस हादसे की मुख्य वजह बताया जा रहा है। सुबह के समय केदारघाटी में मौसम अक्सर अप्रत्याशित होता है, और माना जा रहा है कि इसी वजह से पायलट ने नियंत्रण खो दिया होगा। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) के अनुसार, हेलिकॉप्टर में सवार यात्री उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के रहने वाले थे। हादसे की सूचना मिलते ही गौरीकुंड से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की बचाव टीमों को तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है, जो राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।

मुख्यमंत्री धामी ने दिए जांच के आदेश

इस दुखद हादसे पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा, "रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड में हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की अत्यंत दुखद खबर मिली है। एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन एवं अन्य बचाव दल राहत एवं बचाव कार्यों में पूरी तत्परता से जुटे हुए हैं।" उन्होंने इस पूरी घटना की विस्तृत जांच के आदेश भी दे दिए हैं ताकि हादसे के सही कारणों का पता लगाया जा सके।

उत्तराखंड में हाल के दिनों में बढ़े हैं विमान हादसे

यह उत्तराखंड में पिछले कुछ समय में हुआ चौथा बड़ा विमान हादसा है, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में, विशेषकर चार धाम यात्रा के दौरान, हवाई यात्रा की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

7 जून: महज 8 दिन पहले ही रुद्रप्रयाग में एक हेलिकॉप्टर की तकनीकी खराबी के कारण उसे एक सड़क पर आपातकालीन लैंडिंग करानी पड़ी थी। इस दौरान हेलिकॉप्टर का पिछला हिस्सा एक कार पर गिरकर टूट गया था और कार भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी।

8 मई: उत्तरकाशी के गंगनानी में भागीरथी नदी के पास एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था, जिसमें पायलट समेत 6 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। मृतकों में बरेली की रहने वाली एक मां-बेटी भी थीं। वह हेलिकॉप्टर गंगोत्री धाम जा रहा था।

17 मई: केदारनाथ में ही एक एयर एंबुलेंस हेलिकॉप्टर लैंडिंग के समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उस हादसे का कारण हेलिकॉप्टर की टेल बूम (पीछे का हिस्सा) का टूटना बताया गया था। हालांकि, पायलट की सूझबूझ से उस हादसे में पायलट, डॉक्टर और नर्स समेत तीनों लोग सुरक्षित बच गए थे।

12 जून को अहमदाबाद में हुआ था देश का बड़ा विमान हादसा

यह ताजा हादसा ऐसे समय में हुआ है जब पूरा देश अभी 3 दिन पहले, यानी 12 जून को, गुजरात के अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे के सदमे से उबर भी नहीं पाया है। अहमदाबाद में एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश हो गया था। उस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई थी, जिसमें गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी शामिल थे, और केवल एक यात्री ही जीवित बचा था। विमान एक मेडिकल हॉस्टल पर गिरा था, जिससे जमीन पर भी 29 लोगों की जान चली गई थी। इस तरह उस भीषण हादसे में कुल मृतकों की संख्या 270 हो गई है।

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