देश के करोड़ो लोगो के लिए महत्वपूर्ण खबर, बिजली एवं बैंक कर्मचारियों ने लिया बड़ा फैसला, सेवाएं हो सकती है ठप्प

बिजली कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की निजीकरण की नीतियों के विरोध में 2 दिन हड़ताल करने का फैसला लिया है।

Update: 2022-03-24 13:52 GMT

Central Government Employees Strike News: बिजली कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की निजीकरण की नीतियों के विरोध में 2 दिन हड़ताल करने का फैसला लिया है। यह फैसला बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों की नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक में लिया गया है। इस फैसले के चलते देशभर में बिजली की समस्या हो सकती है।

बिजली कर्मचारियों के साथ देशभर के अन्य श्रम संगठनों के कर्मचारी भी 28 और 29 मार्च को हड़ताल पर रहेंगे। जानकारी के अनुसार सभी राज्यों के बिजली कर्मचारी भी केंद्र सरकार की निजी करण की नीति के विरोध में हड़ताल में शामिल होंगे।

बैंक कर्मचारियों ने भी हड़ताल का किया आह्वान

बिजली कर्मचारियों के साथ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारी भी 2 दिन की हड़ताल में शामिल होंगे। इसके अलावा विभिन्न बैंकों के कर्मचारी संगठनों ने 28 और 29 मार्च को 2 दिन की हड़ताल का फैसला लिया है। इस फैसले से बैंक की सेवाओं पर भारी असर पड़ सकता है। एसबीआई के ग्राहकों को और शेयर बाजार को के निवेशकों को इसके लिए अलर्ट भी किया गया है। हड़ताल का आह्वान सरकारी बैंकों के निजीकरण और बैंक कानून संशोधन विधेयक 2021 के विरोध में किया जा रहा है।

कर्मचारियों की मांगें

ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के प्रेसिडेंट शैलेन्द्र दुबे के अनुसार, कर्मचारी केंद्र की निजी करण की नीतियों से निराश है। बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों की मांग है कि बिजली विधेयक 2021 को वापस लिया जाए और सभी प्रकार की निजी करण प्रक्रिया को बंद किया जाए। इसके अलावा केंद्र शासित प्रदेशों दादर नगर हवेली दमन दिउ, चंडीगढ़ तथा पुडुचेरी में बिजली की निजी करण करने के निर्णय को तुरंत रद्द करें एवं बिजली बोर्डों के विघटन के बाद नियुक्त किए गए सभी बिजली कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जाए। 

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