कमीशन की मांग नहीं हुई पूरी, देश के 70 हजार पेट्रोल पंप मालिक नहीं खरीदेंगे डीजल पेट्रोल
डीजल पेट्रोल का खुदरा व्यापार करने वाले पेट्रोल पंप डीलर काफी समय से पेट्रोलियम कंपनियों से कमीशन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
डीजल पेट्रोल का खुदरा व्यापार करने वाले पेट्रोल पंप डीलर काफी समय से पेट्रोलियम कंपनियों से कमीशन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन पेट्रोलियम कंपनियों इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे। ऐसे में पेट्रोल पंप मालिकों ने निश्चित किया है कि वह 1 दिन कंपनियों से तेल नहीं खरीदें। हालांकि तेल वितरण में कोई परेशानी नहीं होगी। पेट्रोल पंप मालिकों ने भरोसा जताया है कि उनके पेट्रोल पंप के टैंकों में दिनभर तेल वितरित करने के लिए उपलब्धता है।
24 राज्यों के 70 हजार पेट्रोल पंप शामिल
कमीशन बढ़ाने की मांग को लेकर देशभर के पेट्रोल पंप संचालकों में पेट्रोलियम कंपनियों के प्रति भारी असंतोष है। उनका कहना है कि पेट्रोलियम कंपनियां बढ़े हुए डीजल पेट्रोल के दाम में पर्याप्त कमीशन ले रहे हैं। लेकिन पेट्रोल पंप संचालकों को कमीशन बढ़ाने के नाम पर ध्यान नहीं दे रहे। ऐसे में व्यापार कैसे किया जा सकता है। डीजल पेट्रोल एक आवश्यक सेवा है। इसे पूर्णरूपेण तो नहीं बंद किया जा सकता लेकिन प्रभावित किया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार देश के 24 राज्यों के 70 हजार पेट्रोल पंप मालिकों ने 31 मई को डीलरों से डीजल पेट्रोल न खरीदने का निर्णय लिया है। यह विरोध प्रदर्शन के लिए जा रहा है।
विरोध प्रदर्शन में देश के यह राज्य हैं शामिल
देश के कई राज्य इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हैं। जिसमें दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, नगालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, सिक्किम के अलावा उत्तर बंगाल के कई डीलर शामिल हैं।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार पेट्रोलियम कंपनियों और डीलर संघो के बीच मिशन को लेकर समझौता किया गया था। जिसमें निश्चित किया गया था कि पेट्रोल डीजल डीलरों को मार्जिन में प्रत्येक 6 माह में संशोधन पर लाभ दिया जाएगा। लेकिन 5 वर्ष बीतने के बाद भी कोई संशोधन नहीं किया गया। 2017 में किया गया था। इसी मामले को लेकर अब पेट्रोलियम कंपनियों और डीलर संघ के बीच खींचतान चल रही है।