भाजपा को मिले 5 नए प्रदेश अध्यक्ष: हेमंत खंडेलवाल को MP की कमान, हिमाचल, उत्तराखंड समेत इन राज्यों में निर्विरोध चुनाव

भाजपा ने मंगलवार को हिमाचल, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना में निर्विरोध प्रदेशाध्यक्ष चुन लिए। राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव जुलाई में संभावित है।;

Update: 2025-07-01 14:47 GMT

भाजपा में नए प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव, राष्ट्रीय नेतृत्व की राह साफ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ रही है। मंगलवार को पार्टी ने पाँच राज्यों – हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना – में अपने प्रदेशाध्यक्ष निर्विरोध चुन लिए। इसके अलावा, मध्य प्रदेश में भी हेमंत विजय खंडेलवाल ने निर्विरोध नामांकन दाखिल किया है, और उनकी जीत का ऐलान बुधवार को किया जाएगा। इन चुनावों से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की तस्वीर और साफ हो जाएगी।

जानिए कौन हैं मध्य प्रदेश के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल

  • जन्म: 3 सितंबर 1964
  • जन्म स्थान: मथुरा, उत्तर प्रदेश
  • पेशा: व्यवसायी, पूर्व सांसद (14वीं लोकसभा), वर्तमान में विधायक
  • शिक्षा: B.Com. और LL.B.

पारिवारिक पृष्ठभूमि

  • 2008-09 में पिता विजय खंडेलवाल (सांसद बैतूल) के निधन के बाद उपचुनाव में सांसद बने।
  • 2013-2018: बैतूल से विधायक रहे।
  • 2023 में फिर बैतूल से विधायक बने।

पार्टी संगठन में भूमिकाएं

  • बैतूल के भाजपा जिला अध्यक्ष रहे।
  • पूर्व में भाजपा के प्रदेश कोषाध्यक्ष रहे।
  • वर्तमान में कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं।

किस राज्य में कौन बना भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष?

  1. हिमाचल प्रदेश: राजीव बिंदल को तीसरी बार राज्य में पार्टी की कमान सौंपी गई है। शिमला के पीटरहॉफ में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने उनके नाम की घोषणा की। बिंदल सोलन-नाहन विधानसभा सीट से पाँच बार विधायक रह चुके हैं और धूमल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री तथा जयराम सरकार में विधानसभा अध्यक्ष के रूप में काम कर चुके हैं।
  2. उत्तराखंड: महेंद्र भट्ट को लगातार दूसरी बार राज्य में पार्टी का मुखिया बनाया गया है। उन्हें अप्रैल 2024 में राज्यसभा सांसद भी बनाया गया था। भट्ट चमोली जिले की बद्रीनाथ विधानसभा सीट से विधायक भी रह चुके हैं।
  3. महाराष्ट्र: रवींद्र चव्हाण को भाजपा ने पहली बार प्रदेश की जिम्मेदारी दी है। वे डोंबिवली विधानसभा सीट से लगातार चार बार से विधायक हैं और पहली बार 2009 में विधायक बने थे। चव्हाण एकनाथ शिंदे की सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं और उनके पास खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग और बाद में लोक निर्माण विभाग का जिम्मा था। वे देवेंद्र फडणवीस के पहले कार्यकाल में चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री भी रहे थे।
  4. आंध्र प्रदेश: पीएनवी माधव को चुना गया है। उन्होंने 2003 में भाजयुमो से अपनी सक्रिय राजनीति शुरू की थी और भाजयुमो के प्रदेश महासचिव (2007-2010) तथा राष्ट्रीय सचिव (2010-2013) रहे। बाद में वे विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) भी बने। माधव को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का करीबी माना जाता है। उनके पिता पीवी चलपति राव अविभाजित आंध्र प्रदेश के पहले भाजपा अध्यक्ष थे और राज्य में पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे।
  5. तेलंगाना: रामचंदर राव को चुना गया है, भले ही उनके नाम पर थोड़ा विवाद हुआ। वे तेलंगाना हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट हैं और राज्य विधान परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं। राव लंबे समय से पार्टी और संघ से जुड़े हुए हैं। उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा हैदराबाद की उस्मानिया यूनिवर्सिटी में छात्र नेता के तौर पर शुरू की थी, जहाँ वे भाजपा की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्य थे। प्रदेश अध्यक्ष बनने से पहले राव के पास राज्य में पार्टी के सदस्यता अभियान का जिम्मा था। हालांकि, रामचंदर राव को प्रत्याशी बनाए जाने का गोशामहल के विधायक टी राजा ने विरोध किया और सोमवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव की तैयारी

भाजपा के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी हो सकता है जब कम से कम 50% राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे हो जाएं। फिलहाल भाजपा की 37 मान्यता प्राप्त राज्य इकाइयाँ हैं। अब तक 14 राज्यों में अध्यक्ष चुने जा चुके हैं, और बुधवार को 19 राज्यों के अध्यक्षों का चुनाव पूरा हो जाएगा। इन चुनावों के पूरा होने के बाद, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव जुलाई में होने की संभावना है। यह प्रक्रिया पार्टी में नए नेतृत्व और रणनीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

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