5वें दौर की बैठक आज, किसान संगठनों ने कहा, बात नहीं मानी तो 8 को पूरा भारत बंद

कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर जमे किसान संगठन और भी उग्र हेाते जा रहे हैं। किसानों ने अब साफ तौर पर कह दिया है कि अगर सरकर कृषि

Update: 2021-02-16 06:40 GMT

5वें दौर की बैठक आज, किसान संगठनों ने कहा, बात नहीं मानी तो 8 को पूरा भारत बंद

नई दिल्ली। कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर जमे किसान संगठन और भी उग्र हेाते जा रहे हैं। किसानों ने अब साफ तौर पर कह दिया है कि अगर सरकर कृषि कानून बिल वापस नहीं लेती है तो 8 दिसम्बर को पूरा भारत बंद रखा जायेगा। किसानों ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की गई है। जानकारी के अनुसार गुरुवार को हुई चैथे दौर की बातचीत में कोई सहमति नहीं बन पाई थी। ऐसे में आज शनिवार को पांचवे दौर की बैठक सरकार के साथ किसान करने वाले हैं।

सिंघु सीमा पर हुई महापंचायत

किसानों ने महापंचायत की बैठक में सरकार को चेतावनी दी कि यदि नए कृषि कानून वापस नहीं लिए गए तो किसानों के हक में पूरा भारत बंद होगा। किसान संगठन की सिंघु सीमा पर महापंचायत का आयोजन किया गया। किसानों कहा कि आठ दिसंबर को भारत बंद का किया जायेगा। संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि सरकार कुछ बात मानना चाहती है। बताया गया कि सरकार कृषि कानूनों में संशोधन के लिए तैयार है लेकिन हमने साफ कहा है कि इन्हें वापस लेना होगा। किसान नेता हरिंदर पाल लखोवाल ने कहा, सरकार से कह दिया गया है कि कानून वापस लें।

एमएसपी की गारंटी दे सरकार

किसानों का कहना है कि कृषि कानून में व्यापक बदलाव की आवश्यक है। उक्त जानकारी राष्ट्रीय संगठन मंत्री, भारतीय किसान संघ दिनेश कुलकर्णी ने देते हुए कहा कि जब तक सरकार इस ओर ध्यान नही देती हमारा आंदोलन चलता रहेगा। सरकार को एमएसपी की गारंटी देनी होगी। कारपोरेट घरानों को दिये असीमित अधिकार किसान कतई बर्दास्त नहीं करेंगे। देश के छोटे किसानों के हितों की रक्षा की बात नहीं की गई है।

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