एमपी में कान्हा के जंगलों में विशेषज्ञों ने ढूंढ़ निकाली पक्षियों की 12 नई प्रजातियां

MP News: मध्यप्रदेश के जबलपुर डिवीजन अंतर्गत कान्हा के जंगलों में वन्य जीवों के साथ पक्षियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। एमपी सहित 13 राज्यों के पक्षी विशेषज्ञों ने कान्हा में पांच दिन रहकर पक्षियों का सर्वे कार्य किया।

Update: 2023-06-15 08:39 GMT

मध्यप्रदेश के जबलपुर डिवीजन अंतर्गत कान्हा के जंगलों में वन्य जीवों के साथ पक्षियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। एमपी सहित 13 राज्यों के पक्षी विशेषज्ञों ने कान्हा में पांच दिन रहकर पक्षियों का सर्वे कार्य किया। जिनके द्वारा पक्षियों की 12 नई प्रजातियां ढूंढ़ निकाली गईं। एमपी के जंगलों के साथ ही अन्य राज्यों के पक्षी भी कान्हा के जंगलों में विचरण करने के लिए पहुंच रहे हैं।

पक्षियों का किया सर्वे

मध्यप्रदेश सहित 13 राज्यों के पक्षी विशेषज्ञों ने कान्हा में पक्षियों का सर्वे किया। इस सर्वेक्षण कार्य में लगभग 85 पक्षी विशेषज्ञ शामिल हुए। 12 ऐसी प्रजातियां पाई गईं जो कान्हा के जंगलों में पहली बार जून में देखी गईं। यह सर्वे फरवरी माह में भी होता था। यह सर्वे कार्य एक से चार जून के बीच किया गया। जिसमें 272 पक्षियों की प्रजातियों को चुना गया। दरअसल कान्हा टाइगर रिजर्व और वाइल्ड लाइफ नेचर इंदौर के सहयोग से कान्हा के जंगलों में पक्षियों का सर्वे कराया गया।

इन पहलुओं का अध्ययन

वर्ष भर में तीन ऋतुओं में तीन बार पक्षियों का सर्वे कार्य होता है। जून माह में गर्मी के दिनों में यह सर्वे कार्य किया गया जिसके बेहतर परिणाम देखने को मिले हैं। कान्हा टाइगर रिजर्व के निर्देशन में हुए इस सर्वे में देश के 13 राज्यों से आए पक्षी विशेषज्ञों को कान्हा के जंगलों के विभिन्न हिस्सों में टीम बनाकर भेजा गया। ये जंगलों के चिन्हित क्षेत्र में चार से पांच दिन तक वहीं पर रहे। जबलपुर से पक्षियों का सर्वे करने गए पक्षी विशेषज्ञ मनीष सोनी के मुताबिक सर्वे के दौरान जंगलों में रुककर पक्षियों की मौजूदगी, उनके आचरण, आवाज, खानपान और रंग रूप से जुड़े सभी पहलुओं का अध्ययन कर उनका रिकार्ड तैयार किया गया।

कान्हा के जंगलों में 272 प्रजातियों के पक्षी

गर्मियों के मौसम में इस बार पक्षियों का सर्वे किया गया। सर्वे में काफी संख्या में ऐसे पक्षी दिखाई दिए जो फरवरी माह में हुए सर्वे में नहीं दिखाई दिए थे। इस दौरान 12 पक्षियों को विशेषज्ञों ने चिन्हित किया। जिनमें ड्रोंगो कोयल, भूरे पेट वाली कोयल, भारतीय कोल, भूरी बाज कोयल, स्पॉट बेलीड ईगल उल्लू, इंडियन ब्लू रॉबिन, बड़ी पूंछ वाला नाईटजर, कम पीला नपडस्की ईगल उल्लू, मार्शल का इओरा, ब्रोज्ड ड्रोंगो जैसी प्रजातियां पाई गईं। फरवरी माह में किए गए सर्वे में 272 प्रजापतियों के पक्षी कान्हा के जंगलों में चिन्हित किए गए। सर्वे के दौरान पक्षी विशेषज्ञों ने अपने सर्वे में न केवल भारतीय बल्कि प्रवासी पक्षियों का भी सर्वे किया।

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