Kharmas 2025 Start Date: खरमास लगने वाले हैं, इस दिन से बंद हो जाएंगे सभी शुभ कार्य!
खरमास शुरू होने से पहले जल्द निपटा लें शादी, मुंडन, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य, जानें कब तक रहेगा खरमास का समय;
Kharmas 2025 में शुभ और मांगलिक कार्य बंद होने की महत्वपूर्ण तिथियाँ।
Table of Contents
- Kharmas 2025 Overview
- खरमास क्या है और क्यों माना जाता है?
- Kharmas 2025 कब से कब तक लगेगा?
- खरमास में कौन-कौन से कार्य पूर्ण रूप से वर्जित हैं?
- शुभ काम क्यों बंद हो जाते हैं?
- लोग इस समय क्या करें — धार्मिक मान्यताएँ
- खरमास में किन कार्यों की अनुमति होती है?
- Kharmas में सूर्य और बृहस्पति का प्रभाव
- कब दोबारा शुरू होंगे मांगलिक कार्य?
- निष्कर्ष — खरमास का महत्व और सावधानियाँ
- FAQs
Kharmas 2025 Overview
खरमास 2025 हिंदू पंचांग के अनुसार एक अत्यंत महत्वपूर्ण अवधि है। इस दौरान सूर्य धनु राशि में प्रवेश करता है जिसके कारण धार्मिक और मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाता है। इस अवधि को ‘मलमास’ भी कहा जाता है। भारत में इस समय नए कार्य, शुभ मुहूर्त, शादी-विवाह, गृह प्रवेश, वाहन खरीद, सोने की खरीद और किसी भी तरह की मांगलिक गतिविधि को अपशकुन माना जाता है। खरमास आत्मिक शुद्धि, दान-पुण्य, पूजा-पाठ और आध्यात्मिक साधना का समय माना गया है।
खरमास क्या है और क्यों माना जाता है?
खरमास वह समय होता है जब सूर्य देव गुरु की राशि धनु में रहते हैं। इस दौरान सूर्य का तेज कमजोर माना जाता है और कई धार्मिक गतिविधियों के लिए वातावरण अनुकूल नहीं माना जाता। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस अवधि में शुरू किए गए मांगलिक काम अच्छे फल नहीं देते, इसलिए भारत के लगभग सभी राज्यों में यह अवधि अत्यंत महत्व रखती है। इस दौरान शादी या गृह प्रवेश करने से कई बार ग्रहों का संतुलन बिगड़ने की संभावना बताई गई है।
Kharmas 2025 कब से कब तक लगेगा?
Kharmas 2025 की शुरुआत **16 दिसंबर 2025** से होगी जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे। यह अवधि **14 जनवरी 2026** को मकर संक्रांति पर समाप्त होगी। इस पूरे एक महीने तक कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं माना जाता। ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि यह समय साधना, तप, दान और भगवान विष्णु की पूजा के लिए अत्यंत उत्तम है।
खरमास में कौन-कौन से कार्य पूर्ण रूप से वर्जित हैं?
खरमास में निम्न सभी कार्य करना पूर्ण रूप से वर्जित माना गया है:
- शादी-विवाह
- गृह प्रवेश
- नए घर की नींव डालना
- वाहन खरीदना
- प्रॉपर्टी खरीदना
- नए व्यापार की शुरुआत
- मुंडन, उपनयन, नामकरण संस्कार
- सोने-चांदी की खरीद
- नए इलेक्ट्रॉनिक सामान की खरीद
ये सभी कार्य मकर संक्रांति के बाद फिर से शुरू हो जाते हैं।
शुभ काम क्यों बंद हो जाते हैं?
खरमास में शुभ कार्य इसलिए बंद किए जाते हैं क्योंकि माना जाता है कि सूर्य की प्रभावशाली ऊर्जा इस अवधि में कम हो जाती है। सूर्य को जीवों के प्राण का स्रोत कहा गया है। ऊर्जा की यह कमजोरी शुभ कामों की सफलता पर असर डालती है। इस दौरान विवाह या गृह प्रवेश जैसे कार्यों से अशुभ परिणाम आ सकते हैं, इसलिए हर जगह इन्हें वर्जित माना गया है।
लोग इस समय क्या करें — धार्मिक मान्यताएँ
खरमास में मांगलिक कार्य भले बंद हों, पर यह समय धार्मिक दृष्टि से बहुत शुभ माना जाता है। इस दौरान व्यक्ति को:
- भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए
- गरीबों को भोजन और दान देना चाहिए
- ध्यान, योग और आध्यात्मिक साधना करनी चाहिए
- मंदिर में दीया जलाना चाहिए
- भागवत कथा, रामायण या गीता का पाठ करना चाहिए
इस अवधि में किए गए पुण्यों का फल कई गुना बढ़कर मिलता है।
खरमास में किन कार्यों की अनुमति होती है?
इस समय कोई नया मांगलिक कार्य शुरू नहीं किया जाता, परंतु रोजमर्रा के सामान्य कार्य जैसे नौकरी ज्वॉइन करना, व्यवसाय चलाना, क्लासेस शुरू करना, परीक्षा देना, यात्रा करना आदि पूरी तरह अनुमति प्राप्त होते हैं। कई लोग इस समय बड़े फैसले तो नहीं लेते, परंतु महत्वपूर्ण योजनाएँ बनाने के लिए इस समय को शुभ मानते हैं।
Kharmas में सूर्य और बृहस्पति का प्रभाव
सूर्य धनु राशि में जाते हैं, जिसका स्वामी बृहस्पति है। यह ग्रह-स्थिति मांगलिक कार्यों के लिए अनुकूल नहीं होती। सूर्य और बृहस्पति का यह योग धार्मिक साधना, ज्ञान और दान-पुण्य के लिए उत्कृष्ट माना जाता है। इसी कारण हिंदू धर्म में खरमास की मान्यता अत्यंत पुरानी है और इसे पूरी श्रद्धा से पालन किया जाता है।
कब दोबारा शुरू होंगे मांगलिक कार्य?
खरमास 2025 समाप्त होगा 14 जनवरी २०२६ को मकर संक्रांति के साथ। उसी दिन से सभी मांगलिक कार्य पुनः शुरू हो जाएंगे — विवाह, गृह प्रवेश, वाहन खरीद, प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन आदि। ज्योतिषाचार्य मानते हैं कि मकर संक्रांति का दिन अत्यंत शुभ होता है और इस दिन किसी भी नए कार्य की शुरुआत सौभाग्य लाती है।
निष्कर्ष — खरमास का महत्व और सावधानियाँ
खरमास एक धार्मिक अवधि है जिसका पालन सदियों से किया जा रहा है। यह समय ठहराव और आध्यात्मिक मजबूती का होता है। जहां शुभ कार्य रोक दिए जाते हैं, वहीं दान-पुण्य, उपवास, ध्यान और पूजा का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। यह समय जीवन में शांति और सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
FAQs
kharmas 2025 kab lag raha hai?
खरमास 2025, 16 दिसंबर 2025 से शुरू होकर 14 जनवरी 2026 तक रहेगा।
kharmas me kya kare?
ध्यान, जप, पाठ, दान-पुण्य और भगवान विष्णु की पूजा करें।
kharmas me kya nahi kare?
विवाह, गृह प्रवेश, नया घर, वाहन या कोई मांगलिक काम शुरू न करें।
malmas me manglik kaam kaise roke?
शुभ कार्यों को मकर संक्रांति तक टाल देना ही उचित है।
kharmas me puja kaise kare?
विष्णु भगवान को तुलसी, पीला वस्त्र और दीप अर्पित करें।
surya sankranti kab hoti hai?
मकर संक्रांति 14 जनवरी 2026 को होगी।
kharmas me vivah kaise rokta hai?
ज्योतिष के अनुसार इस अवधि में ग्रहों का संतुलन विवाह के लिए अनुकूल नहीं होता।
kharmas me shubh kaam kab kare?
शुभ काम मकर संक्रांति के बाद ही करें।
malmas me grah pravesh kaise kare?
खरमास में गृह प्रवेश टाल देना चाहिए, धार्मिक रूप से यह उचित नहीं माना जाता।
kharmas me dān puny kaise kare?
गरीबों को भोजन, कपड़ा, अनाज और दान देना शुभ माना जाता है।
kharmas me bhagwan ki puja kaise kare?
विष्णु सहस्रनाम, गीता पाठ और तुलसी दल अर्पित करें।
malmas me shopping kaise kare?
आवश्यक चीजें खरीदी जा सकती हैं, पर लग्जरी खरीद से बचें।
kharmas ke niyam kaise follow kare?
शुभ कार्य टालें, पूजा-पाठ बढ़ाएँ और साधना करें।
kharmas me yatra kaise kare?
यात्रा की अनुमति है, पर धार्मिक यात्रा अधिक शुभ मानी जाती है।
malmas me pooja kaise kare?
सुबह स्नान कर विष्णु पूजा और दान करें।
kharmas me shubh muhurat kaise dekhe?
खरमास में कोई शुभ मुहूर्त नहीं होता।
kharmas me fasting kaise kare?
एकादशी, प्रदोष और अमावस्या के व्रत शुभ माने जाते हैं।
malmas me rashi par kya asar hota है?
हर राशि पर सूर्य परिवर्तन का अलग प्रभाव पड़ता है।
kharmas me ghar ka kaam kaise plan kare?
घर के बड़े निर्णय मकर संक्रांति के बाद लें।
kharmas khatam kab hota है?
14 जनवरी को खरमास समाप्त हो जाता है।
kharmas me havan kaise kare?
साधारण गायत्री हवन किया जा सकता है।
kharmas me manglik dosh kaise check kare?
ज्योतिषाचार्य कुंडली देखकर दोष बताते हैं।
malmas me shadi kaise plan kare?
मकर संक्रांति के बाद की तारीखें चुनें।
kharmas me vehicle purchase kaise kare?
वाहन खरीदना शुभ नहीं माना जाता, इसे टालें।
kharmas me property deal kaise kare?
प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन भी टालने की सलाह दी जाती है।
malmas me job join kaise kare?
नौकरी ज्वॉइन करना पूरी तरह शुभ माना जाता है।
kharmas me kundli kaise check kare?
ज्योतिषाचार्य से सलाह लेना सबसे अच्छा है।
kharmas me lucky day kaise pata करे?
खरमास में शुभ दिन नहीं माना जाता, धार्मिक कार्य हमेशा शुभ होते हैं।