पायरिया और मुंह की बदबू से हैं परेशान? आयुर्वेदिक डॉक्टर ने बताया घरेलू नुस्खा

अगर आप दांतों और मसूड़ों की समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो आयुर्वेदिक डॉक्टर रोबिन शर्मा ने एक आसान और असरदार घरेलू नुस्खा बताया है, जो इन परेशानियों को जड़ से खत्म कर सकता है.;

Update: 2025-08-09 18:07 GMT

 पायरिया 

दांतों और मसूड़ों की समस्याएं: आजकल दांतों और मसूड़ों से जुड़ी समस्याएं काफी आम हो गई हैं, जैसे पायरिया, मसूड़ों से खून आना और मुंह से बदबू. लोग अक्सर इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए महंगे टूथपेस्ट का इस्तेमाल करते हैं. हालांकि, आयुर्वेदिक डॉक्टर रोबिन शर्मा का कहना है कि इन टूथपेस्ट में मौजूद हानिकारक केमिकल, जैसे एसएलएस (SLS) और फ्लोराइड, दांतों को फायदा पहुंचाने की बजाय नुकसान भी पहुंचा सकते हैं.

पायरिया और मुंह की बदबू के लिए आयुर्वेदिक नुस्खा

डॉक्टर शर्मा ने बताया कि आयुर्वेद में दांतों और मसूड़ों की देखभाल के लिए कई प्राकृतिक और सुरक्षित तरीके बताए गए हैं. अगर आप इन तरीकों को सही से अपनाते हैं, तो पायरिया और मुंह की बदबू जैसी समस्याएं जड़ से खत्म हो सकती हैं. उन्होंने इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए एक खास नुस्खा साझा किया है, जिसे घर पर आसानी से बनाया जा सकता है.

नुस्खा बनाने का तरीका: इन चीजों की पड़ेगी जरूरत

इस आयुर्वेदिक नुस्खे को बनाने के लिए आपको सिर्फ चार चीजों की जरूरत होगी:

  • लौंग: 10 ग्राम
  • हल्दी: 20 ग्राम
  • तेजपत्ता: 30 ग्राम
  • सेंधा नमक: 40 ग्राम

इन सभी चीजों को एक साथ मिलाकर अच्छी तरह से बारीक पीस लें. इस तैयार पाउडर को एक एयरटाइट डिब्बे में भरकर रखें. डॉक्टर शर्मा सलाह देते हैं कि रोज सुबह और शाम, आधा चम्मच इस पाउडर में थोड़ा-सा सरसों का तेल मिलाकर दांतों पर ब्रश करें.

हर सामग्री के खास फायदे: कैसे करता है काम?

इस नुस्खे में इस्तेमाल की गई हर सामग्री का अपना खास फायदा है:

  • लौंग: इसमें एंटीसेप्टिक और दर्द निवारक गुण होते हैं, जो दांतों के दर्द और इंफेक्शन को कम करने में मदद करते हैं.
  • हल्दी: यह प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है, जो मसूड़ों की सूजन और पायरिया में असरदार है.
  • तेजपत्ता: यह मुंह की बदबू को दूर करने और हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करता है.
  • सेंधा नमक: यह दांतों का पीलापन हटाकर उन्हें चमकदार बनाता है और मसूड़ों को मजबूत करता है.

डॉक्टर शर्मा का कहना है कि यह नुस्खा पूरी तरह से प्राकृतिक है और इसमें कोई हानिकारक केमिकल नहीं है, इसलिए इसे लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. इस जानकारी के लिए रीवा रियासत ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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