नहीं रहीं बॉलीवुड की 'वफादार दोस्त' नाजिमा, Devdas एक्ट्रेस का निधन
77 वर्षीय नाजिमा, जिन्होंने 'देवदास' से दिल जीता, अब नहीं रहीं। बहन ने निधन की खबर दी, चार दशक तक निभाए दोस्त व बहन के यादगार किरदार।;
नहीं रहीं बॉलीवुड की 'वफादार दोस्त' नाजिमा, Devdas एक्ट्रेस का निधन
बॉलीवुड के स्वर्णिम दौर की एक जानी-मानी अभिनेत्री नाजिमा का 77 वर्ष की आयु में निधन हो गया। चार दशक लंबे करियर में नाजिमा ने ऐसे किरदार निभाए, जिन्हें आज भी हिंदी सिनेमा के दर्शक याद करते हैं। वह अक्सर बहन, वफादार दोस्त या सच्ची साथी के रूप में पर्दे पर नजर आती थीं, जिसकी वजह से उन्हें ‘रेजिडेंट सिस्टर’ के नाम से भी जाना जाता था।
नाजिमा का शुरुआती जीवन और परिवार
नाजिमा का जन्म 25 मार्च 1948 को महाराष्ट्र के नासिक में हुआ था। उनका असली नाम भी नाजिमा ही था, और वे एक फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखती थीं। उनकी बहनें हुस्न बानो और शरीफा बाई, दोनों ही उस समय की मशहूर अभिनेत्रियां थीं। बचपन से ही उन्हें फिल्मों का माहौल मिला और उन्होंने स्कूलिंग मुंबई में पूरी की।
चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में शुरुआत
नाजिमा ने महज कुछ साल की उम्र में फिल्मी सफर शुरू कर दिया था। उन्होंने 'बेबी चांद' के नाम से चार फिल्मों में लगातार बाल कलाकार के रूप में अभिनय किया। उनकी पहली बड़ी फिल्म 1953 में आई 'पतिता' थी, जिससे उन्हें पहचान मिली।
बॉलीवुड करियर और बिमल रॉय के साथ काम
1954 में उन्होंने मशहूर निर्देशक बिमल रॉय की फिल्म ‘बिराज बहू’ और 1955 में ‘देवदास’ में काम किया। देवदास में उन्होंने एक अहम किरदार निभाया, जिससे वे दर्शकों के दिल में बस गईं। इसके बाद उन्होंने गरम कोट, दायर-ए-हबीब, अब दिल्ली दूर नहीं, हम पंछी एक डाल के जैसी फिल्मों में शानदार प्रदर्शन किया।
वफादार दोस्त और बहन के रोल की पहचान
नाजिमा की सबसे बड़ी खासियत थी कि वे अपने किरदार को दिल से निभाती थीं। उन्होंने अधिकतर फिल्मों में नायक या नायिका की बहन का रोल निभाया, जिसे दर्शकों ने बेहद पसंद किया। इसी वजह से उन्हें ‘वफादार दोस्त’ और ‘रेजिडेंट सिस्टर’ के रूप में जाना जाने लगा।
यादगार फिल्में और अवॉर्ड नॉमिनेशन
उनकी लोकप्रिय फिल्मों में उमर कैद, टावर हाउस, जिद्दी, गजल, अप्रैल फूल, आरजू और बेईमान शामिल हैं। 1972 में मनोज कुमार की फिल्म ‘बेईमान’ में उनकी बहन के किरदार के लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के लिए नॉमिनेट किया गया था।
निजी जीवन और आखिरी दिन
नाजिमा मुंबई के दादर इलाके में अपने दो बेटों के साथ रहती थीं। उनका निधन 11 अगस्त 2025 को हुआ। उनके निधन की पुष्टि उनकी कजिन सिस्टर जरीन बाबू ने सोशल मीडिया पर की।
बॉलीवुड में शोक की लहर
नाजिमा के निधन की खबर सुनते ही बॉलीवुड जगत में शोक की लहर दौड़ गई। कई पुराने कलाकारों और फैंस ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनकी फिल्मों की यादें ताजा कीं।
नाजिमा की विरासत
नाजिमा ने अपने करियर में यह साबित किया कि सहायक किरदार भी मुख्य भूमिकाओं जितने ही अहम होते हैं। उनकी सरल अदाकारी और स्वाभाविक संवाद डिलीवरी आज भी दर्शकों के दिल में बसी हुई है।