बाल-बाल बचे विवेक ओबेरॉय! एक्टर के साथ हो जाती बड़ी अनहोनी, दिल दहला देने वाला खुलासा

Vivek Oberoi ने ‘रोड’ फिल्म की शूटिंग के दौरान हुए खौफनाक एक्सीडेंट का खुलासा किया। एक्टर बोले—कुछ सेकंड की देरी होती तो आज मैं ज़िंदा नहीं होता। पूरा मामला पढ़ें।;

Update: 2025-11-16 17:35 GMT

Vivek Oberoi Accident Story 2025

Table of Contents

  1. कौन-सा हादसा हुआ — Incident Overview
  2. विवेक ने क्या कहा — Actor's Firsthand Account
  3. किस वजह से हादसा हुआ — Key Causes
  4. क्या-क्या बचपन (Close Calls) टले — Narrow Escape Details
  5. सुरक्षा और ड्राइविंग के सबक — Safety Lessons
  6. मस्ती 4 और वर्तमान प्रोजेक्ट्स — Context
  7. निष्कर्ष — Takeaway
  8. FAQs 

कौन-सा हादसा हुआ — Incident Overview

विवेक ओबेरॉय ने बताया कि फिल्म ‘रोड’ की शूटिंग के दौरान वे और उनकी टीम बीकानेर से जैसलमेर की ओर जा रहे थे। रात का समय था और सड़कों पर विजिबिलिटी कम थी। जैसे ही कार आगे बढ़ी, अचानक सामने से एक ऊंटगाड़ी आ गई जिस पर लंबी रॉड्स रखी हुई थीं। इन रॉड्स का एंगल ऐसा बन गया कि वे वाहन के विंडशील्ड के आर-पार होते हुए अंदर तक घुस गईं। यदि विवेक की सीट सीधी होती या वे आगे बैठे रहते, तो यह रॉड सीधे उनके सिर के ऊपर से गुज़र सकती थी। यह एक बेहद नजदीकी और जानलेवा हादसा था जिसे विवेक ने खुद ‘बाल-बाल बचना’ बताया।

विवेक ने क्या कहा — Actor's Firsthand Account

एक इंटरव्यू में विवेक ने खुलकर बताया कि उन्होंने ड्राइवर से कई बार धीमी गति बनाए जाने की विनती की थी। वे आगे की सीट पर बैठे थे लेकिन जैसा ही उन्होंने सीट पीछे की ओर की, तेज़ आवाज़ के साथ कार पर रॉड्स आ घुसीं। विवेक ने कहा कि वह वहां से बाहर निकले और देखा कि पूरी तरह रॉड्स उनके सिर के ऊपर से गुजर रही थीं — यह देखकर उन्हें ऐसा लगा जैसे वे मरने ही वाले हों। इस हादसे के बाद विवेक ने रात में यात्रा करने से परहेज़ करने का फ़ैसला कर लिया।

किस वजह से हादसा हुआ — Key Causes

इस तरह के एक्सीडेंट में आम तौर पर कुछ बातों का योगदान होता है: रात में कम विजिबिलिटी, ऊंटगाड़ियों पर लोड ठीक से न बँधा होना, टीम की सतर्कता की कमी, और ड्राइविंग स्पीड। राजस्थान जैसे इलाकों में ऊँट और पारंपरिक परिवहन रूट्स सड़क के बिल्कुल पास चलते हैं, इसलिए बिना सावधानी के रात में यात्रा ख़तरे से खाली नहीं रहती है। जहां तक फिल्म सेट का सवाल है, टीमों को लोकेशन ट्रांसपोर्ट और स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखकर पैलानिंग करनी चाहिए।

क्या-क्या बचपन (Close Calls) टले — Narrow Escape Details

विवेक ने बताया कि यह पहली बार नहीं था जब उन्हें असहज ड्राइविंग का सामना करना पड़ा। एक और घटना में भी ड्राइवर ने तेज़ रफ़्तार ना घटाई तो उन्होंने बहाना बनाकर गाड़ी के चाबी छीन ली और खुद उसे चला दिया। यह बताता है कि कई बार सुरक्षा का फैसला व्यक्तिगत जिम्मेदारी पर भी निर्भर करता है — खासकर जब ड्राइवर के व्यवहार से यात्रा असुरक्षित दिखे।

सुरक्षा और ड्राइविंग के सबक — Safety Lessons

यह केस हमें कई अहम सबक सिखाता है: रात में यात्रा कम से कम करना, स्थानीय रूट्स की स्थिति पहले से जाँचना, ड्राइवर की जिम्मेदारी सुनिश्चित करना, और यदि ड्राइवर बेधड़क ड्राइव करे तो तुरंत कदम उठाना। फिल्म क्रूज़ और सेलिब्रिटी टीमों के लिए यह आवश्यक है कि वे स्थानीय परमिट, रूट क्लियरेंस और गति नियंत्रण के नियमों का कड़ाई से पालन करें।

मस्ती 4 और वर्तमान प्रोजेक्ट्स — Context

विवेक इन दिनों 'मस्ती 4' के प्रमोशन में व्यस्त हैं, लेकिन वे ‘रोड’ जैसी फिल्मों के अनुभव भी साझा करते रहते हैं। ऐसे अनुभव दर्शकों को सिर्फ चौंकाते नहीं बल्कि उन्हें बतलाते हैं कि फिल्मों की दुनिया में ग्लैमर के पीछे कितनी रिस्क भी होती है।

निष्कर्ष — Takeaway

विवेक ओबेरॉय का यह खुलासा एक गंभीर चेतावनी है — चाहे आप सेलिब्रिटी हों या आम नागरिक, सड़क सुरक्षा को हल्के में नहीं लेना चाहिए। यह भी याद रखें कि छोटी सावधानियाँ आपकी और आपके साथियों की जान बचा सकती हैं। विवेक का अनुभव हमें बताता है कि कहां सुधार की जरूरत है और किस तरह के कदम हमें उठाने चाहिए।

FAQs

Vivek Oberoi accident story kya hai

Vivek Oberoi ने बताया कि 'रोड' की शूटिंग के दौरान बीकानेर से जैसलमेर जाते वक्त रात में एक ऊंटगाड़ी और लॉन्ग रॉड्स के कारण उनकी कार के पास भयानक एक्सीडेंट हुआ। उन्होंने निकट मृत्यु के अनुभव का ज़िक्र किया।

Vivek Oberoi bal bal kaise bache

विवेक का कहना है कि वे आगे की सीट पर थे, लेकिन जैसे ही उन्होंने सीट पीछे की, तेज़ रॉड्स विंडशील्ड से अंदर गुज़रीं — अगर सीट सीधी रहती तो रॉड उनके सिर पर लग सकती थी। इस तरह timing और सीट की स्थिति ने उन्हें बचाया।

Vivek Oberoi road movie accident kaise hua

कार तेज़ रफ्तार में थी और रात के कारण विजिबिलिटी कम थी। सामने से आई ऊंटगाड़ी पर रखी रॉड्स विंडशील्ड के पार चली गईं, जिससे गंभीर नुकसान हो सकता था, पर किस्मत से चोट टल गई।

accident ke time kya hua

एकाएक जोरदार आवाज़ आई, विंडशील्ड टूट गया और रॉड्स अंदर तक पहुंच गईं। विवेक बाहर निकले और देखा कि रॉड्स उनके सिर के ऊपर से गुज़री थीं — यह बेहद नज़दीकी क्षण था।

car accident itna dangerous kaise bana

ऊपर से आई लंबी रॉड्स और विंडशील्ड का टूटना मिलकर स्थिति को जानलेवा बना देते हैं — खासकर अगर यात्री सीट आगे हो और सिर आसपास खुला रहे।

camel cart अचानक सामने क्यों आया

रेगिस्तान मार्गों पर पारंपरिक परिवहन जैसे ऊंटगाड़ियाँ और व्यापारिक वाहक सड़क के पास चल सकते हैं; रात में उनकी उपस्थिति अचानक और अप्रत्याशित होती है।

windshield rod kaise आर-पार हो गई

ऊंटगाड़ी पर रखे रॉड्स का एंगल और गाड़ी की रफ्तार ऐसी थी कि ब्रेक या दूरी कम करने से पहले ही रॉड्स कार के विंडशील्ड से निकल कर अंदर पहुंच गईं।

actor front seat par क्यों नहीं बैठे अब

वह हादसे के बाद आगे की सीट पर बैठने से डरते हैं क्योंकि उसी सीट की वजह से उनकी सीट की दिशा बदलने पर उन्हें बड़ी चोट लग सकती थी। इसलिए वे अब पीछे बैठना पसंद करते हैं।

Rajasthan night drive risky kyun hoti hai

रेगिस्तान इलाक़ों में रात में विजिबिलिटी, स्थानीय यातायात, ऊँट और पारंपरिक वैन का होना, और सड़क के किनारे सामान लदे वाहन जोखिम बढ़ाते हैं।

driver speed slow क्यों नहीं कर रहा tha

ड्राइवर कभी-कभी थकावट, अनुभव या लापरवाही की वजह से अनुरोध के बावजूद गति नहीं घटाते; यह यात्रियों को सुरक्षा के लिए सतर्क बनाता है।

car speed control kaise kare

ड्राइवर से बार-बार अनुरोध करें, सीट बेल्ट पहनें और यदि आवश्यक हो तो वाहन की चाबी लेकर ड्राइव स्वयं संभालें या सुरक्षित स्थान पर रुकने को कहें।

accident होते ही Vivek Oberoi ne kya kiya

वह कार से बाहर निकले और देखा कि रॉड्स उनके सिर के ऊपर से गुज़ रही थीं; इसने उन्हें तुरंत स्थिति को समझने और बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया।

road visibility night me kaise kam hoti hai

अँधेरा, धूल, और सड़क के किनारे कोई प्रकाश न होना विजिबिलिटी को घटा देता है। यह रिफ्लेक्टिव गियर और हेडलाइट्स की कमजोरी के कारण और भी बढ़ जाता है।

actor की जान कैसे बची

सीट की स्थिति और थोड़ी देर पहले की हुई सीट-बैक चाल ने विवेक की जान बचाई; यह थोड़ी-सी चीज़ किस्मत बन गई।

road safety follow kaise kare

नियमित रस्ते की जानकारी, गति नियंत्रण, ड्राइवर की क्षमता की जाँच और रात में यात्रा से बचना सुरक्षा के मुख्य उपाय हैं।

रात में travel avoid kyun करना चाहिए

रात में ज़्यादा जोखिम होते हैं — कम विजिबिलिटी, थके हुए ड्राइवर और अपरिचित लॉकल ट्रैफिक। इसलिए इसे केवल ज़रूरी होने पर ही करें।

long drive safe kaise banaye

आराम, पर्याप्त ब्रेक, अनुभवयुक्त ड्राइवर और आपातकालीन किट के साथ ही लंबी यात्रा करें।

dangerous accident avoid kaise ho

स्पीड लिमिट का पालन, दूरी बनाए रखना और ड्राइवर के साथ स्पष्ट संवाद रखने से हादसों की संभावना कम हो जाती है।

sudden brake situation kaise handle kare

कड़ी पकड़ बनाए रखें, सीट बेल्ट पहनें और वाहन को नियंत्रित तरीके से धीमा करें; पैनिक में हार्ड ब्रेक से बचें।

camel cart se टक्कर कैसे हुई

ऊंट और ऊंटगाड़ियों का अचानक मार्ग पर आना बिना चेतावनी के होता है; रात में यह और भी अप्रत्याशित हो जाता है।

shooting के दौरान accident kaise hota है

लोकेशन पर ट्रैफिक कंट्रोल ना होने, असुरक्षित मार्ग और जल्दबाज़ी में ट्रांसपोर्ट शेड्यूल ऐसे हादसों का कारण बनते हैं।

Bollywood actors travel safety kaise manage करते हैं

अकसर वे सिक्योरिटी टीम, एक्सपीरियंस ड्राइवर और लोकेशन स्काउट के साथ यात्रा करते हैं, पर कभी-कभी ग़लती और अनपेक्षित परिस्थितियाँ जोखिम बन जाती हैं।

front seat dangerous क्यूँ मानी जाती है

फ्रंट सीट पर सिर और छाती सीधा समक्ष में होने के कारण तेज़ प्रभाव में गंभीर चोटें सम्भव हैं—इसलिए सुरक्षित दूरी महत्त्वपूर्ण है।

accident shock kaise handle करे

पहले साँस लें, चोट का आकलन करें, और तुरंत मेडिकल सहायता/स्थानीय मदद बुलाएं। मानसिक सपोर्ट भी जरूरी होता है।

car seat पीछे करना क्यों जरूरी था

सीट पीछे होने से शरीर का प्रोटेक्शन बदलता है; उस केस में सीट का पॉज़िशन ही निर्णयक थी जो जान बचाने में मददगार रही।

high speed par control kaise rakhe

गति सीमा पर टिकें, अंतरिक्ष बनाए रखें और टायर/ब्रेक की नियमित जाँच करें।

desert roads accident prone kyun hoti हैं

रेतीली सतह, अघोषित पारंपरिक वाहनों की मौजूदगी और कम रोशनी इसे जोखिमपूर्ण बनाती हैं।

रात में camel cart दिखाई क्यों नहीं देता

ऊंट की परछाइयाँ और कमजोर रिफ्लेक्टिव आइटम्स की कमी रात में visibility घटाती है।

emergency time me kya करना चाहिए

आराम से बाहर आएं, चोटियों का आकलन करें, और सहायता के लिए फोन करें; अगर बचाव आवश्यक हो तो तुरंत प्राथमिक चिकित्सा दें।

dangerous travel kab avoid kare

अँधेरी, तूफ़ानी या अपरिचित रूट्स पर यात्रा टालें; यदि ज़रूरी हो तो दिन में यात्रा करें।

windshield टूटने पर क्या करें

काँच के भित्तरों से दूर रहें, धीरे-धीरे कार से बाहर निकलें और मेडिकल जाँच कराएँ।

rod impact se कैसे बचें

सुरक्षित दूरी, सीट बेल्ट और सही सीट पोजिशन से जोखिम घटाया जा सकता है।

car crash होने पर क्या steps follow करें

सबसे पहले सुरक्षित स्थान पर जाएं, चोटों की जाँच करें, स्थानीय अथॉरिटीज़ को सूचित करें और आवश्यक हो तो एम्बुलेंस बुलाएं।

Bollywood me risky incidents kaise होते हैं

कभी-कभी लोकेशन पर सुरक्षा उपेक्षित रहती है, या शेड्यूल की वजह से जल्दबाज़ी में रिस्क लिया जाता है।

shooting travel safety guidelines kya हैं

लोकेशन रिहर्सल, ड्राइविंग ब्रेफ़, सिक्योरिटी पर्सनल और इमरजेंसी प्लान जरूरी है।

night driving safe kaise बने

हाई-बीम का संतुलन, साफ विंडशील्ड, रिफ्लेक्टिव वियर और धीमी गति night driving को सुरक्षित बनाते हैं।

accident होने के बाद actor ne kya फैसला लिया

विवेक ने रात में यात्रा न करने का फैसला लिया और ड्राइवर के व्यवहार की गंभीरता को समझा।

emergency exit car se kaise करे

शांत रहें, सीट बेल्ट खोलें, बच्चों/बुजुर्गों की मदद करें और सुरक्षित दिशा में बाहर निकलें।

travel करते समय driver par trust कैसे करें

ड्राइवर की पहचान, अनुभव और रेफ़रेंस चेक करें; जरूरत पर दूसरी राय लें।

over speeding ka risk kya होता है

कंट्रोल खोने, ब्रेक फेल और प्रतिक्रिया समय कम होने के कारण गंभीर एक्सीडेंट होते हैं।

road accident se बचने के उपाय kya हैं

सुरक्षित दूरी, गति सीमाएँ, ड्राइवर की सतर्कता और स्थानीय नियम मानना सबसे बड़ा उपाय है।

high speed driving kab dangerous होती है

कम विजिबिलिटी, भीड़भाड़, मोड़ और खराब सड़क पर तेज़ रफ्तार घातक हो सकती है।

accident ka psychological effect kya होता है

PTSD, नींद में दिक्कत और अचानक डर जैसी प्रतिक्रियाएँ आम होती हैं—मनोवैज्ञानिक मदद लाभकारी होती है।

dangerous moment me decision kaise ले

ठंडे दिमाग से प्राथमिकता: सुरक्षा > बचाव > सहायता; पैनिक में लक्ष्य विघटित होता है, इसलिए शांत रहें।

Vivek Oberoi ने दूसरा driver छोड़कर खुद drive क्यों किया

जब ड्राइवर की तेज़ रफ्तार से ख़तरा महसूस हुआ, विवेक ने सुरक्षा के लिए चाबी ली और गाड़ी रोक दी—यह तत्काल निर्णय उनकी सुरक्षा के लिए था।

accident के बाद क्या precautions लिए

उन्होंने रात में यात्रा से परहेज़ किया, और भविष्य में ड्राइवर की सतर्कता पर अधिक ध्यान दिया।

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