Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana: फल की खेती करने वाले किसानों को मिलेंगे 9 हजार, ऐसे उठाएं योजना का लाभ

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में राजीव गांधी किसान न्याय योजना (Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana) के तहत फल, फूल और मसालों की खेती करने वाले किसानों को 9 हजार रूपए प्रति एकड़ आदान सहायता राशि दी जा रही है।

Update: 2021-09-21 08:53 GMT

Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana (RGKNY) : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की भूपेश बघेल सरकार (CM Bhupesh Baghel) ने निर्णय लेते हुए किसानों को सौगात दी है। जिसमें अब फल, फूल, मसाला और सब्जी की खेती करने कृषकां को प्रति वर्ष राशि रु. 9,000 प्रति एकड़ आदान सहायता राशि दी जाएगी। इसके पूर्व धान, गन्ना, मक्का अरहर सोयाबीन दलहन व तिलहन के लिए दी जाती थी। लेकिन अब सरकार ने यह निर्णय लिया है। कृषि उत्पादों का उत्पादन करने वाले किसानों को 9 हजार रुपये की आदान सहायता राशि दी जाए। इसके लिए किसानों से आवेदन मांगे जा रहे हैं।

क्या है Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana (RGKNY)


प्रदेश सरकार कृषि मंत्रालय के अनुसार प्रदेश सरकार उद्यानिकी की खेती में लगे हुए किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना (Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana) के तहत सब्सिडी देने का प्रावधान किया है। इसमें अब फल, फूल, मसाला और सब्जी की खेती करने वालों को भी सरकार सब्सिडी देगी। पिछले दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में कोई बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया है। योजनांतर्गत खरीफ 2021 से धान के साथ खरीफ की प्रमुख फसल मक्का, कोदो-कुटकी, सोयाबीन, अरहर तथा गन्ना उत्पादक कृषकां को प्रति वर्ष राशि रु. 9,000 प्रति एकड़ आदान सहायता राशि दी जाएगी।

वर्ष 2020-21 में जिस रकबे से किसान द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान विक्रय किया था, यदि वह धान के बदले कोदो-कुटकी, गन्ना, अरहर, मक्का, सोयाबीन, दलहन, तिलहन, सुगंधित धान, अन्य फोर्टिफाइड धान, केला, पपीता लगाता है अथवा वृक्षारोपण करता है, तो उसे प्रति एकड़ रु. 10,000/- आदान सहायता राशि दी जाएगी। वृक्षारोपण करने वाले कृषको को तीन वर्षां तक आदान सहायता राशि दी जाएगी।

कृषक पंजीयन (Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana Application)


योजनांतर्गत लाभ प्राप्त करने हेतु इच्छुक कृषकों को निर्धारित समयावधि में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के पोर्टल https://rgkny.cg.nic.in में पंजीयन कराना अनिवार्य होगा। योजनांतर्गत कृषक पंजीयन का कार्य दिनांक 01 जून से 30 सितम्बर तक किया जाएगा।

इन फसलों को किया गया शामिल


जानकारी के अनुसार इस योजना के तहत सब्जियों में आलू, टमाटर, भिंडी, बैगन, शकरकंद, कद्दू वही फलों में केला, पपीता, नाशपाती, ड्रैगन फ्रूट, बेर आंवला तो वही फूलों में गेंदा गुलाब व मसालों में हल्दी मिर्च अदरक की प्रति एकड़ पर किसानों 9 हजार रुपये की इनपुट सब्सिडी दी जाएगी।

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