21 तोपों की सलामी क्यों व किन्हे दी जाती है, जाने इतिहास

भारत के राष्ट्रपति, वरिष्ठ नेताओं, व हाई रैंक के सैन्य अधिकारीयों के
अंतिम संस्कार के दौरान 21 तोपों की सलामी दी जाती है
ये एक राजकीय सम्मान होता है,
जो सम्पूर्ण भारतवर्ष की जनता की ओर से
भारतमाता के सेवको को श्रद्धांजलि व्यक्त की जाती है
आजादी के पूर्व यह सलामी 121 तोपों की होती थी जिसे सर्वोच्च सलामी या शाही सलामी कहा जाता था
जो की ब्रिटिश क्रॉउन को दी जाती थी
बाद में 31 तोपों सलामी, व उसके उपरांत 21 तोपों की सलामी दी जाने लगी
प्रतिवर्ष स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत के राष्ट्र ध्वज
व राष्ट्रपति दोनों को यह सलामी दी जाती है
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