घर में पानी नहीं, जहर पी रहे हैं आप सरकार ने खुद दिखाए आंकड़े, देखें

जल शक्ति मंत्रालय के एक डॉक्युमेंट के अनुसार, देश की 80% से ज्यादा आबादी के घरों में पानी ग्राउंड वाटर से जाता है।
घरों में पानी ग्राउंड वाटर से जाता है, जिसमें जहरीली धातुओं की मात्रा तय मानक से ज्यादा पाई गई है।
सरकार के मुताबिक 209 जिलों के ग्राउंड वाटर में आर्सेनिक और 491 जिलों में आयरन की मात्रा तय मानक से ज्यादा मिली है।
आर्सेनिक- ये एक केमिकल एलिमेंट है, यह वातावरण में नेचुरल तरीके से मौजूद होता है।
कुछ एग्रीकल्चर और इंडस्ट्रियल एक्टिविटी के कारण आर्सेनिक ग्राउंड वाटर में घुल जाता है, फिर पानी के जरिए हमारे शरीर में पहुंचता है।
आयरन- आर्सेनिक की तरह आयरन भी एलिमेंट है, मानव शरीर के न्यूट्रिशन में आयरन एक जरूरी एलिमेंट है।
अच्छे स्वास्थ्य के लिए आपको हर रोज तय मानक के हिसाब से आयरन को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
हमारा शरीर को बहुत कम मात्रा में आर्सेनिक चाहिए होता है, जो आसानी से बाहर निकल जाता है।
आर्सेनिक की मात्रा ज्यादा हो गई तो ये शरीर में कई तरह के निगेटिव इफेक्ट्स पैदा कर सकता है।
आयरन हमारे शरीर में खून बनाने के लिए जरूरी फैक्टर है, इसके न होने से खून की कमी हो जाती है.
जब लंबे समय तक ज्यादा आयरन शरीर में जाता है, तो यह जहर की तरह काम करने लगता है।
Author : Akash dubey
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