मंकीपॉक्स पर चौंकाने वाली रिसर्च, जानिए

लैंसेट जर्नल में प्रकाशित एक हालिया रिसर्च में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि रिकवरी के बाद भी मंकीपॉक्स वायरस पुरुषों के सीमेन में हफ्तों तक रह सकता है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते आए हैं कि मंकीपॉक्स सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (STD) नहीं है।
घाव में वायरस से दूषित चीज लगने से भी मंकीपॉक्स फैल सकता है।
ज्यादा देर तक फेस टू फेस बात करने से भी रेस्पिरेटरी ड्रॉपलेट्स के जरिए वायरस के फैलने का खतरा होता है।
यह जेनिटल फ्लुइड्स से फैलता है या नहीं, इस पर रिसर्च जारी है।
स्पेन में की गई एक अन्य रिसर्च में थूक और यूरिन जैसी चीजों में भी मंकीपॉक्स वायरस की पुष्टि हुई है।
12 मरीजों पर हुई इस रिसर्च में नाक, रेक्टल और मल में भी वायरस का DNA पाया गया है।
Monkeypoxmeter.com के डेटा के मुताबिक, अब तक 93 देशों में 28,777 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।
यूरोप में सबसे ज्यादा 17,036 लोग मंकीपॉक्स की चपेट में आए हैं।
Author : Akash dubey
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